गर्भपात के बाद सावधानियां | गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए

गर्भपात के बाद सावधानियां – क्या करे, कितने दिन आराम करना चाहिए, कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए, कितने दिन, बाद पीरियड आता है, कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए। 

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हमारे देश के नागरिकों को जितने अधिकार व आजादी मिलती है। शायद ही ऐसा किसी और देश में होता हो। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला देते हुए कहा। कि अविवाहित और विवाहित दोनों महिलाओं को 24 हफ्ते तक गर्भपात करवाना, कानूनी रूप से वैध होगा। जहां इस फैसले से समाज में जागरूकता पैदा होगी। वही असुरक्षित गर्भपात की संख्या में भी कमी आएगी।

देश में लगभग अधिकतर गर्भपात का कारण अनचाही प्रेगनेंसी होती है। जिसमें अधिकतर मामलों में मां का स्वास्थ्य ठीक नहीं होता। तो वही गर्भपात पहला बच्चा छोटा होने के कारण होता है। कुछ गर्भपात, प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली समस्या के कारण होते हैं। वही कुछ कारणों में, बेटी होने का पता चलने पर, गर्भ गिरा दिया जाता है। जो एक सामाजिक कुरीति है।

अब गर्भपात किसी भी कारण से क्यों न हुआ हो। यह अपने आप में, किसी भी महिला के लिए, बहुत ही दुखद व मानसिक कष्ट देने वाली घटना है। लेकिन उन्हें आगे के जीवन को सुरक्षित रखने के लिए, कुछ सावधानियां अवश्य करनी चाहिए। क्योंकि 90% महिलाओं को नहीं पता होता है। कि गर्भपात के बाद क्या सावधानियां करनी चाहिए।

अधिकतर महिलाएं इसके बारे में अनभिज्ञ होने के कारण, सावधानिया नहीं रखती है। जो आगे चलकर, अगली प्रेगनेंसी conceive करने में भी दिक्कत का कारण हो सकता है। क्या आप जानना चाहेंगे : गर्भपात क्या है। गर्भपात के बाद लक्षणपहले महीने में गर्भपात के लक्षण । गर्भपात के बाद गर्भाशय की सफाई।

गर्भपात के बाद सावधानियां

गर्भपात के बाद सावधानियां
गर्भपात के बाद क्या करें

गर्भपात के बाद किन-किन सावधानियों को बरतना चाहिए। इस बात को लेकर महिलाएं अक्सर अनभिज्ञ होती है। ये गर्भपात कभी हम खुद से करवाते हैं। तो कभी अपने आप हो जाता है। कभी हम दवाइयों से करते हैं। तो कभी हम surgical करवाते हैं। लेकिन गर्भपात तो गर्भपात ही होता है। 

गर्भपात के बाद हमें कुछ सावधानी अवश्य रखनी चाहिए। इसके बाद क्या करने की जरूरत होती है। गर्भपात के बाद का समय, हर महिला के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से बहुत मुश्किल होता है। ऐसी स्थिति में, हमें उस महिला को emotional support, rest और healthy diet की आवश्यकता होती है।

इन बातों को लेकर महिलाओं के मन में बहुत सारे प्रश्न व उत्सुकताए होती हैं। जिनके बारे में, उन्हें सही जानकारी नहीं मिल पाती। हम आपको गर्भपात के बाद, ली जाने वाली सावधानियां के बारे में अवगत कराएंगे। ताकि आप गर्भपात के बाद होने वाली समस्याओं व अगली प्रेगनेंसी को conceive करने में सक्षम हो सके।

गर्भपात के बाद सावधानियां
गर्भपात के बाद कितने दिन आराम करना चाहिए

जब गर्भपात पहली तिमाही में होता है। तो आपकी प्रेगनेंसी का समय छोटा होता है। इस गर्भपात होने के लिए, हमारे गर्भाशय का मुंह खुल जाता है। उस वक्त हमें bleeding होना शुरू हो जाती है। इसलिए पहली तिमाही के बाद, ज्यादा rest लेने की जरूरत नहीं होती है।

जब यह गर्भपात अपने आप हो जाता है। तब हमें थोड़ी-थोड़ी bleeding लगातार होती रहती है। कभी-कभी यह bleeding ज्यादा भी होती है। हमें थकान हो सकती है। इस condition में हमें 8 से 10 दिन तक rest लेना चाहिए। 

वही जब यह गर्भपात surgical किया जाता है। यानी डॉक्टर एनेस्थीसिया देकर, प्रेग्नेंसी के प्रोडक्ट को, एक साथ बाहर निकाल देते हैं। तो तब bleeding सिर्फ procedure के दौरान ही होती है। एकदम थोड़े समय के लिए होती है। उस वक्त हमें ज्यादा थकान महसूस नहीं होती है। फिर जब हमारा एनेस्थीसिया का असर खत्म हो जाता है। 

तब एक दिन के लिए, थकान महसूस होती है। लेकिन जब हम अच्छी diet लेते हैं। रात में भरपूर नींद लेते हैं। तो दूसरे दिन के बाद, आप एकदम तरोताजा महसूस करती हैं। तब आपको bed rest की बिल्कुल जरूरत नहीं होती। क्या आप जानना चाहेंगे : लो ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करेंब्लड प्रेशर लो के घरेलु उपचार। इसके कारण व लक्षण की विस्तृत जानकारी।

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अधूरा गर्भपात के लक्षण

जब आपका गर्भपात अपने आप होता है। दवाइयों के द्वारा होता है। तो हमेशा एक risk बना रहता है। कहीं हमारा गर्भपात  आधा-अधूरा न रह जाए। जिसके परिणाम स्वरूप गर्भपात के बाद 1 हफ्ते के अंदर  या बाद में, हमें heavy bleeding होने लगती है। साथ में कभी बुखार भी आ जाता है।

इसके साथ ही योनि से होने वाले स्राव में दुर्गंध आने लगती है। हमें पेट में cramps आना शुरू हो जाते हैं। यह इस बात का संकेत होता है। कि हमारा गर्भपात पूरा नहीं हुआ है। यह आधा-अधूरा हुआ है। तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।

गर्भपात के बाद सावधानियां
गर्भपात के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट कब करें

आपका गर्भपात चाहे अपने आप हुआ हो। या फिर आपने करवाया हो। उसके बाद आपकी bleeding  जब भी बंद होती है। आपके जो प्रेगनेंसी के symptoms आ रहे थे। वह भी खत्म हो गए हैं। तो प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए। लेकिन प्रेगनेंसी टेस्ट करने से, यह confirm नहीं हो पाता। कि आपका गर्भपात पूरा हुआ या नहीं।

आप इससे यह जान सकते हैं कि आपके शरीर से beta HCG (Human Chorionic Gonadotropin) Hormone का लेवल  खत्म हुआ या नहीं। इससे यह निश्चित होता है कि आपकी प्रेगनेंसी disconnect हो गई। लेकिन अगर आपको यह जानना है कि आपका गर्भपात पूरा हुआ है नहीं।

तो इसके लिए अल्ट्रासाउंड या सोनोग्राफी करवाकर देखना चाहिए। जिससे पता चलता है कि आपके यूट्रस में कुछ अंश तो नहीं बचा। पूरी यूट्रस खाली हुई है या नहीं। अब आपको bleeding बंद होने के 7 दिन बाद, अपना पहला प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए। लेकिन यह प्रेगनेंसी टेस्ट बहुत जल्दी नेगेटिव नहीं आता है बहुत कम लोगों का पहला टेस्ट नेगेटिव आता है

अधिकतर लोगों का 20 या 28 दिन के बाद ही निगेटिव आता है। इसलिए bleeding खत्म होने के 7 दिन बाद, पहला टेस्ट करना चाहिए। जिसमें हो सकता है कि दोनों लाइने आए। जिसमें 1 लाइन dark, तो दूसरी light हो सकती है। इस टेस्ट के 10 दिन बाद, एक और टेस्ट करना चाहिए। तब यह टेस्ट आपका नेगेटिव हो जाएगा। यानिकि bleeding बंद होने के 17 दिन बाद, आपका टेस्ट नेगेटिव हो जाएगा। क्या आप जानना चाहेंगे : पीसीओडी क्या है। पीसीओडी का घरेलू उपचारइसका फुल फॉर्म, कारण, लक्षण व क्या खाएं और क्या नहीं।

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गर्भपात के बाद एंटीबायोटिक का प्रयोग

जब आपका गर्भपात अपने आप होता है। या हम करवाते हैं। इन दोनों ही परिस्थितियों में, आपको डॉक्टर की सलाह पर, एंटीबायोटिक का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि गर्भाशय का मुंह खुल जाता है। Bleeding हो जाती है। यह blood बैक्टीरिया के लिए, अच्छा culture medium होता है।

तब हमें संक्रमण बहुत ही आसानी से हो सकता है। इस infection से बचने के लिए, हम दवाइयों से गर्भपात करते हैं। surgically गर्भपात करवाते हैं। अपने आप हो जाता है। इन तीनों ही परिस्थितियों में, आपको एंटीबायोटिक का इस्तेमाल करना चाहिए। ताकि होने वाले संक्रमण से बची रह सके।

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गर्भपात के बाद पीरियड

गर्भपात के कितने दिन बाद पीरियड्स आने चाहिए। यह इस बात पर निर्भर करता है। कि आपका गर्भपात किस प्रकार का हुआ है। यदि यह Spontaneous abortion यानी कि खुद से गर्भपात हुआ है। इसके 1 या 2 दिन bleeding होने के बाद, गर्भपात पूरा हो चुका है।

तो bleeding के आखिरी दिन से लेकर 30 से 40 दिन के अंदर, आपको अगले पीरियड आ जाने चाहिए। अगर आपके पीरियड्स नियमित हैं। किसी की  menstrual cycle 25 दिन की, किसी की 28 दिन की या किसी की 35 दिन की है। तो 21 से 35 दिन के बीच, जिस किसी की menstrual cycle है। उसी हिसाब से आपके अगले पीरियड्स, गर्भपात के बाद आने चाहिए।

यदि आपका Medical Abortion  हुआ है। यानी अगर abortion kit खाकर,  आपका गर्भपात हुआ है। तो ऐसी स्थिति में, आप किस प्रकार से गोलियां लेती हैं। इसके ऊपर अगले पीरियड्स निर्भर करते हैं। अगर आप डॉक्टर की सलाह पर सही तरीके से kit लेते हो। तो आपकी bleeding 1 से 2 दिन में बंद हो जानी चाहिए।

तब bleeding बंद हो जाने के 30 से 35 दिन तक, कोई भी bleeding या spotting नहीं होती है। तो 30 से 40 दिन के अंदर, आपकी अगली माहवारी आ जानी चाहिए। अगर आपका Surgical Abortion होता है। यानी कि डॉक्टर के द्वारा सर्जरी करके, आपका गर्भ निकाल लिया गया है।

तो इस स्थिति में, जिस दिन आपका गर्भपात हुआ था। उसके दूसरे दिन तक ही, आपको bleeding हो सकती है। अधिकतर सिर्फ एक ही दिन bleeding होती है। तब आपका जिस दिन सर्जिकल अबॉर्शन हुआ है। वहां से 30 से 40 दिन तक, आपके पीरियड्स आ जाने चाहिए। क्या आप जानना चाहेंगे : 2 मिनट में कमर दर्द से आराममहिलाओं के कमर दर्द के कारण, घरेलू उपचार, एक्सरसाइज व एक्यूप्रेशर पॉइंट।

गर्भपात के बाद सावधानियां
गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए

 गर्भपात हर महिला के लिए, दर्दनाक क्षण होता है। यह उस situation में अधिक होता है। जब आपका spontaneous abortion हो जाता है। यानी कि अगर खुद से मिसकैरेज हो जाता है। तब ऐसी स्थिति में कुछ couple या उस महिला के लिए काफी painful बात होती है। 

वह जल्दी से इस बात accept नहीं कर पाती। कि उन्हें प्रेगनेंसी चाहिए थी। फिर भी उनका गर्भपात हो गया। इसलिए अगर उस महिला के मिसकैरेज के बाद, 2 या 3 दिन में bleeding रुक जाती है। तब bleeding रुकने के आखिरी दिन से, दो हफ्ते बाद संबंध रख सकते हैं।

जब आप का गर्भपात हो जाता है। तो आपको inter course कम रखना चाहिए। गर्भपात के बाद, हमारे गर्भाशय का मुंह खुल जाता है। इस दौरान जब आप साथ में रहते हैं। Sexual inter course करते हैं। तब संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए गर्भपात के बाद, जब तक आपके गर्भाशय का मुंह खुला हुआ हो।

तब तक आपको physical relationship नहीं रखनी चाहिए। इसके साथ ही vagina के अंदर डाले जाने वाले, जो टैम्पॉन होते हैं। इनका इस्तेमाल आपको थोड़े दिन समय के लिए नहीं करना चाहिए।  कम से कम 15 दिन के लिए, physical relationship को avoid करना चाहिए।

वहीं यदि आपका medical abortion हुआ है। आपने abortion kit लेकर,  गर्भपात करवाया है। तब ऐसी परिस्थिति में, कभी-कभी ज्यादा दिन तक bleeding हो सकती है। तो आपको डॉक्टर से यह confirm करवा लेना चाहिए। कि आपका गर्भपात ठीक हुआ है, या नहीं। तब भी आप bleeding रुकने के 2 हफ्ते बाद संबंध बना सकते हैं।

लेकिन वही अगर bleeding रुक-रुक कर होती है। तो ऐसे में अगर आप संबंध बनाते हैं। तो vaginal infection की संभावना बढ़ जाती है। यही चीज अगर आप surgical operation से गर्भपात  करवाती हैं। तब एक दिन में आपकी bleeding रुक जाती है। तो ऐसी स्थिति में भी bleeding रोकने के 2 हफ्ते बाद संबंध बना सकते हैं।

ऐसा कोई साइंटिफिक कारण नहीं होता है। कि आपको इतने दिन बाद ही physical relationship रखना चाहिए। अगर आपको bleeding हो रही है। तो ऐसे में संबंध नहीं बनाना चाहिए। क्योंकि इससे vaginal infection व white discharge की समस्या हो सकती है। Urine infection भी हो सकता है। ऐसे में  कम से कम 15 दिन या फिर हो सके। तो 1 महीने का समय देना चाहिए। क्या आप जानना चाहेंगे : महिलाओं के लिए अलसी के फायदेपुरुषों के लिए अलसी के फायदे। अलसी के फायदे बालों के लिए, भुनी अलसी के फायदे।

गर्भपात के बाद सावधानियां
गर्भपात के बाद अगली प्रेगनेंसी कब रखें

गर्भपात के बाद अगली प्रेगनेंसी plan करने से पहले, आपको अपना बॉडी चेकअप अच्छे से करवाना चाहिए। गर्भपात के कारण हार्मोनल या इम्यूनोलॉजिकल हो सकते हैं। या फिर एंटीफास्फोलिपिड एंटीबॉडीज से हो सकते हैं। इसके लिए पहले जाँच आवश्यक है।

फिर अगली प्रेगनेंसी प्लान करने से पहले, यह देखें कि आपके शरीर में अगर कुछ कमियां हैं। तो पहले उनमें सुधार करें। तभी अगली प्रेगनेंसी प्लान करें। गर्भपात के 3 महीने बाद, आप अगली प्रेगनेंसी के लिए प्लान कर सकती हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखना है कि इन 3 महीनों में आपका आयरन लेबल, आपके हीमोग्लोबिन की मात्रा सामान्य होनी चाहिए।

आप में फोलिक एसिड, विटामिन B12, विटामिन D, एंटीऑक्सीडेंट यह भी अच्छी मात्रा में आपको लेना चाहिए। फिर conceive करने से पहले, आपको ब्लड टेस्ट करवाना जरूरी है। गर्भपात होने के बाद, आपको नियमित exercise भी करनी चाहिए। नियमित exercise करने से, कभी भी पहले तिमाही में गर्भपात नहीं होता।

इसलिए अपने स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए, नियमित exercise अवश्य करें। Exercise करने से, आपके पास positive Harmon का लेवल अच्छा रहेगा। आपकी negativity कम हो जाएगी। Negativity को कम रखना, positivity को बढ़ाना। अगले स्वस्थ प्रेगनेंसी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। क्या आप जानना चाहेंगे : गिलोय के औषधि गुण, फायदे व नुकसानकैसे करें इसका उपयोग, सम्पूर्ण जानकारी।

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गर्भपात के बाद का भोजन

जब आपका गर्भपात हो जाता है। उसके बाद होने वाला रक्तस्राव कभी ज्यादा, तो कभी कम होता है। इसलिए गर्भपात के बाद, आपको अपनी डाइट पर विशेष ध्यान देना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जी बहुत अच्छी मात्रा में खानी चाहिए।  प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ अच्छी मात्रा में खाने चाहिए।

तरल पदार्थ अच्छी मात्रा में खाएं। इसके साथ ही, आपको ताजे फलों का सेवन करना चाहिए। ड्राई फ्रूट्स खाने चाहिए। ताकि आपको अच्छी तरीके से पोषक तत्व मिल सके। आपकी body  जल्दी से जल्दी heal हो सके। फिर आप  अगली प्रेगनेंसी 3 महीने बाद, conceive करने के लिए सक्षम हो सकें। 

जब आपको अधिक मात्रा में blood loss होता है। तो शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाती है। तब डॉक्टर को आपको आयरन की दवा देते हैं। इन आयरन की दवाओं को, आपको नियमित  लेना चाहिए। इसी के साथ डॉक्टर आपको विटामिन B12, विटामिन D3 व एंटी ऑक्सीडेंट भी दे सकते हैं। इन सारे तत्वों का सेवन करने से, जो गर्भपात अपने आप  हुआ है। उसकी सम्भावनाये आगे कम हो  जाएगी।

Disclaimer

     लेख में सुझाए गए tips और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले, किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। myhealthguru इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।

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