विटामिन बी 12 फल | विटामिन बी 12 की कमी के लक्षण | Vitamin B12 ki Kami se Kya Hota Hai

विटामिन बी12 – फल, फूड्स, फल और सब्जियां, स्रोत, कमी, अधिकता से होने वाले रोग, कमी से होने वाले रोग, कितना होना चाहिए, कमी के लक्षण, कमी में क्या खाना चाहिए।

क्या आप छोटी-छोटी चीजें भूलने लगे हैं। शरीर में हमेशा थकान बनी रहती है। आपका वजन भी अचानक कम होने लगा है। तो यह किसी विटामिन की कमी के कारण भी हो सकता है। विटामिन हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं। सभी प्रकार के विटामिन का, हमारे शरीर में अलग महत्व होता है। शरीर में इनकी कमी हो जाने से, तरह-तरह की बीमारियां होने लगती हैं।

विटामिन बी समूह में, आठ तरह के विटामिन पाए जाते हैं। जिनमें B1, B2, B3, B5, B6, B7, B9 और B12 शामिल होते है। बी विटामिन को, बी कंपलेक्स विटामिन भी कहा जाता है। जो हमारे शरीर को फैट और प्रोटीन का उपयोग करने में मदद करते हैं। यह हमारी त्वचा, बाल, आंखों व लिवर को सही रखने में काफी मदद करते हैं। इन सभी में विटामिन बी12 की अहम भूमिका होती है।

यह सभी प्रकार के बी विटामिन, पानी में घुलनशील होते हैं। यानी कि यह हमारे शरीर में स्टोर नहीं होते हैं। आजकल उम्र दराज लोगों के साथ ही, युवाओं में भी B12 की कमी देखने को मिलती है। इसका कारण उचित डाइट का न होना हो सकता है। जिसकी वजह से कई गंभीर समस्याएं जन्म ले सकती है।

आज भारत में लगभग 47 फ़ीसदी लोगों में, विटामिन बी 12 की कमी पाई जाती है। यह विटामिन बी12 हमारे शरीर के लिए, कितना महत्वपूर्ण है। जिसका शायद ही, आपको अंदाजा हो। यह हमारे नर्व व टिश्यू के हेल्थ के लिए, हमारे मस्तिष्क के कार्य करने के लिए और हमारे शरीर में लाल रक्त कणों के निर्माण के लिए बहुत जरूरी है। इसकी कमी से हमारा नर्वस सिस्टम उचित रूप से चल ही नहीं पाएगा।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारा शरीर इसे बना नहीं सकता। लेकिन हमें इसकी लगातार सप्लाई चाहिए होती है। न हीं हमारा शरीर, इसे लंबे समय तक स्टोर करके रख सकता है। अगर हम ज्यादा विटामिन बी12 खा लेते हैं। तो हमारा शरीर इसे बाहर निकाल देता है। यानी इसकी अधिकता नहीं हो सकती। लेकिन कमी जरूर हो सकती। तो जानते हैं, विटामिन B12 के बारे में। क्या आप जानना चाहेंगे : विटामिन डी वाले फल विटामिन डी कैसे बढ़ाएं। विटामिन डी से होने वाले रोग।

विटामिन बी 12 फल

विटामिन बी 12
Vitamin B12

विटामिन B12 का रासायनिक नाम साइनोकोबालामिन होता है। यह विटामिन  जल में घुलनशील होता है। यह एकमात्र ऐसा विटामिन है, जिसमें कोबाल्ट धातु पाई जाती है। यह हमारे रक्त में उपस्थित लाल रक्त कणिकाओं की उत्पत्ति में सहायक होता है। कोबालामिन, फोलिक एसिड, पैराडॉक्सिन, हमारे ब्लड में आयरन के अवशोषण को सुनिश्चित करते हैं। 

यह हमारे नर्वस सिस्टम और अमीनो एसिड के मेटाबॉलिज्म के लिए जरूरी होते हैं। यह हमारी याददाश्त और एकाग्रता को बढ़ाने में सहायक होते हैं। इसके साथ ही फैट्स, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन के संश्लेषण के लिए भी जरूरी है। यह हमें एनर्जी भी देते हैं। बच्चों की हेल्थ और ग्रोथ के लिए आवश्यक होते हैं। यह कैंसर से लड़ने में सहायक होते हैं।

विटामिन बी12 की कमी
Vitamin B12 ki Kami

विटामिन B12 की कमी होने के मुख्य दो कारण होते हैं। इसका सबसे पहला सामान्य कारण यह है कि हम अपनी डाइट में, विटामिन बी12 उचित मात्रा में नहीं लेते हैं। आजकल का खान-पान भी ऐसा है, जिसमें विटामिन बी12 की कमी पाई जाती है। दूसरा सबसे बड़ा कारण यह है कि हम इसे सही मात्रा में ले तो रहे हैं। लेकिन इसे हमारा शरीर उचित रूप से अवशोषित नहीं कर पा रहा है।

यह विटामिन हमें, B12 से युक्त आहार से ही मिलता है। जो हमारे लीवर में जाकर, इकट्ठा होता रहता है। जब हमारे शरीर में,  इसकी कमी होती है। तो लिवर शरीर को विटामिन बी12 प्रदान करता है। तीसरा कारण हो सकता है कि आपके अंदर कुछ ऐसी बीमारियां हो, जिसकी वजह से उसका  अवशोषण कम हो गया है। या आप कुछ ऐसी दवाइयां ले रहे हैं। जिसकी वजह से विटामिन बी12 का हमारे शरीर में अवशोषण नहीं हो पा रहा है। क्या आप जानना चाहेंगे : ज्यादा नींद आना किस बीमारी के लक्षण है किस विटामिन की कमी से नींद ज्यादा आती है।

विटामिन बी12 की कमी के लक्षण
Vitamin B12 ki Kami ke Lakshan

विटामिन B12 की कमी, अक्सर उम्र बढ़ने के साथ-साथ होने लगती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जैसे-जैसे हमारे हमारी उम्र बढ़ती है हमारा शरीर इसके अवशोषण की क्षमता कम होने लगती है लेकिन यह इसकी कमी युवाओं और बच्चों में भी पी जा सकती है अक्सर हम इसके कमी से होने वाले लक्षणों को पहचान नहीं पाते हैं। हम जानकारी के भाव में, उनको समझ ही नहीं पाते हैं। 

इसलिए बहुत ही ज्यादा आवश्यक है कि हम इन लक्षणों को समझे। ताकि इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई पड़ता है। जो विटामिन B12 की कमी की पुष्टि कर रहा हो,  तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकें।

1. थकावट व कमजोरी – जिसका कारण ना समझ में आए आप सब कुछ अच्छा खाते पीते हैं। आप अच्छी नींद भी लेते हैं। आपको अन्य कोई बीमारी भी नहीं है। इसके बावजूद, आप हर समय थका-थका सा महसूस करते हैं। जब हमारे अंदर विटामिन बी12 की कमी होती है। तो इसकी वजह से एनीमिया होने लगता है। यानी खून की कमी होने लगती है।

जिसके कारण हमारी सारी कोशिकाओं तक ऑक्सीजन उचित मात्रा में नहीं पहुंच पाता। जब ऑक्सीजन कम पहुंचता है। तो हमारे शरीर में एनर्जी का प्रोडक्शन भी कम हो जाता है। इसलिए हमारे शरीर में हर समय थकान, सुस्ती और आलसपन की स्थिति बनी रहती है। अगर ऐसा लक्षण आपको भी दिखाई दे, तो आपको अपना विटामिन B12 चेक करवाना चाहिए।

2. पीलिया होना – इसकी कमी से आपको पीलिया (Jaundice) की भी शिकायत हो सकती है। जिसके कारण आपकी त्वचा येलो टोन में नजर आती है। आपकी आंखों की सफेदी पर येलो पिगमेंट जमा दिखने लगता है। जब विटामिन बी B12 की कमी होती है। तो हमारी लाल रक्त कणिकाएं, पूरी तरह से परिपक्व नहीं हो पाती। तब इन कणिकाओं  को, हमारा लीवर तोड़ना शुरू कर देता है।

जब हमारा लिवर इन कणिकाओं का ब्रेकडाउन करता है। तो एक पिगमेंट Bilirubin बनता है। जब यह Bilirubin, हमारे शरीर में बढ़ जाता है। तो एक पीला पिगमेंट, हमारी पूरे शरीर के ऊपर, जमना  शुरू हो जाता है। जिसकी वजह से हमारी पूरी त्वचा, जीभ व आंखों तक पीले रंग की होने लगती है। यह एक समान समस्या है, जो एडवांस स्टेज में नजर आती है। इसलिए जिन लोगों को भी Jaundice जैसी समस्या होती है। उन्हें विटामिन B12 जरूर चेक करना चाहिए। क्या आप जानना चाहेंगे : दालचीनी के फायदेदालचीनी के फायदे पुरुषों के लिए। गर्म पानी में दालचीनी के फायदे।

3. लगातार सिरदर्द होना – विटामिन B12 की कमी के कारण, एक सामान्य लक्षण देखने को मिलता है। जो लगभग 90% लोगों में दिखाई देता है। इसमें लगातार सर में दर्द बना रहता है। हर समय सर में भारीपन की शिकायत रहती है। आपका मूड भी चिड़चिड़ा सा हो जाता है। अगर ऐसे लक्षण आपको भी दिखाई दे रहे हैं। जिसका कोई कारण,आपको नहीं समझ में आ रहा है। तो यह विटामिन बी 12 की कमी का कारण भी हो सकता है।

4. डिप्रेशन व चिड़चिड़ापन होना – विटामिन B12 हमारे सेंट्रल नर्वस सिस्टम  की कार्यप्रणाली के लिए बहुत ही अहम होता है। जब विटामिन B12 की कमी हो जाती है। तो बहुत सारे मेंटल डिसऑर्डर हो सकते है। जिनमें डिप्रेशन और मूड स्विंग जैसी समस्याएं होती हैं। अगर आपको भी डिप्रेशन की शिकायत हो रही है। साथ मे बार-बार चिड़चिड़ापन महसूस होता है। किसी काम को करने में मन नहीं लगता।  हर समय आप उदास रहते हैं। तो यह आपके अंदर, विटामिन बी12 की कमी की वजह से भी हो सकता है।

5. मुंह में छाले होने की शिकायत – अगर आपको बार-बार मुंह में छाले होने की शिकायत हो रही है। माउथ अल्सर हो रहा है। अगर आपकी जीभ में सूजन आ जाती है। इसमें लालिमा हो जाती है। इस तरह के  मुंह में होने वाले लक्षण, सामान्य रूप से विटामिन बी12 की कमी के कारण ही होते हैं।

7. हाथ व पैर के तलवों में, जलन व चुभन – ऐसा अनुभव आपके पैर व हाथ के की हथेलियां में होता है। जैसे कि आपके हाथ व पैरों में कोई सूई चुभा रहा हो। इसके साथ ही आपके हाथ व पैरों के तलवों में, जलन भी महसूस होती है। ऐसा डायबिटीज होने पर भी होता है। जब डायबिटीज बहुत लंबे समय तक, अनियंत्रित रहती है। तो इसकी वजह से, आपकी नसें डैमेज होने लगती हैं। तब भी यह समस्या आपको हो सकती है।

लेकिन अगर आपको डायबिटीज नहीं है। उसके बाद भी, यह लक्षण नजर आ रहे हैं। तो यह साफ संकेत है कि आपके अंदर विटामिन बी12 की कमी हो रही है। क्या आप जानना चाहेंगे : किडनी की बीमारी के 10 संकेतक्या किडनी ठीक हो सकती है। किडनी का रामबाण इलाज।

विटामिन बी 12 की कमी से होने वाले रोग
Vitamin B12 Ki Kami Se Kya Hota Hai

विटामिन बी12 की कमी होने पर बहुत सारे रोगों के होने की संभावनाएं होती हैं। इनमें सबसे ज्यादा आपके शरीर में थकावट महसूस होती है। आपके मुंह से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं। जैसे मुंह का अल्सर, यानी मुंह में छालों का बार-बार आना। जीभ  में इन्फेक्शन का होना। विटामिन B12 की कमी से एनीमिया यानी खून की कमी हो सकती है। जिसकी वजह से आपका शरीर पीला दिखने लगता है।

इसकी कमी की वजह से पीलिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसकी कमी से पेट से संबंधित बीमारियां हो सकती है। जैसे कब्ज, एसिडिटी व गैस का होना। इसकी कमी से आपको पेरीफेरल्स न्यूरोपैथी की समस्या हो सकती है। जिसमें आपके हाथ व पैरों के तलवों में जलन, झनझनाहट व चुभन जैसी शिकायत होती है। इसके अलावा आपके सर में, हर वक्त दर्द रहता है। सर में भारी पैन हो सकता है।

आपको डिप्रेशन की शिकायत हो सकती है। आपको चिडचिडाप हो सकता है। किसी भी काम को करने का मन नही होता है। याददाश्त में कमी आने लगती है। यह कुछ ऐसे रोग व लक्षण है, जो आपको विटामिन बी12 की कमी के कारण देखने को मिलते हैं। क्या आप जानना चाहेंगे : शहद के फायदेशहद खाने के नुकसान। असली शहद की पहचान। शहद जहर कैसे बनता है।

विटामिन बी12 फूड्स
Vitamin B12 Foods

विटामिन B12 के ऐसा विटामिन है, जो सबसे ज्यादा मांसाहारी खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। वहीं शाकाहारी खाद्य पदार्थों में बहुत कम ऐसे हैं, जिनमें विटामिन B12 पाया जाता है। इसी वजह से ज्यादातर विटामिन बी 12 की कमी, शाकाहारी लोगों में पाई जाती है। अगर आप मांसाहारी हैं। तो आपके अंदर बहुत कम, विटामिन B12 की कमी की संभावना होती है। शाकाहारी पदार्थ  में विटामिन बी12 कुछ ही चीजों में पाया जाता है, जो इस प्रकार से है- 

1. दूध व दूध से बनी चीजे – सबसे अच्छे और बढ़िया स्रोतों में दूध आता है। जिसमें विटामिन बी12 प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। अगर आप एक गिलास होल मिल्क लेते हैं। तो आपको प्रतिदिन की जितनी जरूरत है। उसका लगभग 50-70% तक बी12 मिल जाता है। बाकी की जरूरत आप दूध से बनी, दूसरी चीजों से पूरी कर सकते हैं। क्योंकि इससे जितनी भी चीज बनती हैं। उनमें भी विटामिन बी12 अच्छी मात्रा में मिल जाता है। जैसे दही, चीज, पनीर व मठ्ठे के अंदर भी अच्छी मात्रा में विटामिन B12 होता है।

2. अंडा – अगर आप शाकाहारी हैं। लेकिन अंडा खाते हैं। तो इससे भी विटामिन बी12 की कमी को पूरा किया जा सकता है। यह  B12, एक अच्छा स्रोत है। अंडे के अंदर लगभग 0.6 माइक्रोग्राम विटामिन B12 पाया जाता है। जो आपकी रोजाना की जरूरत का लगभग 25% होता है। अंडे की जर्दी में ही ज्यादातर विटामिन पाए जाते हैं। इसलिए आपको पूरा अंडा खाना चाहिए।

3. पालक – विटामिन B12 का एक अच्छा स्रोत पालक है। आप इसको सब्जियां या  सलाद के रूप में भी खा सकते हैं। अगर आपको पालक से विटामिन बी12 चाहिए। तो इसे काटने के बाद नहीं धोना चाहिए। क्योंकि विटामिन बी12 पानी में घुलनशील होता है। इसलिए इसके धोने से बहुत कम  मात्रा में विटामिन बी12 बचता है। इसलिए इसे काटने से पहले, अच्छे से धो लेना चाहिए।

4. चना – चना भी विटामिन B12 का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। आप रोजाना अंकुरित चने खा सकते हैं। इसके अलावा आप भुने चने भी खा सकते हैं। या इसकी सब्जी बनाकर दिखा सकते हैं।

5. अंकुरित दालें – यह भी विटामिन बी12 का अच्छा स्रोत होते हैं। इसमें आप अरहर, मूंग, चना, मसूर की दाल ले सकते हैं। आप इसे अंकुरित करके खा सकते हैं। इसका अंकुरण लगभग 2 दिन का होना चाहिए। ताकि आपको अच्छी मात्रा में विटामिन B12 मिल सके। क्या आप जानना चाहेंगे : लहसुन खाने के फायदे पुरुषों के लिए कच्चे लहसुन खाने का लाभ।

विटामिन बी 12 फल
Vitamin B12 Fruits

वास्तव में मांसाहार हमारे शरीर के लिए बना ही नहीं है। लेकिन कुछ मजबूरी में व आदतों के रूप में, हमने इसे स्वीकार कर लिया है। जब भी यह मांसाहार, हमारे शरीर में जाता है। तो इसे डाइजेस्ट होने के बाद,  तुरंत शरीर से बाहर निकलना होता है। हमारी आंते लगभग 32 से 33 फीट की बनी होती है। वही जो मांसाहारी जानवर होते हैं। उनकी आंते ज्यादा से ज्यादा 3 फीट की होती हैं।  इसीलिए जब वह मांस खाते हैं। तो यह जल्दी से जल्दी, उनकी आंतों से निकल जाता है। 

लेकिन वही मांस जब हमारी आंतों से जल्दी नहीं निकल पाता। तो वह हमारे आँतो में लंबे समय तक रहकर, सड़ने लगता है। जिसे हम putrefaction या fermentation कहते हैं। जिसके कारण इसे पचाने के लिए, B12 की आवश्यकता होती है। इसलिए B12 हमारे putrefaction या fermentation या उसके toxic effects  से बचने के लिए, एक डिफेंस मेकैनिज्म है। इसलिए भी B12 सारे मांसाहारी लोगों के ब्लड में जरूर मिलता है। क्या आप जानना चाहेंगे : थायराइड क्या है। थायराइड के मरीज को कभी नही करनी चाहिए ये 7 चीजें

 यही कारण है कि शाकाहारी लोगों में, इसका मिलना जरूरी नहीं है। लेकिन फिर अगर आप शाकाहारी हैं और इसकी पूर्ति करना चाहते हैं तो कुछ चीज इस प्रकार है –

1. सेब – इसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी12 पाया जाता है। इसके अलावा सेब में  एंटीऑक्सीडेंट, फ्लेवोनॉयड्स व फाइबर भी पाया जाता है। B12 की पूर्ति के लिए आपको सेब छिलका सहित खाना चाहिए

2. संतरा – यूं तो संतरे में बीटा कैरोटीन, कैल्शियम, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। लेकिन यह आपके विटामिन B12 की कमी को भी, काफी हद तक पूरा कर देता है।

3. केला – केला ऐसा फल होता है, जिसमें विटामिन बी12 प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए इसे भी अपनी डाइट में अवश्य शामिल करें। इसके अतिरिक्त इसमें अन्य विटामिन और मिनरल्स भी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं।

4. ब्लूबेरिज – ब्लूबेरी में बहुत से एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं। जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। इसके साथ ही, इसमें विटामिन बी B12 भी पाया जाता है। यह पाचन शक्ति व तनाव को नियंत्रित करने में मदद करता है।

5. चुकंदर – इसमें अत्यधिक मात्रा में विटामिन, खनिज लवण व कैल्शियम पाए जाते हैं। इसे विटामिन बी12 का पावर हाउस भी कहा जाता है। यह हमारे शरीर में लाल रक्त कणिकाओं को बढ़ाने में भी मदद करता है। इसके साथ ही, यह एनीमिया जैसी समस्याओं में भी लाभकारी सिद्ध होता है।

Disclaimer

     लेख में सुझाए गए tips और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले, किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। myhealthguru इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।

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