सफेद पानी का रामबाण इलाज | लिकोरिया क्यों होता है | सफेद पानी के लक्षण क्या है

सफेद पानी का रामबाण इलाज – लिकोरिया क्यों होता है, लक्षण क्या है, किसकी कमी से होता है,  क्या नुकसान होता है, पेट में दर्द होना, कमर दर्द, क्या नहीं खाना चाहिए।

महिलाओं के कुछ ऐसी समस्याएं होती हैं। जिसे वह किसी से भी कहने में झिझकती हैं। जिसके कारण वह अक्सर तनाव ग्रस्त रहती है। एक सामान्य सी बीमारी कभी-कभी तनाव के चलते गंभीर रूप भी ले सकती है। इन्हीं में से लिकोरिया की समस्या, आज अधिकतर महिलाओं में पाई जाने लगी है। इस समस्या को नजरअंदाज करना ठीक नहीं होता है।

यह समस्या आजकल बच्चों यानी कम उम्र की लड़कियों में भी अधिकतर देखने को मिलती है। अधिकतर महिलाओं में लिकोरिया को लेकर बहुत ही भ्रांतियां हैं। यह महिलाओं में होने वाली आम समस्या है। लिकोरिया को आम भाषा में श्वेत प्रदर, सफेद पानी या धात भी कहा जाता है। इसे लेकर बहुत सी भ्रांतियां भी व्याप्त हैं।

लिकोरिया हड्डी गला देता है। यह शरीर को कमजोर कर देता है। इस प्रकार की भ्रांतियां, पहले तो आप अपने दिमाग से निकाल दीजिए। यह किसी गंभीर बीमारी का लक्षण बिल्कुल भी नही है। यह जीवन शैली से जुड़ी एक समस्या है। लेकिन समय रहते, किसी भी समस्या का समाधान करना जरूरी है। 

इसके समाधान से पहले, इसके बारे में पूरी जानकारी होना भी अत्यंत आवश्यक है। ताकि आप इसके कारण, लक्षण, बचाव व उपचार से भली भाँति परिचित हो सके। उसके बाद ही आप पूर्ण रूप से, किसी भी बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं। क्या आप जानना चाहेंगे : कैल्शियम की कमी से होने वाले रोगकैल्शियम की कमी के लक्षण। कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ।

सफेद पानी का रामबाण इलाज

लिकोरिया क्यों होता है

महिलाओं की योनि के आसपास बहुत सारी ग्रंथियां होती हैं। इन ग्रंथियां का काम होता है कि यहां से लगातार स्राव होता रहे। इस स्राव होने की वजह से, वेजाइनल रीजन में नमी रहती है। जिसके कारण वहां पर इंफेक्शन का खतरा नही होता है। ठीक उसी प्रकार जैसे हमारे शरीर के किसी हिस्से में अगर खुश्की होती है। तो वहां पर खुजली होने लगती है।

इसी प्रकार अगर योनि के आसपास ड्राइनेस होगी। तो वहां पर इचिंग होने के कारण, संक्रमण होने का खतरा अधिक हो जाता है। इसलिए महत्वपूर्ण है कि योनि के क्षेत्र में नमी बनी रहे। इसका दूसरा कारण यह होता है कि वेजाइनल रीजन में कुछ अच्छे बैक्टीरिया होते हैं। जो स्राव के साथ इन्फेक्शन को भी बाहर निकाल देते हैं।

सामान्य रूप से एक मेंस्ट्रूअल साइकिल में पीरियड्स के दौरान, सफेद पानी बिल्कुल भी नहीं आता। यहां तक की पीरियड के  चार-पांच दिनों तक सफेद पानी बिल्कुल  नहीं आता है। फिर जैसे-जैसे शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का लेवल बढ़ता है। महिला ओवुलेशन की तरफ बढ़ती है। तब एस्ट्रोजन हार्मोन की वजह से, वेजाइनल डिसचार्ज आना शुरू हो जाता है।

जब उसका एग रिलीज होने वाला होता है। तब यही व्हाइट डिसचार्ज एकदम से पानी जैसा हो जाता है। जो की एक सामान्य प्रक्रिया है। फिर जब एस्ट्रोजन का लेवल घटने लगता है और प्रोजेस्टरॉन बढ़ने लगता है। फिर यही सफेद पानी गाढ़ा होने लगता है। फिर पीरियड्स आने के दो-चार दिन पहले, यह सफेद पानी बिल्कुल बंद हो जाता है। सफेद पानी आने का यह पैटर्न एकदम सामान्य होता है। क्या आप जानना चाहेंगे : सिस्ट होने के कारण। बच्चेदानी में गांठ का घरेलू उपचारओवेरियन सिस्ट में क्या करें, परहेज। 

सफेद पानी किसकी कमी से होता है? 

असामान्य स्राव होने का मुख्य कारण हानिकारक बैक्टीरिया से होने वाला इन्फेक्शन होता है। यह तब होता है, जब अच्छे बैक्टीरिया कम हो जाते हैं। वहीं  हानिकारक बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं। 

पहला कारण – वेजाइनल रीजन में बैक्टीरियल, फंगस व प्रोटोजोआ संक्रमण भी हो सकता है। जिसकी वजह से सफेद पानी असामान्य रूप से आने लगता है।

दूसरा कारण – यौन संक्रमित इन्फेक्शन भी होता है। जिनमें हर्पीस, वार्ट्स व सिफिल्स आदि हो सकता है। 

तीसरा कारण – शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम होना भी एक कारण हो सकता है। चाहे वह कोई भी ऐसी मेडिसिन लेने की वजह से हो सकती हैं। जिसकी वजह से इम्यूनिटी डाउन हो रही है। तब संक्रमण बढ़ने का खतरा हो सकता है। 

चौथा कारण – अत्यधिक गर्म चीजों के सेवन से इसकी संभावना बढ़ जाती है। इसके साथ ही मानसिक तनाव भी लिकोरिया की समस्या को बढ़ाने में सहायक होता है।

संक्रमण से कैसे बचें – इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि

1. अपनी पर्सनल हाइजीन को मेंटेन करें। इसमें जब भी आप वॉशरूम का प्रयोग करते हैं। तो अपने वेजाइनल रीजन को पानी से अच्छे से धो लें। फिर इसे किसी कॉटन या टिशु की सहायता से ड्राई कर लें।

2. नीचे पहने पहने जाने वाले कपड़े में, सिर्फ सूती कपड़ों का इस्तेमाल करें। ताकि वहां पर अच्छे से हवा जा सके।

3. आपको अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए।

4. सेक्स करने के बाद पेशाब जरूर करें साथी नीचे के एरिया को साफ जरूर करें।

5. बहुत ज्यादा टाइट कपड़ों को पहनने से बचे। ताकि आपके वेजाइनल रीजन में पसीना कम से कम आने की संभावना है। क्या आप जानना चाहेंगे : पीसीओडी क्या है। पीसीओडी का घरेलू उपचारइसका फुल फॉर्म, कारण, लक्षण व क्या खाएं और क्या नहीं।

सफेद पानी के लक्षण क्या है 

सफेद पानी यानी लिकोरिया के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं –

1. योनि से दुर्गंधयुक्त स्राव – सफेद पानी बदबूदार आता है यह दुर्गंध मछली की दुर्गंध के समान होती है

2. योनि में खुजली व जलन – संक्रमित महिला को योनि के आसपास खुजली होगी। फिर खुजली के बाद, जलन महसूस होगी।

3. कमर दर्द – लिकोरिया से संक्रमित महिलाओं में, अक्सर कमर दर्द की शिकायत रहती है

4. पैर और पिंडली में दर्द – इसमें महिलाओं की पैरों और पिंडलियों में मरोड़ वाला दर्द रहता है।

5. पेट में दर्द – लिकोरिया के संक्रमण के दौरान महिलाओं के पेट के निचले हिस्से में दर्द होता है

6. सर में दर्द – सफेद पानी आने की वजह से, बहुत सी महिलाओं में हल्का सर दर्द बना रहता है। जिसका कारण उनका तनाव होता है।

7. भूख में कमी – इसमें महिलाओं को भूख नहीं लगती है। यह लक्षण भी तनाव के कारण होता है। जिसके कारण उन्हें कमजोरी भी महसूस होती है। कब्ज की भी समस्या हो सकती है।

8. मासिक धर्म ऐंठन – पीरियड्स आने के दौरान उन्हें काफी ज्यादा दर्द होता है।

9. अपच की समस्या – इससे संक्रमित महिलाओं को अपच की समस्या हो सकती है। यानी उनका खाया हुआ, पचता नहीं है। क्या आप जानना चाहेंगे : हल्दी के फायदे। हल्दी दूध के फायदेदूध में हल्दी के नुकसान।

लिकोरिया में क्या नहीं खाना चाहिए 

लिकोरिया से ग्रसित महिलाओं को अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। कुछ ऐसी चीज हैं, जिनका सेवन करने से लिकोरिया की समस्या और अधिक बढ़ सकती है। जो कुछ इस प्रकार से है-

1. आपको तली भुनी चीज खाने से परहेज रखना चाहिए। यह सफेद पानी आने की समस्या को बढ़ाते हैं।

2. प्रोसैस्ड फूड व खमीर युक्त को खाने से बचना चाहिए। यह सभी बैक्टीरिया को पनपना में बढ़ावा देते हैं।

3. चाय व काफी भी इस समस्या को बढ़ाती है। अतः इनका सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए।

4. सभी प्रकार की कोल्ड ड्रिंक व ठंडी चीजों से परहेज रखना चाहिए।

5. मशरूम खाने से बचना चाहिए यह भी बैक्टीरियल ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं।

6. लिकोरिया की समस्या में, किसी भी प्रकार की मिर्च खाने से बचना चाहिए। चाहे वह लाल मिर्च, हरी मिर्च, शिमला मिर्च हो। 

7. चीनी व चीनी से युक्त चीजों को खाने से बचना चाहिए। अगर खाना भी है, तो इनको सीमित मात्रा में खाना चाहिए। क्योंकि यह भी बैक्टीरिया की ग्रोथ में सहायक होते हैं।

8. लिकोरिया से ग्रसित महिलाओं को नॉनवेज सीमित मात्रा में लेना चाहिए।

लिकोरिया से ग्रसित महिलाओं को इन चीजों को अवॉइड करना चाहिए। अगर लेना भी है। तो सीमित मात्रा में ही, इसका प्रयोग करना चाहिए। अन्यथा यह सभी खाद्य पदार्थ हानिकारक बैक्टीरिया को पनपने में सहायक होते हैं। क्या आप जानना चाहेंगे : महिलाओं के लिए अलसी के फायदेपुरुषों के लिए अलसी के फायदे। अलसी के फायदे बालों के लिए, भुनी अलसी के फायदे।

लिकोरिया से होने वाले नुकसान

लिकोरिया का सही समय पर इलाज न करवाने पर होने के कारण, कई प्रकार की दिक्कतें पैदा हो सकती हैं। जो कई गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। 

1. सफेद पानी के स्राव के साथ, शरीर की बहुत सारी धातु का भी नाश होता है। जिससे शरीर कमजोर हो जाता है। हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम होने लगती है। इम्यूनिटी कम होने पर अन्य बीमारियां भी का भी खतरा बढ़ जाता है।

2. लिकोरिया होने के कारण कमर, पैर और शरीर में दर्द बना रहता है।

3. इसके कारण नाभि के नीचे वाले से हिस्से यानी पेड़ू में दर्द रहता है। शरीर में हल्का बुखार जैसा बना रहता है।

4. लिकोरिया के कारण इनफर्टिलिटी यानी गर्भधारण में भी समस्या हो सकती है।

5. इसके कारण यूट्रस में सूजन, सिस्ट व  फाइब्रॉयड भी हो सकते हैं।

सफेद पानी का रामबाण इलाज 

सफेद पानी यानी लिकोरिया एक प्रकार का संक्रमण होता है। जो किसी भी तरीके के बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के कारण हो सकता है। यह समस्या कुछ महिलाओं से संबंधित बीमारियों के कारण भी हो जाती हैं। इसका एक कारण हार्मोनल बैलेंस भी हो सकता है। क्या आप जानना चाहेंगे : हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करे हाई ब्लड प्रेशर में क्या नही खाना चाहिए और क्या नही।

अगर वजाइना का pH level असंतुलित हो जाता है, तो भी यह समस्या हो सकती है। इसे पूर्ण रूप से ठीक करने के लिए, कुछ घरेलू उपाय भी आप कर सकते हैं। जो इस प्रकार है –

1. भिंडी की जड़ को सुखाकर, महीन चूर्ण बना ले। इस चूर्ण का एक-एक चम्मच दिन में दो बार सेवन करने से, सफेद पानी की समस्या से, आपको पूर्ण रूप से छुटकारा मिलता है। इसके प्रयोग से किसी भी प्रकार के प्रदर को ठीक किया जा सकता है। इसे आप दिन में किसी भी समय ले सकती हैं।

2. शीशम की पत्तियों को छाया में सुखाकर, जब वह पूरी तरह से सुख जाए। तो उसको पीस लें। अब इस चूर्ण का एक-एक चम्मच, सुबह व शाम को हल्के गुनगुने पानी के साथ लें। इसके साथ ही हाइजीन का पूरा ध्यान रखें। आपको इसके  परिणाम जल्द ही दिखने लगेंगे। जब आपको महसूस हो कि यह पूर्ण रूप से ठीक हो गया है। तो इसका सेवन बंद कर सकते हैं।

3. केले को अच्छे से मैश कर लें। फिर इसमें एक चम्मच शुद्ध देसी गाय का घी  मिलाकर खा लें। इसके साथ ही दिन में दो बार गाय के दूध का सेवन भी करना चाहिए। इस प्रयोग के द्वारा धीरे-धीरे सफेद पानी की समस्या खत्म होना शुरू हो जाएगी। यहां पर इस बात का विशेष ध्यान रखें कि घी शुद्ध देसी गाय का ही होना चाहिए। बाजार में उपलब्ध इस प्रकार के घी की गुणवत्ता पर भरोसा करना उचित नहीं है।

4. श्वेत प्रदर यानी सफेद पानी आने की समस्या से ग्रसित महिलाएं, अगर बढ़ यानी बरगद के पेड़ के पत्तों को तोड़े। तो उसके पत्तों से दूध निकलता है। इस दूध का इस्तेमाल करना है। इसकी एक बूंद, पहले दिन बताशे में रखकर खाएं। इसी प्रकार दूसरे दिन दो बूंद बताशे में रखकर खाएं।

इस क्रम को 21 दिनों तक, एक-एक बूंद बढ़ाते हुए, 21 बूंद तक ले जाएं। फिर इसी प्रकार 21वें दिन से, प्रतिदिन एक-एक बूंद घटाते जाए। तो इस बीमारी से निश्चित ही मुक्ति मिलती है। जिसके पुनः होने का भी की भी संभावना खत्म हो जाती हैं। 

बरगद के पत्तों का दूध बहुत पौष्टिक होता है। किसी के भी शरीर से चाहे वह स्त्री हो या पुरुष, अगर धातु का छय हो रहा है। तो उसे रोकता है। इससे पुरुष का वीर्य बहुत बलवान होता है। इस प्रयोग के द्वारा अगर किसी स्त्री का अंडाणु न बनता हो या कमजोर होता हो। इसमें भी अत्यंत फायदेमंद होता है।

5. फिटकरी को अच्छे से भून लें। यह फिटकरी पानी जैसी हो जाएगी। इस पानी को भी तब तक भूने, जब तक यह गाढ़ी होकर रबड़ की तरह न हो जाए। अब इसका चूर्ण बना ले। इस चूर्ण का आधा-आधा ग्राम, दिन में दो बार गुनगुने पानी के साथ ले।

तो इससे प्रमेह, किसी भी प्रकार का प्रदर या बहुत ज्यादा पीरियड्स आते हो। इसमें बहुत लाभकारी होता है। इसके साथ ही, अगर किसी को भी ब्लीडिंग पाइल्स की शिकायत हो। तो इसमें भी अत्यंत लाभकारी होता है।

6. लोध्र पठानी को कूटकर, चूर्ण बना ले। यह लोध्र पठानी किसी भी पंसारी के यहां मिल जाएगा। अब इस चूर्ण का एक-एक चम्मच, प्रतिदिन पानी के साथ सेवन करें। तो इससे श्वेत पानी की समस्या से तो मुक्ति मिलती ही है।

इसके साथ ही जिन महिलाओं को अधिक ब्लीडिंग होती है। उसके लिए भी यह चमत्कारिक फायदे देता है। इसे आप प्रतिदिन, दिन में दो बार, किसी भी समय ले सकते हैं।

Disclaimer      
लेख में सुझाए गए tips और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले, किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। myhealthguru इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।

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