Isabgol Benefits | Isabgol Uses | Isabgol ke Fayde – Side Effects

Isabgol Benefits – Uses, Side Effects, Isabgol ke Fayde, Isabgol Ki Bhusi, sat isabgol [ इसबगोल कब खाना चाहिए, फायदे लिवर के लिए, भूसी के नुकसान, खाने का सही तरीका ]

प्रकृति ने हमें कुछ ऐसी चीजें दी हैं। जिसे मानव समाज के लिए वरदान कहा जाता है। यह कुदरत द्वारा दी गई, कुछ चमत्कारी चीजों में एक है। कुछ लोग इसे सुपर फ़ूड या  सुपर मेडिसिन भी कहते हैं। यह प्राकृतिक होता है। इसमें किसी प्रकार का रसायन नहीं शामिल किया जाता है। इसके कोई दुष्परिणाम भी नहीं होते। यह हमारी सेहत के लिए, किसी वरदान से कम नहीं है। इसे इसबगोल कहा जाता है।

इसबगोल सबसे प्राकृतिक, सबसे आसान और सबसे सुरक्षित फाइबर का सप्लीमेंट होता है। ऐसा माना जाता है कि इसबगोल हमारे पेट के लिए, किसी अमृत से कम नही है। यह एक ऐसी दवा है। जिसे कब्ज होने पर भी लिया जा सकता है। वही इसे दस्त होने पर भी लिया जा सकता है। हमें कुदरत ने ऐसी मेडिसिन दी है, जिसको हम दोनों कंडीशन में ले सकते हैं।

दुनिया में ऐसी बहुत कम नेचुरल मेडिसिन,  फाइबर या फूड है। जिनका कोई साइड इफ़ेक्ट नही होता। इसे सभी लोग ले सकते है। इसके बारे में जितने भी शोध हुए, तो हर बार कुछ आश्चर्यजनक और नए हेल्थ बेनिफिट के बारे में पता लगता है। इसे खाने का तरीका, इसकी मात्रा, हर परिस्थिति व हर एक के लिए अलग-अलग हो सकती है। इसे आपको समझाना बहुत आवश्यक है। क्या आप जानना चाहेंगे : Green Tea ke Fayde। Green Tea Benefits in Hindi (बनाने की विधि)।

Isabgol Benefits

Isabgol Benefits
इसबगोल के पौष्टिक तत्व 

इसबगोल के पौष्टिक तत्व 
(प्रति 10 ग्राम में)
ऊर्जा37.5 किलो कैलोरी
प्रोटीन0.5 ग्राम
वसा0.62 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट7.5 ग्राम
आहार फाइबर8.2 ग्राम
घुलनशील फाइबर6.1 ग्राम
शुगर3 ग्राम
कैल्शियम5 मिलीग्राम
आयरन0.2 मिलीग्राम
पोटेशियम26 मिलीग्राम
सोडियम28 मिलीग्राम
फैटी एसिड0.25 ग्राम

Isabgol Benefits
 इसबगोल क्या है

इसबगोल का प्रयोग सदियों से हमारे यहां किया जाता रहा है। इसबगोल एक प्राकृतिक वनस्पति होती है। यह एक बीज का छिलका होता है। जिसे अंग्रेजी में Psyllium Husk कहा जाता है। जबकि आयुर्वेद में इसे अश्वकर्ण के नाम से जाना जाता है। इसका वानस्पतिक नाम Plantago Ovata होता  है।

इसबगोल के बीज, प्लांटगो ओवाटा के पौधे  से मिलते हैं। जो बिल्कुल गेहूं की तरह ही होता है। इसमें छोटी-छोटी पत्तियां लगी होती हैं। इसके बीज नाव की आकार के होते हैं। इन बीजों की बाहरी परत से, ईसबगोल की भूसी तैयार की जाती है। 

इस भूसी में घुलनशील फाइबर बहुत अधिक होता है। जब इस फाइबर को पानी में मिलाते हैं। तो यह जेल बनाने के लिए, पानी को अवशोषित कर लेता है। इसका प्रयोग कब्ज व वजन को कम करने में भी किया जाता है। 5 ग्राम ईसबगोल की भूसी में, 4 ग्राम तक फाइबर पाया जाता है। दवा के रूप में इसका बीज व भूसी दोंनो का इस्तेमाल किया जाता है।

बाजार में, इसके सप्लीमेंट के रूप में कैप्सूल, टैबलेट व पाउडर भी उपलब्ध है। इसमें कई ऐसे गुण पाए जाते हैं। जो कब्ज में  फायदा पहुंचाते हैं। यह पाचनतंत्र में ज्यादा पानी सोखने में मदद करता है। यह बहुत सारे औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसका प्रयोग बहुत सारी बीमारियों में भी किया जाता है। क्या आप जानना चाहेंगे : नींद नहीं आती उपाय। 1 मिनट में नींद आने का तरीका नींद आने का रामबाण उपाय।

Isabgol Uses
इसबगोल कब खाना चाहिए

इसबगोल का सेवन किसी भी उम्र में किया जा सकता है यहां तक की इसे छोटे बच्चों को भी खिलाया जा सकता है। इसबगोल का सेवन रात में, खाना खाने के बाद करना चाहिए। रात के समय इस्तेमाल करने से, यह आपके पेट के लिए, अत्यंत लाभकारी होता है। 

आपको ईसबगोल की 5 से 10 ग्राम मात्रा का ही प्रतिदिन प्रयोग करना चाहिए। ज्यादा मात्रा में ईसबगोल का सेवन करने से, आपको गैस की समस्या हो सकती है। आपको उल्टी आ सकती है। पेट में मरोड़ हो सकती है। इसलिए आपको इसका सीमित मात्रा में ही इस्तेमाल करना चाहिए।

ईसबगोल की 10 ग्राम भूसी में, 3.5 ग्राम घुलनशील फाइबर होता है। इसके बजाय अगर आप इसे पाउडर के रूप में लेते हैं। तो 10 ग्राम इसबगोल में 7 ग्राम तक घुलनशील फाइबर मिलता है। इसलिए आपको इसबगोल का पाउडर लेना, अधिक फायदेमंद  होगा। क्योंकि इसमें भूसी की अपेक्षा, दो गुना फाइबर मिल जाता है। क्या आप जानना चाहेंगे : अजवाइन के फायदे रात को सोते समय अजवाइन खाने के फायदे। अजवाइन के नुकसान।

Isabgol Uses
इसबगोल खाने का सही तरीका 

इसबगोल को खाने का तरीका अलग-अलग होता है। क्योंकि इसका प्रयोग अलग-अलग बीमारियों को दूर करने में किया जाता है। इसलिए इनका तरीका भी अलग होता है। अगर आप दस्त की शिकायत से परेशान है। तो आप इसबगोल को दही के साथ, अच्छी तरह से मिलकर खा सकते हैं। इससे आपको दस्त से, बहुत जल्दी छुटकारा मिल जाता है।

अगर आप कब्ज होने की शिकायत से परेशान है। तो इसके लिए, आप इसबगोल को गुनगुने पानी में मिलाकर ले सकते हैं। इसे ठंडे पानी में भी मिलकर भी लिया जा सकता हैं। अगर आपको अधिक समय से कब्ज की शिकायत है। तो आप इसे गाय के गुनगुने दूध में घोलकर ले सकते हैं। इससे आपका पुराने से पुराना कब्ज भी दूर होगा। कब्ज दूर करने के लिए, आपको इसे रात में खाना खाने के 1 घंटे बाद लेना चाहिए।

अगर आप वजन कम करना चाहते हैं। तो  आप एक चम्मच इसबगोल को पानी में मिलाकर, इसमें आधा नींबू भी डालकर ले सकते हैं। यह वजन कम करने में सहायक होता है। अगर वजन कम करने के लिए या कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए ले रहे हैं। तो इसे खाना खाने से 1 घंटे पहले लेना चाहिए। क्या आप जानना चाहेंगे :  कम उम्र में बाल झड़ने के कारण क्या खाने से बाल नही झड़ते। बाल झड़ने के कारण व उपाय।  

Isabgol Side Effects
इसबगोल भूसी के नुकसान 

हर उस फायदेमंद चीज के, अपने नुकसान भी होते हैं। अगर इसे सही तरीके से व सही मात्रा में न लिया जाए। ऐसे तो इसबगोल के अनगिनत फायदे, हमें देखने को मिलते हैं। लेकिन यह उन लोगों के लिए, नुकसानदायक भी हो सकता है। जिन्हें किसी प्रकार का आँतों में या रेक्टम में ब्लॉकेज की समस्या है।

जिन लोगों की आंते कमजोर हो गई हैं। उनको भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसे लोग जिनको पार्किंसनस या लकवा मारने की शिकायत है। उन्हें भी इसबगोल का सेवन नहीं करना चाहिए। जिन लोगों को खाना निगलने में दिक्कत होती है। उन्हें भी इसे नहीं लेना चाहिए। क्योंकि यह उसके गले में फंसकर ब्लॉकेज कर सकता है।

अगर आप नियमित रूप में कुछ दवाइयां ले रहे हैं। तो इसे नहीं लेना चाहिए। क्योंकि यह उसके अवशोषण में बाधा बन सकता है। जैसे जो लोग आयरन सप्लीमेंट्स या हार्ट की दवा ले रहे हैं। तो इसे अपने डॉक्टर की सलाह पर ही लेना चाहिए। आपको इसकी प्रतिदिन 5 से 10 ग्राम मात्रा लेना ही लाभकारी होता है।

इससे अधिक का सेवन करने से, कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसका सेवन करने वालों को पानी अधिक पीना चाहिए। ऐसी महिलाएं जो गर्भवती हैं। उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए। क्या आप जानना चाहेंगे : दालचीनी के फायदे दालचीनी के फायदे पुरुषों के लिए। गर्म पानी में दालचीनी के फायदे।

Isabgol Benefits
इसबगोल फायदे 

इसबगोल आपको स्वस्थ और निरोगी जीवन की बुनियाद रखने में मदद करता है। अगर हर सुबह, हमारा पेट सही ढंग से साफ न हो। तो हम पूरा दिन सुस्त बने रहते हैं। हम पूरे दिन चिड़चिड़ेपन का अनुभव करते हैं। ऐसे में हमें किसी भी काम को करने में मन नहीं लगता है। न हीं हमें भूख सही से लगती है।

इसके उलट अगर हमारा पेट सुबह खुलकर साफ हो जाए। तो हम पूरा दिन तोरो-ताजा महसूस करते हैं। ऊर्जा से भरा हुआ महसूस करते हैं। प्रकृति ने हमारी आँतों को, कुछ इस प्रकार बनाया है कि हम जो कुछ भी आज खाते हैं। वह दूसरे दिन सुबह तक, पूरा का पूरा बाहर हो जाना चाहिए। ऐसा होने पर, हमारे शरीर के सभी अंग, ठीक ढंग से काम करते हैं।

लेकिन ऐसा हो नहीं पाता है। क्योंकि हमारे खाने पीने की आदतें, इतनी ज्यादा खराब हो चुकी है। हमारे खाने का कुछ बचा हुआ हिस्सा, शरीर से बाहर नहीं निकल पाता। जिसके कारण यह गंदगी हमारे आँतों में चिपकी रह जाती है। फिर यह आँतो में सड़न पैदा करती है। जिसके कारण आँतों में खतरनाक बैक्टीरिया पैदा होते हैं। इससे जो विषाक्त पदार्थ पैदा होते हैं। वो धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल जाते हैं।

फिर इनसे तरह-तरह की बीमारियां पैदा होती है। कई रिसर्च के अनुसार, पेट सही से साफ न होने के कारण, हमें गम्भीर कब्जियत, बवासीर, भगन्दर, सरदर्द, अपच व एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती है। कई बार तो त्वचा से संबंधित समस्याएं जैसे एलर्जी, मुहासे, फोड़े-फुंसी की समस्या उत्पन्न होती है। इसलिए हमें पेट और आंतों की पूरी तरह से सफाई करना जरूरी होता है। क्या आप जानना चाहेंगे : किडनी की बीमारी के 10 संकेत क्या किडनी ठीक हो सकती है। किडनी का रामबाण इलाज।

Isabgol Benefits
कोलोरेक्टल कैंसर में फायदेमंद

इस प्रकार का कैंसर, हमारे कोलोन या मलाशय में उपस्थित कोशिकाओं के अनियंत्रित तरीके से बढ़ाने के कारण होता है। इसबगोल में मौजूद आहार फाइबर, हमे कैंसर से बचाता है। WHO के अनुसार, कोलोरेक्टल कैंसर दुनियाभर में तेजी से फैलने वाली बीमारी है। इसका मुख्य कारण, कम फाइबर का लिया जाना है। महिलाओं को कम से कम 21 से 25 ग्राम आहार फाइबर की जरूरत होती है।

जबकि पुरुषों को 30 से 38 ग्राम तक, आहार फाइबर की आवश्यकता होती है। जब हम पर्याप्त मात्रा में आहार फाइबर लेते हैं। तो यह हमारे मल को भारी (bulky) बना देता है। यह कैंसर पैदा करने वाले कंपाउंड कार्सिनोजन को dilute कर देता है। इनके फैलने की गति को कम करके, हमारे आँतों से बाहर निकाल देता है। 

इसके कारण हमारे कोलोरेक्टल और कार्सिनोजन के बीच का संपर्क कम हो जाता है। रिसर्च में पाया गया कि अगर हमें पर्याप्त मात्रा में आहार फाइबर मिले, तो यह कॉलेटरल कैंसर से बचाता है। क्या आप जानना चाहेंगे : हर्निया रोग क्या है। हर्निया क्यों होता है। क्या बिना ऑपरेशन ईलाज सम्भव।

Isabgol Benefits
एसिडिटी, सीने में जलन और गैस्ट्रिक में फायदेमंद

इसबगोल हमारे पूरे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल हेल्थ के लिए लाभकारी होता है। इसबगोल में एसिड को अवशोषित करने की ताकत होती है। हमारे पेट में जो गैस बनती है। उसे कम करता है। पाचन तंत्र से संबंधित किसी भी तरह के समस्या जैसे अधिक गैस बनना, हाइपर एसिडिटी व मेटाबॉलिक सिंड्रोम से हमें बचाता है। जब ये हमारी आँतो में पहुंचता है। तो उसकी ऊपरी परत पर, एक लेयर बना लेता है।

इसके कारण यह पेट में होने वाले अल्सर तक की रोकथाम करता है। अगर आपको आँतों से संबंधित, किसी भी प्रकार की समस्या है। तो आप इसे एक से दो चम्मच छाछ के साथ, दोपहर में खाना खाने के 1 घंटे पहले ले सकते हैं। यह आपके पेट को ठंडा रखेगा। आँतों से संबंधित सभी समस्याओं से निजात दिलाएगा। क्या आप जानना चाहेंगे : शहद के फायदे शहद खाने के नुकसान। असली शहद की पहचान। शहद जहर कैसे बनता है।

Isabgol Benefits
हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक

हृदय से संबंधित सभी बीमारियों का मुख्य कारण कोलेस्ट्रॉल होता है। कोलेस्ट्रॉल हमारी आर्टिरीज में जमकर, वहां पर ऑक्सिडाइज होकर, ब्लॉकेज कर देता है। जिसके कारण उससे संबंधित अंग डैमेज होना शुरू हो जाता है। इसबगोल आपके हृदय संबंधी बीमारियों को कम करता है। आपके कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। आपकी आर्टिरीज को साफ करता है।

इसबगोल की कोलेस्ट्रॉल पर असर को लेकर, कई रिसर्च हुई। जिसमें हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों को, एक हफ्ते से 6 महीने तक सिर्फ इसबगोल दिया गया। इसके अलावा कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाली, किसी भी दवा का प्रयोग नहीं किया गया। प्रत्येक व्यक्ति के कोलेस्ट्रॉल लेवल के आधार पर, इसकी मात्रा को भी निर्धारित किया गया। जिसके परिणाम चौंकाने वाले थे। 

इन लोगों का 6 हफ्ते के अंदर कोलेस्ट्रॉल लेवल 4% से 10% तक कम हो गया। इसके साथ ही LDL कोलेस्ट्रॉल में 3% से 12% की कमी आई। जबकि उनके HDL कोलेस्ट्रॉल पर, इसका बिल्कुल भी असर नहीं पड़ा। आमतौर पर कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाइयां, हमारे अच्छे कोलेस्ट्रॉल यानी HDL को भी कम कर देती है। 

यह भी देखा गया कि जितनी अधिक मात्रा में, इसबगोल का इस्तेमाल किया जाता है। उतना ही ज्यादा यह कोलेस्ट्रोल का लेवल कम करता है। इसलिए आपको कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए, कम से कम 10 ग्राम लेना चाहिए। लेकिन अगर आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल 400 से 500 के बीच या उससे अधिक है। तो आप इसकी 10 ग्राम की तीन dose भी ले सकते हैं। लेकिन एक बार, अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। क्या आप जानना चाहेंगे : लहसुन खाने के फायदे पुरुषों के लिए कच्चे लहसुन खाने का लाभ।

Isabgol Benefits
इसबगोल ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है   

इसबगोल में प्राकृतिक जिलेटिन पाया जाता है। यह हमारे शरीर में ग्लूकोज के तोड़ने की प्रक्रिया को कम कर देता है। इंसुलिन के उत्सर्जन को नियमित कर देता है। इससे ब्लड शुगर के सामान्य स्तर में आने में मदद मिलती है। इसलिए अगर आप इसे डायबिटीज के लिए लेना चाहते हैं। तो प्रतिदिन एक चम्मच गुनगुने पानी के साथ, खाने के बाद जरूर लेना चाहिए।

Isabgol Benefits
हार्ट अटैक के रिस्क को कम करता है 

हार्ट अटैक आने का मुख्य कारण, हमारे ब्लड में ट्राइग्लिसराइड का बढ़ जाना होता है। जिसके कारण हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसबगोल ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करता है। इसके साथ ही हमारे हृदय को मजबूती प्रदान करता है। हमारे हृदय को हार्ट अटैक के खतरे से भी बचाता है। इसके लिए आप इसबगोल को एक से दो चम्मच, सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ ले सकते हैं। क्या आप जानना चाहेंगे : यूरिक एसिड की रामबाण दवा। यूरिक एसिड में क्या खाना चाहिए (सम्पूर्ण जानकारी व उपाय)।

Isabgol Benefits
वजन कम करने में मदद करता है

यह एक प्राकृतिक फाइबर होता है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं। तो यह हमारी भूख को नियंत्रित करता है। इससे हमारे अधिक खाने की आदत भी नियंत्रित होती है। जिसके कारण हमारे शरीर में जाने वाली अधिक कैलोरी कम हो जाती है। इस वजह से, यह प्राकृतिक रूप से वजन को कम करने सहायक हो जाता है।

अगर आप विशेष रूप से फैट से निजात पाना चाहते हैं। तो आपको इसे खाने से आधा घंटे पहले लेना चाहिए। इससे आपका पेट भरा-भरा महसूस होगा। जिसके कारण आप अधिक नहीं खा पाएगे। वजन कम करने के लिए, इसका इस्तेमाल खाने से पहले किया जाना चाहिए। तो यह हमारे डाइजेशन में भी मदद करता है। हमारे पूरे इंटेस्टाइन को साफ करता है। हमारे आँतों में जो विषाक्त पदार्थ होते हैं। उन्हें भी बाहर निकालने में मदद करता है। क्या आप जानना चाहेंगे : थायराइड क्या है। थायराइड के मरीज को कभी नही करनी चाहिए ये 7 चीजें

Isabgol ke Fayde
इसबगोल के फायदे लिवर के लिए  

इसबगोल हमें कब्ज से मुक्ति दिलाता है। अगर देखा जाए तो, सौ बीमारियों का एक कारण, कब्ज़ ही होता है। इसबगोल में घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइबर पाए जाते हैं। जिसकी वजह से यह सबसे शक्तिशाली प्राकृतिक रेचक (laxatives) हो जाता है। यह हमारे मल त्याग को नियंत्रित करता है। यानी यह हमारे मल को मुलायम बनाए रखने की ताकत रखता है।

इसमें फाइबर होने के कारण, हमारा मल भारी और मुलायम हो जाता है। जिसके कारण, यह आसानी से बाहर निकल जाता है। इसबगोल हमारे आँतों की सफाई करता है। जिसके कारण कब्जियत खत्म होती है। इसके कारण हमारे पेट में मौजूद सारे टॉक्सिंस भी बाहर निकल जाते हैं। आयुर्वेद में कहा भी गया है कि अगर हम अपने पेट से, हर प्रकार के कुपित मल को बाहर कर दें। तो हर रोग का निदान हो जाता है।

अगर आप इसबगोल का सेवन कब्जियत को दूर करने के लिए कर रहे हैं। तो इसे खाने के साथ नहीं लेना चाहिए। बल्कि रात को सोने से 1 घंटे पहले, गुनगुने पानी के साथ ले सकते हैं। अगर आपको काफी पुरानी कब्जियत की शिकायत है। तो आप इसे गाय के दूध के साथ भी ले सकते हैं। अगर आप इसबगोल का इस्तेमाल करते हैं। तो आपको पानी की मात्रा बढ़ानी होगी। क्योंकि इसमें फाइबर होने के कारण, यह पानी को अवशोषित कर लेता है। इसलिए आपको अधिक पानी पीने की आवश्यकता होती है।

Disclaimer      
लेख में सुझाए गए tips और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले, किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। myhealthguru इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।

Leave a Comment

Translate »