Cyst Meaning in Hindi | सिस्ट होने के कारण | बच्चेदानी में गाँठ का घरेलू उपचार

Cyst Meaning In Hindi – Ovarian Cyst, Hemorrhagic Cyst, Follicular Cyst, symptoms, what size is dangerous, treatment [ सिस्ट होने के कारण, परहेज, क्या खाना चाहिए, क्या नहीं, बच्चेदानी में गांठ का घरेलू उपचार, सिस्ट का इलाज। 

बढ़ती उम्र के साथ, महिलाओं को कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। वहीं कई ऐसी समस्याएं भी होती हैं। जो उम्र नहीं देखती हैं। यह किसी भी उम्र में हो सकती है। बड़े शहरों से लेकर, छोटे शहरों में रहने वाली महिलाओं को, कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं आसानी से अपनी गिरफ्त में ले लेती हैं।

जब भी कोई महिला अल्ट्रासाउंड करवाती है। जब उनकी गायनेकोलॉजिस्ट बताती है। कि उनकी ओवरी में सिस्ट है। अगर सामान्य भाषा में कहें, तो गांठ है। तब पेशेंट घबरा जाता है। वह अपनी इनफर्टिलिटी की समस्या को छोड़कर, सोचने लगता है। इस सिस्ट से कहीं कैंसर, तो नहीं हो गया। या यह गांठ क्या है। अब उन्हें बच्चा होगा भी या नहीं होगा। कहीं मेरी बॉडी, तो खराब नही हो जाएगी।

ऐसे अनेकों सवाल उठने लगते हैं। वैसे देखा जाए, तो इनफर्टिलिटी का एक बहुत बड़ा कारण होता है। कि आपके शरीर में सिस्ट  बन रहे हैं। अब सभी को लगता है कि यह सिस्ट किसे कहते हैं। यह सिस्ट क्यों बनते हैं। इनको कैसे पहचाना जा सकता है। इनको दूर करने के क्या उपाय हो सकते हैं। इन सब के बारे में, आपको पूर्ण जानकारी होना जरूरी है। क्या आप जानना चाहेंगे : गर्भपात क्या है। गर्भपात के बाद लक्षणपहले महीने में गर्भपात के लक्षण । गर्भपात के बाद गर्भाशय की सफाई।

Cyst Meaning In Hindi

Cyst Meaning in Hindi

Cyst का अर्थ पुटक, पुटी या शरीर के अंदर की रसौली कहते है। यानी कि शरीर के अंदर किसी भी अंग में, एक गांठ सी बन जाती है। जिसमें एक fluid या fluid जैसा भरा होता है। इससे ही cyst कहा जाता है। वहीं शरीर के कई स्थानों पर, कुछ ऐसी गाँठे होती हैं। जो सामान्य होती हैं। ये चर्बी या lipoma से बनी होती है।

कुछ गाँठो में कैंसर जैसी अवस्थाओं की उपस्थित भी होती है। लेकिन इनका प्रतिशत बहुत ही कम होता है। वैसे तो cyst शरीर के किसी भी अंग में हो सकती है। लेकिन अधिकतर यह महिलाओं के गर्भाशय में पाई जाती है।

यह भी हर उम्र की महिलाओं में होती है। जो रजोनिवृत्ति के बाद भी दिखाई पड़ सकती है। इसलिए इनसे घबराने की वजह बजाए, इसकी पूरी जानकारी होना, हर महिला के लिए जरूरी होता है।

Ovarian Cyst in Hindi

ओवेरियन सिस्ट जिसे अंडाशय की गांठ भी कहा जाता है। ये अंडाशय में बनने वाली, छोटी-छोटी fluid की थैलियां होती है। महिलाओं में ज्यादातर 2 तरह की ओवेरियन सिस्ट पाई जाती है। Simple Cyst जोकि बहुत ही common होती है। इनको हम functional cyst भी कहते हैं। ये fluid से भरे हुए sac होते हैं। इनके बाहर की shell ( आवरण) भी पतला होता है। 

जबकि Complex Cyst में, गाढ़ा fluid और पस, म्यूकस भी पाया जाता है। इनके बाहर की shell मोटी होती है। अब यह cyst बनती क्यों है। तो हर महीने महिलाओं की left या right ovary में एक अंडा develop होता है। यह अपने एक खास साइज में आने के बाद, rapture (फूट) जाता है। फिर यह implantation के लिए तैयार हो जाता है। 

लेकिन अगर यही egg अपने सामान्य आकार से ज्यादा बड़ा हो जाए। इसके साथ ही, rapture न हो। तो फिर यह एक cyst में बदल जाता है। ओवेरियन सिस्ट को डायग्नोज करने के लिए, सामान्यतया अल्ट्रासाउंड किया जाता है। जिससे सिस्ट की संख्या और उसके आकार का पता चलता है। Simple Cyst बहुत ज्यादा गंभीर नहीं होती। इसकी वजह से कैंसर होने का खतरा बिल्कुल नहीं होता। 

वहीं अगर complex cyst को समय रहते cure न किया जाए। तो ओवेरियन कैंसर में बदल सकती है। इसकी भी संभावना बहुत कम होती है। इसके साथ ही अगर simple cyst को भी समय रहते ठीक न किया जाए। तो ये आपके गर्भ धारण करने व pregnant होने में समस्या उत्पन्न कर सकती है। अगर simple cyst 5 सेंटीमीटर से कम हो। तो यह आपको कोई दिक्कत नहीं देती।

लेकिन अगर यही सिस्ट 5 सेंटीमीटर से बड़ी होती है। तो आपके अंदर कुछ समस्याएं उत्पन्न होना शुरू हो जाती है। जैसे पेट में दर्द होना या भारीपन होना, irregular periods का होना। लेकिन यह अधिकतर दो-तीन महीने में, अपने आप बनती और ठीक हो जाती है। कई बार इसे कुछ ट्रीटमेंट के द्वारा ठीक करना पड़ता है।

इसमें कैंसर होने की कोई संभावना नहीं होती है। बस इससे infertility (बांझपन) में फर्क पड़ता है। क्योंकि जब तक आपकी ओवरी में cyst है। तब तक egg का निर्माण नहीं होता है। इसलिए आप गर्भधारण नहीं कर पाओगे। इसलिए अगर आप बांझपन का इलाज करवा रहे हैं। तो पहले cyst का इलाज करवाना जरूरी होता है। क्या आप जानना चाहेंगे : गर्भपात के बाद सावधानियांगर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए।

Functional Cyst in Hindi

ओवेरियन सिस्ट, बच्चेदानी के बगल में लेफ्ट व राइट दो अंडाशय, हर महिला में होते हैं। ऐसी कोई महिला नहीं होती। जिसको पूरे जीवन काल में, ओवेरियन सिस्ट न बनी हो। यानी कि अंडाशय में कोई पानी या खून की गांठ न बनी हो। ओवेरियन सिस्ट, अंडाशय से हर महीने एक अंडा फूटता है। यह कभी लेफ्ट से और कभी राइट से निकलता है। यह हमारे नियंत्रण में नहीं होता। न ही किसी डॉक्टर के नियंत्रण में होता है।

किस ओवरी से अंडा, किस महीने निकलेगा। जब ओवरी से अंडा निकलता या फूटता है। तो अंदर दो फॉलिकुलर फ्लूइड होता है। जहाँ उसको पूरा न्यूट्रिशन मिल रहा होता है। वह फ्लूइड बाहर निकलता है।  जिसकी वजह से पेट में दर्द होता है। बहुत सारी महिलाओं में menstrual cycle के बीच में 14वें, 15वें  जब अंडा फूटता है।  उस दिन पेट में दर्द होता है।

Follicular Cyst in Hindi

जब अंडे से, यह पूरा fluid बाहर निकल जाता है। तो यह पूरी तरह से सिकुड़ जाता है। तब यह Corpus Luteum बन जाता है। यह Functional Cyst तब बनती है। जब अंडा तो निकला। लेकिन जो  फॉलिकुलर फ्लूइड था। वह पूरी तरह से बाहर न निकलकर, अंदर ही रह जाता है। ऐसी condition जीवन में आती रहती है। यह कभी किसी महीने, तो कभी साल में एक दो बार ऐसा होता है। यह अपने आप खत्म भी होती रहती है।

ज्यादातर रोगियों को पता ही नहीं  चलता। बल्कि यह सोनोग्राफी में डायग्नोज हो जाती है। सोनोग्राफी तब होती है। जब किसी महिला को दर्द हुआ। या उनके  मेंस्ट्रुअल साईकल में disturbance हुआ। तब डॉक्टर ने सोनोग्राफी करवाता है। तो  पता चलता है कि उन्हें cyst हो गई। सामान्य रूप से 5-6-7 सेंटीमीटर तक की  Follicular Functional Cyst सामान्य होती है।

इसकी सर्जरी नहीं करवानी होती है। यानी कि इसके अंदर जो पानी भरा हुआ है। वह धीरे-धीरे अपने आप absorb हो जाएगा। इसके लिए डॉक्टर आपको हारमोंस व कुछ मेडिसिन देते हैं। जिससे यह दो-तीन महीने में, अपने आप ठीक हो जाती है। अगर यह छोटी होगी। तो अपने आप, बिना दवा के ठीक हो जाएगी।      

वरना यह एक महीने में, दवाओं के द्वारा ठीक हो जाती है। 7 सेंटीमीटर से ज्यादा बड़ी cyst होने पर, डॉक्टर आपको सर्जरी की सलाह देते हैं। इसमें भी आप एक दो महीने दवा लेकर देख सकते हैं। ये follicular cyst, जो कि functional cyst होती है। यह अंडा फूटने के बाद, पानी absorb न होने की वजह से या पानी भर जाने की वजह से बनती है।

Corpus Luteum Cyst
Hemorrhagic Cyst in Hindi

आपको पता है कि अंडा निकल गया। इसका पानी निकल गया। अब तो अंदर corpus luteum रह गया। वह yellow रंग का होता है। क्योंकि इसके अंदर एक पिगमेंट आ जाता है। ये lutein pigment,  इसको यलो कलर देता है। इसके अंदर कुछ blood vessels होते हैं। जो कभी-कभी  फट जाते हैं। इनमें छोटी-छोटी capillaries में ब्लड भर जाता है।

सोनोग्राफी में पता चलता है कि ऐसी  ऐसी cyst है। जिसके अंदर ब्लड भरा है। क्योंकि सोनोग्राफी में पानी वाली गांठ अलग दिखती है। खून वाली गांठ अलग दिखती है। उसका texture अलग होता है। खून की गांठ थोड़ी painful होती है। इस condition में, ज्यादातर पेडू में दर्द, कमर में दर्द या सेक्स के दौरान दर्द होता है।

यह सारे दर्द इस सिस्ट की वजह से ही होते हैं। क्योंकि इसकी वजह से inflammation होता है। आसपास की चीजें चिपक जाती है। यह भी अपने आप ठीक हो जाती है। जब आप डॉक्टर के पास जाते हैं। तो वह पेन किलर के साथ, थोड़ी सिकाई करने के लिए बोलते  यह हैं।धीरे-धीरे अपने आप ठीक हो जाती है।

कभी-कभी यह ectopic pregnancy  की तरह present करती है। इसमें पेन ज्यादा होता है। क्योंकि अंदर rapture हो गई। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो ब्लड की वजह से पेन होता है। पेशेंट के कहीं न कहीं पीरियडस irregular हो जाते हैं। क्योंकि  hormonal disturbance हो जाता है।

पेशेंट को लगता है कि वह प्रेग्नेंट है। प्रेगनेंसी टेस्ट भी कभी-कभी positive आता है। क्योंकि कॉरपस लुटियम के अंदर से वही hormone निकलता है। जिसे Human Chorionic Gonadotropin (HCG) कहते है। जो प्रेगनेंसी के समय positivity लाता है। इसलिए कभी-कभी कुछ मामलों में कॉरपस लुटियम सिस्ट ectopic pregnancy की तरह present करती है।

Endometriotic Cyst
Chocolate Cyst In Hindi

एंडोमेट्रियोटिक यानी कि आपके बच्चेदानी के अंदर जो लाइनिंग होती है। वह आपकी ovary में चला गया। ये ओवरी के अलावा fallopian tubes, ureter या कहीं भी जा सकता है। यह जब ओवरी के अंदर जाता है। तो वहां पर ब्लड इकट्ठा हो जाता है। क्योंकि जब जब आपको पीरियडस आएंगे। तो वह endometrium से bleed होगा। जो endometrium आपके uterus अंदर है। वह blood तो, vagina से बाहर आ जाएगा।

लेकिन जो अंदर रह गया। वह अंदर सिस्ट बना देता है। यह चॉकलेट सिस्ट  पेनफुल होती है। आपके periods irregular हो जाते है। आपको इनफर्टिलिटी हो सकती है। क्योंकि ट्यूब इसमें चिपक सकती है। Hormonal disturbance हो सकता है। इसलिए चॉकलेट सिस्ट में, ज्यादातर डॉक्टर सर्जरी की सलाह देते हैं। या फिर लगातार हार्मोन थेरेपी दी जाती है। जिससे यह सिस्ट धीरे-धीरे अपने आप छोटी हो जाती है। क्या आप जानना चाहेंगे : पीसीओडी क्या है। पीसीओडी का घरेलू उपचारइसका फुल फॉर्म, कारण, लक्षण व क्या खाएं और क्या नहीं।

Dermoid Cyst In Hindi

Dermoid यानी कि आपकी ओवरी के अंदर कोई ऐसी चीज आ गई। जिसे ओवरी में नहीं होना चाहिए, जैसे कि दांत, बाल, म्यूकस आदि। इसके अंदर ऐसे structure होते हैं। जो ओवरी के अंदर नहीं होने चाहिए। यह एक प्रकार का ट्यूमर होता है। जोकि कभी कैंसर नहीं बनता है। लेकिन इसका इलाज सिर्फ सर्जरी ही है।

Dermoid cyst की वजह से, आपको पेन हो सकता है। मुख्य समस्या यह है कि यह भारी हो जाती है। जिसके कारण यह twist हो जाती है। जब अगर यह twist हो जाती है। तब इसके pedicle के अंदर की सारी ब्लड वेसल्स crush हो जाती है। जिसके कारण बहुत सीवियर पेन होता है। ऐसी अवस्था में, तुरंत सर्जरी करनी पड़ती है।

प्रेगनेंसी में सबसे ज्यादा कॉमन Dermoid cyst होती है। जिसे सिर्फ ऑपरेशन करके निकालते हैं। वरना ये twist हो जाएगी। बड़ी हो जाएगी, रैप्चर हो जाएगी। जिसके कारण, आपको प्रेगनेंसी में बहुत पेन व अन्य समस्या हो सकती है। प्रेगनेंसी के दौरान, दूसरी Serous Cystadenoma पाई जाती है।

Some Other Cyst

इनके अलावा कुछ और भी दूसरी cyst होती है। जिन्हें Serous Cystadenoma व Mucinous Cystadenoma कहते हैं यह इतनी बड़ी cyst होती हैं। कि यह किसी प्रेग्नेंट यूट्रस की तरह हो जाती है। यह benign होती हैं। यानी यह cancerous  नहीं होती हैं। लेकिन यह इतनी बड़ी हो जाती हैं। पेट इतना बड़ा हो जाता है। कि इन्हें सर्जरी करके निकालना पड़ता है।

ओवेरियन सिस्ट में menstrual irregularities यानी कि पीरियड्स का उपर नीचे होना। पेन होना, अगर rapture हो गई। तो ज्यादा पेन का होना। इन लक्षणों के आधार पर, इलाज किया जाता है। ज्यादातर सामान्य वाले कलर स्वादिष्ट में एक दो महीने दवाइयों से ही ठीक हो जाती है। क्या आप जानना चाहेंगे : 2 मिनट में कमर दर्द से आराममहिलाओं के कमर दर्द के कारण, घरेलू उपचार, एक्सरसाइज व एक्यूप्रेशर पॉइंट।

बच्चेदानी में गांठ का घरेलू उपचार

1. कैमोमाइल चाय का सेवन करने से ओवेरियन सिस्ट से होने वाली समस्याओं में आराम मिलता है। एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी होती है। इसके सेवन करने से ऐठन की परेशानी दूर होती है। इसमें anti-inflammatory गुण पाए जाते हैं। जो सूजन की समस्या में राहत दिलाते हैं। इसके साथ आप हॉट hot bath भी ले सकते हैं। जिसकी गर्मी अल्सर व ऐंठन के दर्द को कम करती है।

2. कई सारी रिसर्च के अनुसार, पोटेशियम की  deficiency से ओवेरियन सिस्ट develop होती हैं। उनके लिए Apple Cider Vinegar बहुत ही कारगर होता है। लेकिन इसे पीने से कई बार, आपके दांतों में समस्या होती है। उसके लिए आप Apple Cider Vinegar, जो कैप्सूल के रूप में आते हैं। उनका प्रयोग कर सकते हैं।

वैसे भी प्रेगनेंसी प्लैनिंग में, आपको बहुत सी ऐसी चीजों की जरूरत पड़ती है। जो equalities को बढ़ाती है। हारमोंस को balance करती है। साथ ही आपके stamina को भी बढ़ाती है। जिसके लिए आप Apple Cider Vinegar के capsule का प्रयोग कर सकते हैं। इससे अन्य दवाओं के साथ भी लिया जा सकता है। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।

3. अब आपको हल्दी पाउडर 2 ग्राम लेना है। इसके साथ 10 ml आंवले का जूस को, एक गिलास गुनगुने पानी में डाल ले। फिर इसे अच्छे से मिलाकर, खाली पेट लेना चाहिए। यह आपकी बॉडी को बहुत अच्छे से डिटॉक्स करता है। यह आपकी cyst को खत्म करने में मदद करेगा। यह हार्मोन को बैलेंस करता है। शरीर के अंदर से टॉक्सिंस को remove करता है।

4. सिस्ट की समस्या से ग्रसित महिलाओं को कपालभाति अवश्य करनी चाहिए। यह आपके internal organs की मसाज करने में सहायक होता है। कपालभाति करने से, आपकी बॉडी के organs का blood flow बढ़ता है। आपके reproductive organs भी energize  होते हैं। जिससे आपका Appetite व बॉडी के डिटॉक्सिफिकेशन का प्रोसेस अच्छे से होता है। इसको करने के बाद, आपको कुछ sets अनुलोम-विलोम के जरूर करना चाहिए।

Disclaimer     
 लेख में सुझाए गए tips और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले, किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। myhealthguru इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।

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