थायराइड का रामबाण इलाज | थायराइड के लक्षण | महिलाओं में थायराइड के लक्षण

थायराइड का रामबाण इलाज – महिलाओं में लक्षण, हाइपो  व  हाइपर थायराइड के लक्षण, प्याज से इलाज।

भारत में थायराइड की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। आज हर 10 में से, एक व्यक्ति थायराइड की समस्या से ग्रसित है। यह थायराइड सुनने में, जितनी आम सी बीमारी लगती है। यह उतनी सामान्य होती नहीं है। यह बीमारी पुरूषों की तुलना में, महिलाओं में अधिक पाई जाती है। हमारे शरीर में थायराइड ग्रंथि,  थायरोक्सिन नामक हार्मोन का निर्माण करती है।

जिसके कारण शरीर का मेटाबॉलिज्म नियंत्रण में रहता है। अर्थात थायराइड ग्रंथि का काम होता है। हम जो भी खाते हैं। उसे ऊर्जा में बदलने का। आप जरा सोच कर देखिए कि अगर इस ग्रंथि में थोड़ी-सी भी गड़बड़ होती है। तो हमारे शरीर को इसका कितना घातक प्रभाव झेलना पड़ेगा। यूँ तो शुरुआती दौर में, थायराइड की समस्या बहुत ही सामान्य होती है।

सबसे पहले गर्दन में छोटी-सी गांठ हो जाती है। यह गांठ बहुत सामान्य सी लगती है। जब तक इसे गंभीरता से लिया जाता है। तब तक यह भयंकर रूप धारण कर लेती है। अधिक मात्रा में थायराइड हार्मोन बनने की स्थिति को हाइपरथाइरॉयडिज़्म कहते हैं। वहीं कम मात्रा में थायराइड हार्मोन के बनने की स्थिति को, हाइपोथायरायडिज्म कहते हैं।

लेकिन यह बीमारी अगर शुरुआत में ही पकड़ में आ जाए। तो हमारे ठीक होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती हैं। इसके लिए हमें थोड़ा सावधान रहने की जरूरत होती है। साथ ही इसके लक्षणों पर भी हमें ध्यान देना चाहिए। क्या आप जानना चाहेंगे : थायराइड क्या है। थायराइड के मरीज को कभी नही करनी चाहिए ये 7 चीजें

थायराइड का रामबाण इलाज

थायराइड के लक्षण

अक्सर किसी व्यक्ति को, जब थायराइड की समस्या हो जाती है। तो उन्हें पता ही नहीं लगता। कि नहीं उन्हें थायराइड हो गया है। तो कैसे पता करें कि अमुक व्यक्ति थायराइड की समस्या से ग्रसित है।  थायराइड के क्या-क्या लक्षण हो सकते हैं। क्या-क्या तकलीफ हो सकती हैं। जो यह बताता है कि अब आपको इसके प्रति सचेत हो जाना चाहिए।

थायराइड के कुछ ऐसे लक्षण होते हैं। जो आपको 1 साल पहले ही दिखने लगते हैं। उनमें कुछ लक्षण इस प्रकार होते है।  आपके दिल की धड़कन बढ़ने लग जाएगी। आपको नींद आना बंद हो जाएगी। या नींद में कमी होने लगेगी। आपको अक्सर बिना बात के दिल व दिमाग में घबराहट होनी शुरू हो जाएगी। आपके स्वभाव में छोटी-छोटी बातों पर, चिड़चिड़ापन आने लगेगा।

आपके कानों में आवाज आनी शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही मुख्य लक्षण है कि आपके बालों का झड़ना शुरू हो जाएगा।  पुरुषों के सर के बाल झड़ने लगेंगे। तो वहीं महिलाओं की आइब्रो झड़नी शुरू हो जाएंगी। इन सारे लक्षणों के आने के बाद,  पैथोलॉजी की रिपोर्ट में थायराइड होने का पता चल पाता है। अब जानते हैं कि हाइपर थायराइड व हाइपो थायराइड के लक्षण क्या होते हैं।

हाइपो थायराइड के लक्षण

हाइपोथाइरॉएडिज्म का मतलब है कि थायराइड ग्रंथि उचित मात्रा में थायराइड हार्मोन नहीं बना पा रही है। जिसकी वजह से ब्लड में, थायराइड हार्मोन का लेवल कम हो जाता है। जिसकी वजह से थायराइड  ग्रंथि proper function नहीं कर पा रही है। तब हमारे शरीर में, बहुत सारे लक्षण दिखाई देने लगते है। इन लक्षणों को समझकर, हम दोनों प्रकार के थायराइड में, आसानी से अंतर कर सकते हैं।

1. Weight Gain – इसमें बिना किसी कारण के ही वजन बढ़ने लगता है। थायराइड ग्रंथि उचित मात्रा में, थायराइड हार्मोन नहीं बना पाती है। इसलिए वजन बढ़ने लगता है।

2. Feeling Tired – इसमें महिला व पुरुष दोनों को ही, थकावट महसूस होने लगती है।

3. Experiencing Numbness & Tingling in Hands – व्यक्ति के हाथ में सुन्नपन या झुनझुनी जैसा एहसास होगा। यह दिक्कत कभी-कभी कुछ मिनरल्स की कमी से भी हो जाती है।

4. Constipation – कब्जियत की समस्या अन्य कारणों से भी हो सकती है लेकिन हाइपोथाइरॉएडिज्म में भी यह देखने को मिलती है।

5. High Blood Cholesterol Level – अगर किसी व्यक्ति का कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ा हुआ है। तो यह भी इसका एक कारण हो सकता है।

6. Whole Body Pain – जब  हाइपोथाइरॉएडिज्म की समस्या होती है। तो पूरे शरीर में दर्द रहता है। यह लक्षण भी देखने को मिलता है।

7. Dry and Course Skin – ऐसे में त्वचा बहुत ज्यादा सुखी और खुरदरी हो जाती है।

8. Voice Become Low Pitched – हाइपोथाइरॉएडिज्म में आवाज की pitch low हो जाती है। जिसके कारण आवाज में, भारीपन आ जाता है। क्या आप जानना चाहेंगे : थायराइड क्यों होता है। इसके कारण, लक्षण, घर पर टेस्ट करने का तरीका, घरेलू उपाय।

हाइपर थायराइड के लक्षण

हमारी थायराइड ग्रंथि के अंदर T3 व T4  हार्मोन का लेवल, जब बढ़ जाता है। तो हमारा थायराइड हाइपरएक्टिव हो जाता है।  जिसके कारण हमारे बॉडी के सारे सिस्टम का, मेटाबॉलिक रेट बढ़ जाता है। तो समझते हैं कि हमारे सिस्टम में किस प्रकार का असर होता है। किस प्रकार के लक्षण हमें दिखने लगते हैं।

1. Weight Loss – हाइपर थायराइड के रोगी का वजन घटना शुरू हो जाता है। जहां उनकी भूख बढ़ जाती है। वहीं उनका  वजन कम होने लगता है। इसका कारण यह है कि थायराइड लेवल के बढ़ने से, उनका मेटाबॉलिक रेट बढ़ जाता है। इसको मेंटेन करने के लिए, जितनी कैलोरीज हमें चाहिए होती हैं। वह ज्यादा खाने के बाद भी नहीं मिल पाती है। जिसके कारण हमारा weight loss होना शुरू हो जाता है।

2. Irregular Heartbeat – ऐसे रोगियों में हार्ट बीट अनियमित हो जाएगी। यह कभी बहुत ज्यादा high हो जाएगी। तो कभी बहुत low हो जाएगी। मतलब अनियमित पैटर्न देखने को मिलेगा।

3. Palpitation – इसमें हृदय की धड़कन बढ़ जाएगी Heartbeat तो अनियमित होगी लेकिन धड़कन बढ़ जाएगी।

4. Anxiety – ऐसे रोगियों को घबराहट व उलझन होना शुरू हो जाएगी।

5.Weakness – इसमें रोगी को कमजोरी महसूस होगी। क्योंकि हाइपोथाइरॉएडिज्म, एक ऑटो ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। जिसमें हमारे शरीर की एंटीबॉडीज, हमारे सेल्स को मारने लगती है। इसी कारण, व्यक्ति का शरीर कमजोर होता जाता है।

6. Irritability – हाइपर थायराइड के व्यक्ति को मैं चिड़चिड़ापन देखने को मिलता है।

7. Fatigue – ऐसे व्यक्ति को बहुत ज्यादा थकान का अनुभव होगा। बिना कुछ किए ही उसे थकान का अनुभव होगा।

8. Difficulty in Sleeping – ऐसे व्यक्तियों को नींद न आने की समस्या होगी। ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि उसके शरीर में  थायरोक्सिन हार्मोन का लेवल, दिन प्रतिदिन बढ़ रहा होता है।

9.  Muscles Cramps – यानी व्यक्ति के हाथ पैरों के मांसपेशियों में दर्द होगा। जिसके कारण भी नींद अच्छे से नहीं आएगी।

10. Thin and Bottle Hair – जिन व्यक्तियों को हाइपर थायराइड की समस्या होगी उनके बाल बहुत पतले और बहुत ही कमजोर हो जाएंगे।

11. Changes in Bowel Movement- ऐसे व्यक्ति को बार-बार डायरिया की समस्या होगी। उसे लूज मोशन होने की शिकायत बनी रहेगी। ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि उसकी भूख बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। जिसके कारण वह बार-बार खाता है। इसकी वजह से, उसका डाइजेशन पैटर्न प्रभावित होता है। क्या आप जानना चाहेंगे : गिलोय के औषधि गुण, फायदे व नुकसानकैसे करें इसका उपयोग, सम्पूर्ण जानकारी।

महिलाओं में थायराइड के लक्षण

थायराइड एक ऐसी समस्या है। जो महिलाओं में अधिक देखने को मिलती है। महिलाओं में यह खतरा अधिकतर प्रेगनेंसी या मेनोपॉज के बाद बढ़ जाता है। इसलिए शरीर के बाकी अंगों की तरह, थायराइड के function को regulate करना जरूरी होता है। अभी तक दिए गए लक्षण महिला व पुरुष दोनों में ही हो सकते हैं। लेकिन कुछ ऐसे लक्षण भी देखने को मिलते हैं। जो महिलाओं से संबंध रखते हैं। इसलिए इन्हें भी जानना जरूरी है।

1.Heavy or Irregular Menses – अगर किसी महिला को हाइपरथाइरॉएडिज्म की शिकायत है। तो उसके मेंस्ट्रुअल पैटर्न में बदलाव देखने को मिलेंगे। मतलब उसके पीरियड के समय में बदलाव देखने को मिलेगा। अगर उसकी 28 दिनों की साइकिल है। तो उसमें disturbance हो जाएगा। महिला को 15 से 20 दिन में पीरियड सकते हैं। या फिर ये भी हो सकता है कि उसे डेढ़ से दो महीने में पीरियड्स आये। यानी कि उसके menstrual cycle में disturbance देखने को मिलेगा।

2. Infertility – इनफर्टिलिटी और थायराइड एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। जिन महिलाओं में पहले से इनफर्टिलिटी की समस्या होती है। उन्हें थायराइड की बीमारी हो सकती है। थायराइड के कारण, ओवरी में सिस्ट बन जाती है। जिसके कारण फर्टिलिटी का process नही हो पाता है। जिसके कारण आप मां नहीं बन पाती है।

3. Postpartum Thyroiditis – यह डिलीवरी के बाद होता है। यह थायराइड ग्लैंड के imbalance के कारण, Postpartum Thyroiditis की समस्या महिलाओं में हो जाती है। यह बीमारी थायराइड ग्लैंड को अपना शिकार बनाती है। डिलीवरी के बाद 4 से 12 महीने के बीच, यह समस्या आपको होती है।

इसके बाद, थायराइड हार्मोन आपके ब्लड में मिल जाता है। तब थायराइड के लक्षण, आपको परेशान करने लगते है। जैसे नींद न आने की समस्या, चिड़चिड़ापन,  तनाव होना और भूख का बढ़ना। जरूरी नहीं कि ये हर किसी को हो। लेकिन थायराइड ग्लैंड के imbalance के चलते, यह समस्या हो सकती है।

4. Early Menopause- अर्ली मेनोपॉज,   वह condition  होती है। जिसमें महिला 45 से 50 की उम्र में आने से पहले ही रजोनिवृत्ति में पहुंच जाती है।  जिसके कारण आपको प्रेग्नेंसी में परेशानी तो होती ही है। इसमें लगातार अनियमित पीरियड का आना, एक लक्षण हो सकता है।

5. Skin Disorder – थायराइड में हार्मोन का लेवल बढ़ने के कारण, आपको स्किन डिसऑर्डर की समस्या भी हो सकती है। आमतौर में, महिलाओं में पिंपल की समस्या के कारण, थायराइड का लेबल बढ़ने लग जाता है। क्या आप जानना चाहेंगे : महिलाओं के लिए अलसी के फायदेपुरुषों के लिए अलसी के फायदे। अलसी के फायदे बालों के लिए, भुनी अलसी के फायदे।

थायराइड का रामबाण इलाज

थायराइड को जड़ से खत्म करने के लिए, आपको कुछ उपाय बताए जा रहे हैं। लेकिन आपको एक सलाह दी जाती है कि आप अपने फिजिशियन द्वारा बताई गई। दवाइयों का नियमित प्रयोग करें। इसके साथ में, प्रत्येक 3 महीने में थायराइड की जांच अवश्य करवाएं। ताकि आपके डॉक्टर थायराइड की स्थिति के अनुसार, आपकी दवाइयों की मात्रा का निर्धारण कर सकें। 

1. अब थायराइड के रामबाण इलाज के लिए, आपको तीन प्रकार के तेल का प्रयोग करना है। आपको चाहे हाइपरथाइरॉयडिज़्म हो, या हाइपोथाइरॉएडिज्म। दोनों में ही इसका प्रयोग कर सकते हैं। इसके लिए आपको नारियल का तेल, तिल का तेल, मूंगफली का तेल लेना है। इन्हें आपको सुबह फ्रेश होने के बाद, दो से तीन चम्मच पीना है।

इसके लिए आप पहले हफ्ते में, किसी भी तेल से शुरुआत कर सकते हैं। फिर अगले हफ्ते, दूसरा तेल और तीसरे हफ्ते में तीसरे तेल का उपयोग करें। पुनः चौथे हफ्ते से, पहले हफ्ते में लिए गए तेल से शुरुआत करें। इसी प्रकार यह क्रम बनाए रखें। जब तक, आपका थायराइड जड़ से खत्म नहीं हो जाता।

इन तेलों के प्रयोग करने से, थायराइड ग्रंथि में जो टॉक्सिंस जमा होते हैं। उसे बाहर निकालने में मदद करते हैं। टॉक्सिंस दो प्रकार के होते हैं। एक पानी में घुलनशील, दूसरे तेल में घुलनशील। क्योंकि हम पानी तो लगातार पीते हैं। इसलिए वो तो हमारे शरीर से बाहर हो जाते हैं। लेकिन तेल में  घुलनशील टॉक्सिंस को, केवल तेल के द्वारा ही बाहर किया जा सकता हैं।

यह तेल हमारे शरीर में मौजूद जितने भी soft organs होते हैं। उन सभी में fats की मात्रा लगभग 50% होती है। इन तेलों से, उनकी सफाई भी संभव है। इस प्रक्रिया से, इन soft organs की भी  गंदगी साफ होती हैं। ये organs भी स्वस्थ रहते है। आयल लेने के बाद, आधे घंटे तक आपको कुछ भी नहीं खाना-पीना चाहिए। क्या आप जानना चाहेंगे : सर्वाइकल का रामबाण उपचारइसके कारण, लक्षण व घरेलू उपचार के बारे में।

2. इसके बाद, आपको डिटॉक्सिफिकेशन यानी विषहरण करना है। इसको करने के लिए, सात प्रकार की पत्तियां हैं। जिनका काढ़ा बनाकर, आपको सुबह और शाम लेना चाहिए। ठीक पहले की तरह, आप किसी भी प्रकार की पत्ती से शुरुआत कर सकते हैं।

इनमें से किसी भी एक पत्ती को  7 दिन तक लेना है। फिर अगले 7 दिन दूसरी पत्ती। इसका क्रम अपने आप निर्धारित करें। यह पत्तियां बेलपत्र, करंज, इमली, सहजन, पान, नीम व पीपल की पत्तियां है। इन पत्तियों का काढ़ा, तेल पीने से आधे घंटे बाद करें। फिर काढ़ा पीने के आधे घंटे बाद, तक कुछ न खाए पिए।

3. आपको किसी भी प्रकार का थायराइड  हो। तो हरी धनिया की पत्ती को पीसकर, चटनी बना ले। इसमें नमक व मिर्च कुछ भी नहीं मिलाइये। अब एक चम्मच चटनी को, आधा गिलास गर्म पानी में मिलाकर पी ले। इसे सुबह खाली पेट प्रतिदिन पीने से, 1 महीने के अंदर ही थायराइड व थायरॉइड से जुड़ी कोई भी समस्या खत्म हो जाएगी। चाहे वह थायराइड से होने वाला मोटापा ही क्यों न हो।

Disclaimer      
लेख में सुझाए गए tips और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले, किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। myhealthguru इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।

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