बाल झड़ने के कारण – पुरुषों में, महिलाओं में, कम उम्र में, बालों की संरचना, किस कमी से झड़ते हैं, क्या खाने से बाल नहीं झड़ते, कारण व उपाय।
कम उम्र में बाल झड़ने के कारण – पुरुषों में बाल झड़ने के कारण
क्या खाने से बाल नहीं झड़ते
बालों की सेहत आपकी खूबसूरती के साथ जुड़ी हुई है। अगर आपके बाल अच्छे नहीं है। तो आप चाह कर भी, अपने बालों को कोई हेयर स्टाइल नहीं दे सकते। इसी के साथ, आज की बिजी लाइफस्टाइल, आपके बालों को अधिक कमजोर और बेजान बना बनाती जा रही है। ऐसे मैं आपको सिर्फ एक अच्छी हेयर केयर रूटीन की ही जरूरत नहीं है। बल्कि इसके पीछे के कारणों को भी जानना जरूरी है।
क्या आप जानते हैं कि हमारे बाल कैसे उगते हैं। कैसे बढ़ते हैं। हमारे सर पर ये होते ही क्यों है। इनकी क्या जरूरत है। हमारे बाल झड़ते क्यों है। अगर आपने यह जान लिया कि बाल झड़ने के पीछे कारण क्या है। तो आप बालों की बहुत सारी समस्याओं को खुद ही दूर कर सकते हैं। झड़ते बालों की समस्या से आज चाहे पुरुष हो या महिला सभी परेशान है। आज कम उम्र में ही बाल झड़ने लगते हैं। इसकी कई वजह हो सकती है।
लेकिन ज्यादातर मामलों में, इसकी आम वजह खान-पान में पोषक तत्वों की कमी भी होती है। अक्सर बहुत से लोग, अपनी इस समस्या को दूर करने के लिए, बाजार में उपलब्ध महंगे-महंगे तेल और शैंपू का इस्तेमाल करते हैं। वहीं कुछ लोग घरेलू उपचार से लेकर, हेयर फॉल ट्रीटमेंट और हेयर ट्रांसप्लांट तक का सहारा लेते हैं। लेकिन वह यह नहीं जानते कि बालों की ग्रोथ कैसे होती है।
किन कारणों से उन्हें इस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीं वह अपनी डाइट पर ध्यान नहीं देते। इसके मूल कारणों पर ध्यान नहीं देते। अगर इन कारणों को समझ लिया जाए। इसे दूर करने के उपाय कर लिए जाए। तो यह समस्या पूरी तरह से दूर हो सकती है। बालों को लाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। लेकिन इन्हें बचाना आसान होता है। इस विषय पर जानकारी लेने की कोशिश करते हैं। क्या आप जानना चाहेंगे : दालचीनी के फायदे। दालचीनी के फायदे पुरुषों के लिए। गर्म पानी में दालचीनी के फायदे।
बालों की संरचना
सर के अंदर वाली त्वचा के हिस्से को, hair follicle कहा जाता हैं। जबकि ऊपर वाले हिस्से को hair shaft कहा जाता हैं। हेयर फॉलिकल बनने में, 22 हफ्ते का समय लगता है। हमारे पूरे शरीर में लगभग 50 लाख हेयर फॉलिकल होते हैं। वहीं सिर पर केवल, एक लाख हेयर फॉलिकल्स होते हैं। शाफ़्ट में तीन भाग होते हैं। सबसे बाहर रहने वाले भाग को क्यूटिकल कहते हैं।
क्यूटिकल के नीचे एक बड़ा स्तर होता है। जिसे कोर्टेक्स कहा जाता है। कोर्टेक्स के नीचे और मध्य के भाग को मेडुला कहा जाता है। चमड़ी के अंदर रहने वाले के भाग को रूट कहा जाता है। बाल के बढ़ने पर धीरे-धीरे रूट शाफ़्ट में बदल जाता है। सामान्यता एक महीने में बाल 1/2 इंच या 1 वर्ष में 5 से 6 इंच बढ़ता है। रूट 1 छिद्र में होता है। जिसे फॉलिकल कहा जाता है।
इस फॉलिकल से ही बाल निकलता है। एक फॉलिकल से एक या इससे अधिक बाल भी निकाल सकते हैं। फॉलिकल नाशपाती के आकार की पैपिला से बना होता है। यह पैपिला त्वचा का ही भाग होता है। पैपिला और फॉलिकल के संगम पर ही बाल बनता है। पैपिला ब्लड वेसल से जुड़ा होता है। इसी से रुट को सारे न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं। जिससे बाल का निर्माण और इसकी वृद्धि होती है। जैसे-जैसे उसे न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं। यह कोशिकाएं वृद्धि करती हैं।
ये धीरे-धीरे बड़ी होने लगती है। सर के बाल 2 से 6 वर्षों तक की जीवित रहते हैं। उसके बाद यह झड़ जाते हैं। फिर उनके स्थान पर नए बाल निकलते हैं। यह प्रक्रिया लंबी उम्र तक चलती रहती है। बालों के निर्माण में कई कारक जिम्मेदार होते हैं। बालों का 95% हिस्सा कैरोटीन नामक प्रोटीन का बना होता है। कैरोटीन 18 तरीके के अमीनो एसिड से बनता है। जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं। हमारे बालों का घनत्व कम होता जाता है।
क्योंकि जब हम बड़े होते हैं। तो हमारे सर का आकार भी बड़ा होता है। क्योंकि बालों का निर्माण में हारमोंस की मुख्य भूमिका होती है। महिलाओं और पुरुषों में बाल निर्माण की प्रक्रिया अलग-अलग होती है। जब यह हमारे स्किन से बाहर आते हैं। तो डेड हो चुके होते हैं। इसीलिए जब आप बाल कटवाते हैं। तो दर्द नहीं होता है। लेकिन हेयर फॉलिकल्स हमेशा जीवित रहते है। इसीलिए जब कोई बाल खींचना है, तो दर्द होता है। क्या आप जानना चाहेंगे : किडनी की बीमारी के 10 संकेत। क्या किडनी ठीक हो सकती है। किडनी का रामबाण इलाज।
बाल किस कमी से झड़ते हैं
बालों के उगने से झड़ने तक, इसे तीन चरणों से गुजरना पड़ता है। जब बालों का विकास शुरू होता है। तो उसके पहले चरण को anagen, दूसरे चरण को catagen और वही तीसरे चरण को telogen कहते हैं। इन तीन चरणों से गुजरने के बाद, telogen चरण में बाल, कुछ दिनों तक रहते हैं। फिर यह झड़ जाते हैं। जब इस प्रक्रिया में बदलाव होता है, तो बाल झड़ने लगते है।
जितने बाल telogen चरण में गिरते हैं। उतने ही बाल अगले 3 महीने में उगते भी हैं। यानी की बालों की संख्या हमेशा एक समान रहती है। समान्य रूप से, telogen चरण में 10% बाल झड़ते हैं। जब बालों के anagen से telogen के cycle में परिवर्तन और झड़ने का अनुपात बदल जाता है। उस अवस्था को telogen effluvium कहते हैं। इसी कारण कुछ लोग गंजे तक हो जाते हैं।
बाल झड़ने के पीछे अन्य बहुत सारे कारण होते हैं। जैसे पोषण की कमी या बालों को देखरेख में गलती। वास्तव में हेयर फॉलिकल्स में, जो भी न्यूट्रिएंट्स होते हैं। वह स्किन के नीचे मौजूद ब्लड वेसल्स आते हैं। जिसमें प्रोटीन, विटामिन और अन्य न्यूट्रिएंट्स होते हैं। इसलिए अधिकतर आपकी शरीर में जरूरी विटामिन और मिनिरल्स की कमी होने पर भी, बालों से संबंधित समस्याएं हो सकती है। क्या आप जानना चाहेंगे : शहद के फायदे। शहद खाने के नुकसान। असली शहद की पहचान। शहद जहर कैसे बनता है।
कम उम्र में बाल झड़ने के कारण
कम उम्र में जो बाल झड़ते हैं। उसे एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया कहा जाता है। जिसके पीछे दो कारण होते हैं। पहला कारण एंड्रोजन और दूसरा कारण जेनेटिक होता है। अगर इसके साथ डैंड्रफ की भी समस्या हो जाती है। तो बाल झड़ने की समस्या और अधिक बढ़ जाती है। बालों का झड़ना या गंजापन एकदम से नहीं होता। यह बहुत धीरे-धीरे होता है।
कुछ रिसर्च का दावा है कि यह झड़े हुए बाल फिर से वापस आ सकते हैं। जो हमेशा के लिए वापस आ सकते हैं। रिसर्च में पाया गया कि बालों के नीचे मौजूद जड़े कभी नहीं मरती। वह हमेशा जिंदा रहती है। बस उनकी ग्रोथ रुक जाती है। क्योंकि DHT के कारण बालों का पालन-पोषण करने वाले, फॉलिकल्स सिकुड़ जाते हैं।
ऐसे व्यक्ति जिसके बाल झड़ चुके हैं। उन्हें ऐसी दवाइयां दे दी जाए। जो इन जड़ों का पालन-पोषण कर, इनको anagen फेस में डाल दे। जहां एक महीने में बाल, 1 सेमी बड़े होते रहे। फिर कोई भी इंसान गंजा नहीं हो सकता। उसका सर बालों से, धीरे-धीरे भर जाएगा। क्या आप जानना चाहेंगे : लहसुन खाने के फायदे। पुरुषों के लिए कच्चे लहसुन खाने का लाभ।
पुरुषों में बाल झड़ने के कारण
आज 90% लोग बाल झड़ने की समस्या से ग्रसित हैं। चाहे वह किसी भी उम्र के लड़के हो, लड़कियां हो, महिलाएं हो या पुरुष हो। ये सभी की समस्या है। पहले यह समस्या न के बराबर होती थी। आज हमारा लाइफ़स्टाइल बदल गया है। हमारे जीवन में बहुत सारे बदलाव हो चुके हैं। इन सभी का असर, हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। उसी तरह, हमारे बालों को भी स्वस्थ रखने के लिए, अगर हम बालों के झड़ने का कारण समझ लें। तो हम आसानी से इन्हें झड़ने से बचा सकते हैं। इन कारणों में से ही, कुछ कारण बाल झड़ने की जिम्मेदार होते हैं।
1. Extreme Diets and Malnutrition – कुछ माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की कमी के कारण, बाल झड़ने लगते हैं। अगर इनकी कमी को, हम खाद्य पदार्थों से पूरी कर ले। तो यह समस्या खत्म हो सकती है। इनमें विटामिन B12, बायोटीन जिसे विटामिन एच भी कहा जाता है। इसके अलावा कुछ मिनरल्स जैसे आयरन, जिंक और सेलेनियम होते है। इनके अलावा प्रोटीन की भी कमी होती है।
अगर इनमें से किसी भी चीज की कमी, शरीर में लंबे समय तक रहती है। तो बाल गिरने की समस्या होती है। इन चीजों की कमी से, अन्य समस्याये भी होती हैं। जिसमें हेयर फॉल भी एक है। लेकिन हमारा ध्यान, उन बड़ी समस्याओं पर होता है। जिनके आगे हेयर फॉल पर ध्यान नहीं दे पाते है।
2. Physical and Mental Stress – किसी भी तरह के मानसिक या शारीरिक तनाव की वजह से भी, बाल झड़ने की समस्या हो सकती है। क्योंकि इनमें से किसी भी परिस्थिति में, व्यक्ति को अधिक पसीना आता है। जिसके कारण डिहाईड्रेशन हो जाता है। यानी शरीर में पानी की कमी हो जाती है। पसीना अधिक होने के कारण स्कल के हिस्से भी में भी नमी बनी रहती है। इसके कारण भी, हेयर फॉल की समस्या होने लगती है।
3. Due to Heredity – बालों के झड़ने की समस्या वंशानुगत भी होती है। यह अधिकतर पुरुषों में ही देखने को मिलती है। महिलाओं में यह बहुत कम होती है। वंशानुगत प्रक्रिया में, बालों का झड़ना हो भी सकता है और नही भी। लेकिन संभावना रहती है। बहुत सारे लोगों के बाल हमेशा के लिए झड़ने लग जाते हैं। जो फिर वापस नहीं आते। वहीं कुछ लोग बीच से, आगे से या ऊपर से पूरे गंजे हो जाते हैं।
जो लोग बहुत जल्द हमेशा के लिए गंजे हो जाते हैं। यह उनकी जींस की वजह से होता है। जो उनके मां-बाप से मिलता है। ऐसे लोगों में बालों को पैदा करने वाले फॉलिकल्स dihydrotestosterone (DHT) के कारण, ज्यादा ही सेंसिटिव हो जाते हैं। कुछ लोगों के टेस्टोस्टेरोन बहुत ज्यादा मात्रा में बनने लग जाता है। इसके ज्यादा मात्रा में बनने के कारण, यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन DHT में बदलने लग जाता है।
फिर हमारे शरीर में DHT की मात्रा बढ़ जाती है। इसी के कारण लोगों के बाल बहुत जल्दी झड़ जाते हैं। यह DHT बालों का पोषण करने वाले फॉलिकल्स को सिकुड़ कर छोटा कर देता है। जिसकी वजह से बाल छोटे होते रहते हैं। यह कम भी हो जाते हैं। क्योंकि फॉलिकल ही बालों का पालन-पोषण करती है। वही बालों को बड़ा करती है। बालों को पैदा करती है। वंशानुगत समस्या को तो रोक नहीं जा सकता। लेकिन अन्य दिए गए कारणों के आधार पर, हम अपना इलाज कर सकते हैं। ताकि ऐसी समस्या से बचे रहें।
4. Medication – कुछ ऐसी दवाइयां भी होती हैं। जिनकी वजह से बाल झड़ने की समस्या होती है। आजकल बाजारों में बहुत सारे ओरल पिल्स मौजूद हैं। जिनके साइड इफेक्ट की वजह से, बाल झड़ने की समस्या हो जाती है। इसी प्रकार कैंसर में, जो भी दवाइयां दी जाती है। उसका साइड इफेक्ट होता है कि बाल पूरी तरह से झड़ जाते हैं। इसको ही मेडिकल भाषा में एलोपेसिया कहा जाता है। इसका मतलब होता है कि बाल का पूरी तरह से झाड़ जाना। जिसमें व्यक्ति पूरी तरह से गंजा हो जाता है।
5. Daily Hair Care Routine – अगर हमारे बालों की देखरेख सुचारू नहीं है। तो भी बालों के झड़ने की समस्या होती है। क्योंकि बालों की देखभाल बहुत ही जरूरी होती है। बालों को सुंदर व हेल्दी रखने के लिए, उनकी उचित देखभाल करना जरूरी है। इसके लिए हमारी डाइट, पोषक पदार्थ से भरपूर होनी चाहिए। समय समय पर, हम अपने बालों को धोए। गीले बालों में कभी भी कंघी नहीं करनी चाहिए। क्योंकि इससे बाल ज्यादा उलझते और झड़ते हैं। इससे बालों की जड़े भी कमजोर होने लगती हैं।
6. Dehydration – शरीर में पानी की कमी होना भी, एक महत्वपूर्ण कारण है। पानी की कमी होने पर, हमारी त्वचा रूखी व खुरदरी हो जाती है। इसकी चिकनाहट चली जाती है। इसी तरह बाल भी बहुत ज्यादा रूखे हो जाते हैं। कमजोर होने लगते हैं। इनकी जड़े भी कमजोर हो जाती है। जिससे ये आसानी से निकलने लगते हैं।
इसकी वजह से भी बाल झड़ने की समस्या होने लगती है। इसलिए हमें दिन भर में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी यानी कम से कम ढाई से तीन लीटर पानी जरूर पीना चाहिए। इससे आपके बालों के झड़ने की समस्या से तो छुटकारा मिलेगा। इसके साथ ही, बहुत सारे अन्य फायदे भी मिलते हैं। इससे हमारे किडनी का फिल्ट्रेशन उचित रूप से होता रहेगा।
हमारी त्वचा पर चमक आएगी। डिहाइड्रेशन की वजह से होने वाली समस्याएं भी नहीं होगी। इसलिए उचित मात्रा में पानी, पीना हमें अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। क्या आप जानना चाहेंगे : यूरिक एसिड की रामबाण दवा। यूरिक एसिड में क्या खाना चाहिए (सम्पूर्ण जानकारी व उपाय)।
महिलाओं में बाल झड़ने के कारण
महिलाओं में आज बालों का झड़ना, एक आम समस्या बन गई है। आज हर तीसरी महिला इससे ग्रसित है। इसके पीछे लाइफस्टाइल, किसी प्रकार का डिसऑर्डर, पॉल्यूशन, डस्ट या एलर्जी हो सकती है। इनके अलावा भी महिलाओं में, बाल झड़ने के कुछ कारण होते हैं। जो इस प्रकार है –
1. Hormonal Imbalance – हमारे शरीर में कुछ ऐसे हारमोंस होते हैं। जो हमेशा उत्सर्जित होते रहते हैं। जिनके कारण हमारे शरीर की कार्यप्रणाली सुचारू रूप से चलती रहती है। जैसे थायराइड हार्मोन, एस्ट्रोजन हार्मोन, कोलेस्ट्रॉल हार्मोन व इसी तरह के बहुत से हार्मोन, हमारे शरीर से लगातार निकालते रहते हैं। लेकिन यह प्रक्रिया एक उम्र के बाद होती है। इसके बाद इनका लेबल असंतुलित हो जाता है।
जब किसी भी बीमारी की वजह से इनका संतुलन बिगड़ जाता है। जिसकी वजह से यह हार्मोन्स, हमारे शरीर में कम या ज्यादा हो जाते हैं। जैसे हमारे शरीर में थायराइड का लेवल कम या ज्यादा हो जाता है। इसके कारण भी, बाल झड़ने की समस्या हो सकती है। यानी कि अगर हम थायराइड को ठीक कर लेते हैं। तो हमारे बाल झड़ने की समस्या भी ठीक हो जाती है। इसका मतलब है कि यह सभी हमारे हार्मोन्स के असंतुलन की वजह से होता है।
2. Medical Condition – कुछ ऐसी बीमारियां भी होती है। जिनकी वजह से हेयर फॉल की समस्या हो जाती है। जैसे हाइपोथाइरॉएडिज्म की समस्या है। अगर ब्लड में थायराइड का लेवल कम हो गया। तो इस दौरान भी हेयर फॉल की समस्या देखने को मिलती है। इसी प्रकार अगर किसी महिला को पीसीओडी की समस्या है। इसमें भी हार्मोन असंतुलित हो जाते है। इस स्थिति में एस्ट्रोजन व और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं।
इनका संतुलन बिगड़ जाता है। इसकी वजह से भी, महिलाओं में बाल झड़ने की समस्या हो जाती है। इसी प्रकार जब किसी को कैंसर की समस्या हो जाती है। तो इसके उपचार में कीमोथेरेपी की जाती है। इसका साइड इफेक्ट यह होता है कि बाल पूरी तरह से गायब हो जाते हैं। लेकिन रोग से छुटकारा मिलने के बाद, यह बाल आ भी जाते हैं।
3. Pregnancy – जब गर्भावस्था होती है इस दौरान बहुत सारे ऐसे हार्मोन होते हैं। जो अपने पीक प्वाइंट पर होते हैं। यानी उनका लेवल बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ होता है। यह सभी असंतुलित हो जाते हैं। क्योंकि गर्भावस्था के दौरान, शरीर में बहुत सारे बदलाव देखने को मिलते हैं। जैसे महिलाओं को उल्टी व जी मचलाने की समस्या होने लगती है। इसकी वजह से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक प्रभावित होता है। महिलाओं में मेटाबॉलिज्म सुचारू रूप से नहीं होता है।
वह जो भी खाती है। उसका डाइजेशन अच्छे से नहीं हो पता है। इसकी वजह से जो पोषक तत्वों से मिलने चाहिए। वह नहीं मिल पाते हैं। जिसकी वजह से भी, उन्हें बाल झड़ने की समस्या हो जाती है। इसके अलावा उन्हें कब्ज की भी समस्या देखने को मिलती है। लेकिन यहां यह जरूरी नहीं है कि यह समस्या सभी महिलाओं को हो। किसी-किसी महिला को प्रेगनेंसी के दौरान बाल झड़ने की समस्या होती है। जब प्रेगनेंसी अच्छे से हो जाती है। तो यह बाल झड़ने की समस्या, अपने आप ठीक भी हो जाती है।
4. White Discharge – अगर आपको लगातार व्हाट डिस्चार्ज हो रहा है। यह सामान्य तब होता है। जब यह पीरियड्स के दो-चार दिन पहले शुरू होता है। लेकिन वही मिड साइकिल में, या कभी भी लगातार वाइट डिस्चार्ज हो रहा है। इस अवस्था में भी बाल झड़ने की समस्या हो सकती है। इसके साथ ही पेट व कमर में दर्द भी होता है।
5. Lack of Vitamin B12 – अक्सर महिलाओं में B12 की कमी पाई जाती है। आज 70% महिलाओं में, इसकी कमी पाई जाती है। अगर किसी महिला में, सामान्य रेंज से B12 की कमी हो जाती है। तो इसके कारण भी, बालों का झड़ना होता है। अगर समय रहते, इन कमियों को जान लिया जाए। साथ ही उनकी भरपाई की जा सके, तो बालों को झड़ने को रोका जा सकता है।
6. Hairstyle and Coloring – आजकल युवाओं में बालों को रंगने का बहुत अधिक प्रचलन है। यह तरह-तरह की हेयर स्टाइल व बालों को कलर करते हैं। यह कलर एक तरह के केमिकल्स होते हैं। जो हमारे बालों को नुकसान पहुंचाते हैं। इनकी वजह से बालों की जड़े कमजोर होने लगती हैं। इसकी वजह से भी, बाल झड़ने की समस्या देखने को मिलती है। इसके कारण बालों की ग्रोथ भी आगे अच्छे से नहीं हो पाती है। क्या आप जानना चाहेंगे : बड़ों के पेट में कीड़े होने के लक्षण। पेट के कीड़ों का रामबाण उपाय। पेट में कीड़े होने का कारण व लक्षण।
क्या खाने से बाल नहीं झड़ते
अगर आप बिना किसी मेडिसिन के, अपने बालों को हेल्दी रखना चाहते हैं। तो आपको अपने डाइट प्लान में, कुछ ऐसे पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए। जिससे बालों के पोषण के साथ-साथ, इनका झड़ना भी रोका जा सके। हमारे बालों के लिए, सबसे ज्यादा जरूरी पोटेशियम, जिंक, आयरन, विटामिन सी, विटामिन ए और बायोटीन होता है। इन सभी का हमारे डाइट में शामिल होना जरूरी है।
1. आँवले का प्रयोग – आंवला एक ऐसा तत्व है। जिसका प्रयोग आप अपने आहार में कर सकते हैं। इसको आप सब्जी के रूप में, अचार के रूप में, मुरब्बा के रूप में तथा च्यवनप्राश के रूप में प्रयोग कर सकते हैं। आँवले के सीजन में, इसे अपने आहार में जरूर शामिल करें।
2. हरी सब्जियों का प्रयोग – हरी सब्जियों में विशेष रूप से पालक, बथुआ व अन्य पत्तेदार सब्जियां को ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। पालक आयरन और फांलिड का अच्छा स्रोत होता है। यह बालों के विकास के लिए मददगार होता है। यह आपके बालों के साथ-साथ, आपकी आंखों के लिए, पेट के लिए व सर्कुलेटरी सिस्टम को सुचारु करने में उपयोगी साबित होगा।
3. अंडे का प्रयोग – अंडा विटामिन और बायोटीन से भरपूर होता है। यह बालों के सेहत के लिए, बहुत अच्छा होता है। अंडे का खाने के रूप में प्रयोग करने के साथ-साथ, आप इसे ओलिव ऑयल में मिलाकर, बालों में भी लगा सकते हैं।
4. शिमला मिर्च का प्रयोग – शिमला मिर्च विटामिन सी से भरपूर होता है। यह बालों के स्वास्थ्य के लिए, जरूरी माना जाता है। विटामिन सी की कमी के कारण बालों में रूखापन बढ़ जाता है। जिसके कारण बाल जल्दी झड़ने लगते हैं।
5. शकरकंद का प्रयोग – शकरकंद में प्रचुर मात्रा में विटामिन ए, आयरन जिंक कॉपर कैल्शियम पोटेशियम नियासिन और बीटा कैरोटीन पाया जाता है। यह बालों के विकास के लिए, सबसे लाभकारी होता है। बीटा कैरोटीन के अन्य स्रोतों में गाजर और कद्दू भी शामिल है। यह बालों की सभी प्रकार की समस्याओं को, खत्म करने में लाभकारी होता है।
6. अखरोट का प्रयोग – यह न सिर्फ जोड़ों के दर्द को दूर करने में मदद करता है। बल्कि अखरोट बालों के लिए भी काफी हेल्दी होता है। इसमें मौजूद बायोटीन और सेलेनियम, बालों के झड़ने की समस्या को कम करते हैं। अगर शरीर में सेलेनियम की कमी होती है। तो इससे गंजेपन होने की समस्या पैदा हो जाती है। इसके अलावा इसमें विटामिन B1, B6 व B9, विटामिन ई, मैग्नीशियम और प्रोटीन भी पाया जाता है। जो बालों की सेहत का ख्याल रखते हैं।
7. सुखा आलू बुखारा – बालों में सूखापन पतलापन और बाल झड़ना यह सभी समस्याएं अक्सर शरीर में आयरन की कमी के कारण होती हैं आयरन की कमी को दूर करने के लिए सुखा सुखा आलू बुखारा सबसे अच्छा होता है इसमें बहुत ज्यादा आयरन होने की वजह से यह जल्द ही आयरन की कमी को दूर कर देता है जिससे बालों के झड़ने की समस्या भी दूर हो जाती है।
Disclaimer लेख में सुझाए गए tips और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले, किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। myhealthguru इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। |