लो ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करे | ब्लड प्रेशर लो के घरेलू उपचार

लो ब्लड प्रेशर – कितना होता है, कारण, लक्षण व घरेलू उपचार, तुरंत कंट्रोल कैसे करे, आयुर्वेदिक उपचार।

स्वास्थ्य हमारी सबसे बड़ी पूंजी है। अगर हम स्वस्थ हैं, तो समझ लीजिए। दुनिया की सबसे बड़ी दौलत हमारे पास है। लेकिन इस आधुनिक जमाने की दौड़ती-भागती जिंदगी में, हम अपनी diet और lifestyle का ध्यान नहीं रख पाते। इसका नतीजा हमें ब्लड प्रेशर के रूप में दिखाई पड़ता है।

ब्लड प्रेशर के मरीजों की तादाद, दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। चाहे वह बूढ़ा हो या जवान। यहां तक कि आजकल बच्चों में भी ब्लड प्रेशर की समस्या देखने को मिलती है। यह ब्लड प्रेशर की बीमारी, वैसे तो मामूली सी लगती है। लेकिन अगर इस पर नियंत्रण न पाया जाए। तो  इससे heart की problem, stroke, kidney की बीमारी हो सकती है।

ऐसे में बहुत जरूरी है कि ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखा जाए। यह कब जानलेवा बन जाए। इसका पता तक नहीं चल पाता। ब्लड प्रेशर चाहे कम हो या ज्यादा, दोनों ही खतरनाक होते हैं।

जब भी हम डॉक्टर के पास, किसी बीमारी का इलाज करवाने जाते हैं। तो डॉक्टर सबसे पहले हमारी pulse और blood pressure नापते हैं। हमारा ये ब्लड प्रेशर general health standard का बहुत अच्छा idea देता है। जिस प्रकार हमारे शरीर में, किसी प्रकार का infection होने के कारण। हमें fever हो जाता है। 

उसी प्रकार बहुत सारे रोगों का लक्षण elevated या lower blood pressure होता है। अगर आपको लगता है कि high blood pressure होना ही खतरे का कारण होता है। तो यह सही नहीं है। लो ब्लड प्रेशर भी जानलेवा साबित हो सकता है। आगे आप लो ब्लड प्रेशर की पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे।

 इसके साथ ही कुछ घरेलू उपचार हैं। जो छोटे हैं। लेकिन बहुत अधिक महत्वपूर्ण है। जिससे आप आसानी से, low blood pressure की समस्या से निजात पा सकते हैं। क्या आप जानना चाहेंगे : पेट दर्द का देसी उपचारयह क्यों होता है। इसका कारण, लक्षण, दस्त व उल्टी से बचाव की विस्तृत जानकारी।

लो ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करे

ब्लड प्रेशर क्या होता है?
What is Blood Pressure?

हमारा heart, blood को pump करके हमारी पूरी बॉडी के, हर organ तक ऑक्सीजन और ब्लड का circulation करता है। Blood को सभी organs तक पहुंचाने के लिए। हमारा heart एक प्रेशर generate करता है। जिससे blood का प्रवाह होता है। circulation होता है। Medical Terminology में बात की जाए।

तो blood pressure के 2 बिंदु होते हैं। सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर। सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर होता है जब हार्ड पंप करता है वह सिस्टोलिक अवस्था में होता है तब हमारा ब्लड जिस प्रेशर से, arteries यानी शरीर की धमनियों से टकराता है। दीवारों से टकराता है। वह सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर कहलाता है।

जब हमारा heart, relaxing अवस्था में यानी डायस्टोलिक होता है उस समय भी ब्लड को circulate करने के लिए, एक मिनिमम प्रेशर कायम रहता है। जिसे डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर कहते हैं। यह ब्लड की सामान्य अवस्था यानी relaxing condition में भी धमनियों की दीवारों पर, कुछ मात्रा में प्रेशर को maintain करता है।

लो ब्लड प्रेशर कितना होता है
How much is Low Blood Pressure

Low blood Pressure को Hypotension भी कहा जाता है। सामान्यतः लोगों को पता होता है कि उनका ब्लड प्रेशर low हो गया है या high हो गया है। लेकिन इसके साथ यह भी जानना जरूरी है। कि यह कितने प्रकार का होता है। ताकि उसके उपचार में सुविधा हो। हमारा सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80 mmHg होता है। 

इसमें 120 हमारा सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर होता है। जबकि 80 को डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर कहा जाता है। वही जब हमारा सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर 120 से घटकर, 90 हो जाता है। डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर 80 से कम होकर 60 हो जाता है। तो इसे हम लो ब्लड प्रेशर (90/60 mmHg) कहते हैं। 

अगर नॉर्मल ब्लड प्रेशर की बात की जाए। तो यह घटता-बढ़ता रहता है। यह हमारे खानपान या वातावरण पर भी निर्भर करता है। दिन के अलग-अलग पहर में भी, यह घटता बढ़ता रहता है। यह सामान्य प्रक्रिया होती है। लेकिन अगर लगातार किसी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर घटा हुआ आ रहा है। तो हम कहते हैं कि अमुक व्यक्ति को लो ब्लड प्रेशर है। क्या आप जानना चाहेंगे : 2 मिनट में कमर दर्द से आराममहिलाओं के कमर दर्द के कारण, घरेलू उपचार, एक्सरसाइज व एक्यूप्रेशर पॉइंट।

लो ब्लड प्रेशर के प्रकार
Kinds of Low Blood Pressure (Hypotension)

1. Orthostatic या Postural Hypotension – इस अवस्था में जब व्यक्ति सुबह सोकर उठता है। तो अगर उसको चक्कर आ रहे हैं। तो हम कह सकते हैं कि उसको इस प्रकार का रक्तचाप है। यह सामान्यतया किसी व्यक्ति को डिहाइड्रेशन की समस्या होने पर, गर्भवती महिलाओं में या कोई व्यक्ति लंबे समय से किन्ही दवाइयों का सेवन कर रहा है। तो उन्हें हो सकता है।

2. Postprandial Hypotension यह ऐसी स्थित होती है। जिसमें खाना खाने के 2 घंटे बाद, व्यक्ति का ब्लड प्रेशर कम होने लगता है। यह उन व्यक्तियों में देखने को मिलता है। जिनको पहले से ही हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है। जिनको ऑटोइम्यून डिसऑर्डर होता है। या फिर जो व्यक्ति पार्किंसन डिजीज से ग्रस्त होते हैं। उनमें इस तरह का लो ब्लड प्रेशर देखने को मिलता है।

3. Neurally Mediated Hypotension अगर कोई व्यक्ति खड़ा होकर काफी देर काम करता है। तब उसका ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। तो इसे भी लो ब्लड प्रेशर ही कहा जाता है। इस तरह की समस्या अधिकतर युवाओं में देखने को मिलती है

4. Multiple System Atrophy with Orthostatic Hypotension या Shy-drager Syndrome यह बहुत ही rare देखने को मिलता है। यदि उन व्यक्तियों में देखने को मिलता है। जिनका ब्लड प्रेशर सोते समय बढ़ा हुआ रहता है। इसमें हमारा nervous system शामिल रहता है। Nervous System हमारे शरीर के सारे involuntary movement को नियंत्रित करके रखता है। जिसके कारण इस प्रकार का लो ब्लड प्रेशर देखने को मिलता है।

ब्लड प्रेशर लो के कारण
Causes of low blood pressure

 हमारा ब्लड प्रेशर किस वजह से कम हो जाता है। यह जानना हमारे लिए अति आवश्यक है। ब्लड प्रेशर कम होने के, ये कारण जिम्मेदार होते हैं-

1. Pregnancy – जब कोई महिला pregnant होती है। तो दौरान 24 सप्ताह तक, लो ब्लड प्रेशर की समस्या देखने को मिलती है। इन 24 सप्ताह के दौरान, ब्लड प्रेशर लो रहता है। इसके बाद यह maintain हो जाता है।

जब कोई महिला गर्भवती होती है। तब उसके गर्भाशय में, जो बच्चा पल रहा होता है। उसके implantation के लिए, अधिक मात्रा में ब्लड की जरूरत पड़ती है। इसलिए गर्भाशय के क्षेत्र में, ब्लड की supply बढ़ जाती है। इसी वजह से, शरीर का ब्लड प्रेशर लो हो जाता है।     

2. Heart and Heart Valve Issue –  जब हमारे ह्रदय व हृदय में पाए जाने वाले valve में, कोई बीमारी या समस्या हो जाती है। तो भी लो ब्लड प्रेशर की समस्या देखने को मिलती है। अगर हमारे हृदय की layer मोटी हो जाती है। या वाल्व उचित रूप से कार्य नहीं कर पाते हैं। यहां पर अधिक मात्रा में फैट इकट्ठा हो जाता है। जिसकी वजह से हृदय की रिदम बिगड़ जाती है। जिसके कारण ब्लड का फ्लो उचित रूप से नहीं हो पाता है।

3. Harmons related disease – अगर किसी व्यक्ति को हारमोंस से संबंधित समस्या  है। खास तौर पर, जो endoglin Harmons होते हैं। उनसे संबंधित समस्या है। तो इसमें भी लो ब्लड प्रेशर की समस्या देखने को मिलती है।

4. Dehydration – अगर किसी भी वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। अगर किसी व्यक्ति को बहुत ज्यादा vomiting हो रही है। या फिर उस व्यक्ति को हाई फीवर है। जिसकी वजह से पसीने के रूप में, fluid बाहर निकलता है। 

अगर किसी को डायरिया हो गया है। अगर कोई व्यक्ति Diabetes की medicine ले रहा है। जिसकी वजह से अधिक urination होता है। इसके कारण शरीर का fluid imbalance हो जाता है। इसके कारण भी लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है।

5. Loss of Blood – अगर किसी भी व्यक्ति को, किसी प्रकार की injury के कारण blood loss हो रहा है। तो भी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर लो होने लगता है।  इसके साथ ही, कोई किसी प्रकार की बीमारी जैसे बवासीर रोग से ग्रसित है। जिसमें अधिक मात्रा में blood loss हो रहा है। तो भी लो ब्लड प्रेशर की शिकायत हो सकती है। 

6. Lack of Nutrient in Died – कुछ ऐसे पोषक तत्व होते हैं। अगर उनकी हमारे भोजन में कमी हो जाए। तो इसकी वजह से भी ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। जैसे अगर विटामिन B12 या आयरन की कमी हो जाती है। जो हमारे blood के production में,  महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए भी ब्लड प्रेशर लो हो जाता है।

7. Hypertension – जब किसी भी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर अधिक रहता है। तो वह लगातार मेडिसन को लेता रहता है। इन दवाओं की वजह से, कभी-कभी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर लो हो जाता है। यह बहुत rare condition होती है। क्या आप जानना चाहेंगे : हल्दी के फायदे। हल्दी दूध के फायदेदूध में हल्दी के नुकसान।

लो ब्लड प्रेशर के लक्षण
Low Blood Pressure Symptoms in Hindi

कुछ लोगों का ब्लड प्रेशर 110/70 रहता है। लेकिन उन्हें किसी भी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं होती है। वही कुछ लोगों का ब्लड प्रेशर 90/60 रहता है। लेकिन पूरे जीवन उनको कोई दिक्कत नहीं होती है। तो इसे सामान्य ब्लड प्रेशर माना जाता है।

लेकिन यदि ब्लड प्रेशर इससे भी कम किसी व्यक्ति का हो जाता है। या इस पर रहते हुए। उसको कुछ लक्षण महसूस होते हैं। तो आपको लो ब्लड प्रेशर की शिकायत हो सकती है। जिसे नजरअंदाज करना उचित नहीं होता है।

1. लो ब्लड प्रेशर वाले रोगियों को सर में मीठा मीठा दर्द बना रहता है।

2. रोगियों के सर में, चक्कर आने जैसा महसूस होता है।

3. रोगियों का जी मचलाने लगता है। उल्टी सी महसूस होती है।

4. रोगियों को लो ब्लड प्रेशर होने पर बेचैनी सी महसूस होती है।

5. सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। लो ब्लड प्रेशर होने पर, सांस छोटी हो जाती है।

6. लो ब्लड प्रेशर होने पर, आंखों में धुंधलापन सा दिखने लगता है।

7. लो ब्लड प्रेशर के मरीजों को, दिनभर थकान महसूस होती है। किसी भी काम में मन नहीं लगता है।

8. लो ब्लड प्रेशर के मरीजों में एकाग्रता की कमी होने लगती है। कुछ-कुछ चीजें याद नहीं रहती है। क्या आप जानना चाहेंगे : महिलाओं के लिए अलसी के फायदेपुरुषों के लिए अलसी के फायदे। अलसी के फायदे बालों के लिए, भुनी अलसी के फायदे।

लो ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करे
Instant Remedy for Low Blood Pressure

जब किसी भी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर लो हो रहा हो। तो हमें तुरंत क्या करना चाहिए। ताकि उसका ब्लड प्रेशर तुरंत ही नियंत्रित हो जाए। आप इनमें से किसी भी तरीके का प्रयोग कर सकते हैं निश्चित ही अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।

1. सबसे पहले व्यक्ति ने जो भी कपड़े पहने हैं। अगर वह tight हैं। तो तुरंत ढीला कर देना चाहिए। फिर उस व्यक्ति को बिस्तर के ऊपर सीधा लेटाल देना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि जब बिस्तर पर लेटाये, तो पैर के नीचे दो तकिया अवश्य रखें। जब पैरों को ऊपर रखते हैं। तो blood का circulation सर की तरफ आता है। जिससे लो ब्लड प्रेशर में तुरंत राहत मिलती है।

2. इसके बाद व्यक्ति को एक गिलास गुनगुने पानी में, आधा नींबू निचोड़ कर दें। इसमें काला नमक या सादा नमक मिला कर देना चाहिए। इसे सिप करके पीने को कहें। अगर वह नमकीन शिकंजी नहीं पीना चाहता है। तो थोड़ी सी खांड मिलाई जा सकती है। इससे भी जल्द  ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है।

3. इनके अलावा आप आधा नींबू निचोड़ लें। इसमें 3 चम्मच शहद मिला दे। अब इसे धीरे-धीरे चाटने के लिए कहें। इसे एक साथ नहीं खाना है। इसे मुंह में रखकर चूसते रहें। जब आप इसे दिन में दो-तीन बार लेते हैं। तो बहुत जल्दी आपका ब्लड प्रेशर नियंत्रित होने लगता है।

4. आपको दो तौलिया लेनी हैं। इन तौलियों को पानी में डुबो दें। अब इसे हल्का-सा निचोड़  दें। इसमें कुछ पानी शेष रहना चाहिए। अब इसे माइक्रोवेव में 1 मिनट के लिए रखें। यह गर्म हो जाएगा। इस गर्म तौलिए को, व्यक्ति के सर पर अच्छे से लपेट दें।

जब यह तौलिया ठंडा हो जाए। तो इसी प्रकार दूसरे का प्रयोग करें। जब आप इस तरह  10 मिनट तक सिकाई करते हैं। तो ब्लड प्रेशर नियंत्रित होने लगता है। इस बात का ध्यान रखें कि यह सिकाई व्यक्ति को बैठाकर नहीं, बल्कि लेटाकर करनी चाहिए। क्या आप जानना चाहेंगे : हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करे हाई ब्लड प्रेशर में क्या नही खाना चाहिए और क्या नही।

ब्लड प्रेशर लो के घरेलू उपचार
Home Remedies for Low Blood Pressure

आजकल लोग हाई ब्लड प्रेशर के बारे में, तो सजग रहते हैं। लेकिन लो ब्लड प्रेशर को इग्नोर करते हैं। जोकि आपके लिए, घातक सिद्ध हो सकता है। इसलिए यदि आपको लो ब्लड प्रेशर की शिकायत है। तो इसे कुछ घरेलू उपचार से जड़ से ठीक किया जा सकता है। 

1. जिन लोगों की प्रवृत्ति वात की है। वे अश्वगंधा और अर्जुन की छाल लेकर, अलग अलग कूट-पीसकर पाउडर बनाना ले। अब 5 ग्राम अर्जुन सुबह और 5 ग्राम अर्जुन शाम को, गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए। अर्जुन लेने के 1 घंटे के अंतराल पर, 5 ग्राम अश्वगंधा सुबह और 5 ग्राम शाम को, गुनगुने पानी के साथ ले। इसके साथ व्यक्ति को त्रिफला का प्रयोग करना चाहिए।

2. जिन लोगों की प्रवृत्ति पित्त की है। उन्हें दो चम्मच आंवले का रस सुबह और दो चम्मच शाम को लेना है। इसके साथ रोगी को अनार का जूस प्रत्येक दिन सुबह और दोपहर में लेना चाहिए। रात में गुनगुने पानी के साथ, 5 ग्राम अर्जुन की छाल लेनी चाहिए। इसके साथ एक चम्मच सौंफ का सेवन भी करना चाहिए।

3. जिन व्यक्तियों की प्रवृत्ति कफ की है। उन्हें सुबह 5 ग्राम दालचीनी का पाउडर और शाम को 5 ग्राम दालचीनी का पाउडर शहद के साथ लेना चाहिए। इसके साथ ही आंवले का रस, मिश्री के साथ प्रयोग करना चाहिए। इन व्यक्तियों को भी सुबह शाम त्रिफला का प्रयोग करना चाहिए।

Disclaimer 

      लेख में सुझाए गए tips और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले, किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। myhealthguru इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।

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