Happy Harmones | The Key of Happiness | Key of Happiness Meaning | खुश कैसे रहे | खुश रहने का सबसे बड़ा मंत्र | खुश रहने के लिए जरूरी आदतें | बुरे हालात में भी खुश रहने का मंत्र | खुशी का रसायन | हमेशा खुश रहने का आसान तरीका | Art of Happiness | Want to Know, How to be Happy | How to be Happy All the Time | How to be Happy and Positive All the Time | How to Increase Happy Hormones in Brain | How to Become a More Positive Person in 24 Hours | 10 Ways to Become A More Positive and Happy Person
How to Increase Happy Hormones in Body
ख़ुश कैसे रहे
जो लोग खुश रहते हैं। किस्मत उनका साथ देती है। शायद इसीलिए उनको खुशकिस्मत कहा जाता है। हम यह समझते हैं कि सफलता मिलने से, हम खुश होंगे। लेकिन एक रिसर्च में यह बताया। हमारी हैप्पीनेस पर, हमारी success, हमारी health, हमारे जीवन का सारा आयाम निर्भर करता है।
परमात्मा से जुड़ने का एक ही रास्ता है। वह है, खुश रहना। क्योंकि जब हम खुश होते हैं। तो परमात्मा का प्रकाश, हमारे शरीर, हमारी आत्मा से जगमगाना शुरू हो जाता है। लेकिन दुर्भाग्य यह है कि आज Happiness को सबसे नीचे पायदान पर रखा जाता है।
किसी का यह कोई गोल नहीं है। लेकिन जिस दिन आपने खुश रहना सीख लिया। Happy रहना सीख लिया। तो दुनिया के सारे गोल, आपके कदमों में आकर गिरेंगे। आज इंसान सफल, इसलिए नहीं हो पा रहा है। क्योंकि उसकी productivity इतनी कम है। Creativity इतनी कम है।
इसका reason है कि हमारे Brain में happiness के chemical नहीं है। यह बात Research कहती है। आज रिश्तों में इतनी problem इसलिए है। क्योंकि हम brain को feel करना भूल गए है।
आज हम जानेंगे कि खुश होने का रसायन क्या है। हमारे ब्रेन में, क्या chemistry होती है। किस तरह से, हम इन chemicals को, हम अपनी इच्छा अनुसार trigger कर सकते हैं। Fire कर सकते हैं। बस जरूरत है। इसे एक नए angle से देखने की। इसको आजमाने की।
यकीन मानिए चाहे आपकी creativity है। चाहे आपकी productivity है। चाहे आपके रिश्ते हैं। चाहे आपका व्यवसाय है। जो कुछ भी है। उसमें 100x का growth मिलेगा। जब आप खुश रहना सीख लेंगे।
जिस दिन आप खुश रहना सीख गए। उस दिन आप यह जानकर चौक जाएंगे। सारी चीजें आपके पीछे भागने लगेंगी। आपकी लाइफ में, हर चीज positive होने लगेगी। हम हैप्पीनेस को अपने बाहर तलाशते हैं। अपनी चीजों में, अपने achievement में या अपने रिश्ते में। इसमें तलाशते हैं।
कभी भी हम हैप्पीनेस को, अपने अंदर नहीं तलाशते। यही कारण है कि हम हमेशा दुखी रहते हैं। जब भी हम दुखी रहेंगे। तो हम कोई एक्शन नहीं लेंगे। हम inspired नही feel करेंगे। लाइफ की बड़ी opportunity को हमेशा miss करते रहते हैं। इसके लिए दो मनोवैज्ञानिक कारण है। जिसके कारण हम दुखी रहते हैं।

Happy Hormones
The Two Pyschological Model
हमारे दुखी होने के पीछे 2 Psychological Model हैं। जिनके कारण हम दुखी रहते हैं। आपको इस बात को पूरी तरह से, relax होकर समझने की जरूरत है।
क्योंकि अगर इन दोनों concept को आपने समझ लिया। तो आप हमेशा-हमेशा के लिए, हैप्पीनेस को अपनी life में invite कर सकते हैं। वही दुखों से हमेशा के लिए, मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं।
First Model
This Happened That’s Why क्योंकि ऐसा हुआ इसलिए। कुछ लोग आपको मिलेंगे। वह यह कहेंगे। मेरी लाइफ में कोई दुर्घटना हो गई है। यह दुर्घटना कुछ भी हो सकती है। मैं ज्यादा aged हूं। इसलिए खुश नहीं हो सकता। मैं कम age का हूं। इसलिए खुश नहीं हो सकता।
मेरे पास जॉब है। इसलिए खुश नहीं हो सकता। मेरे पास जॉब नहीं है। इसलिए खुश नहीं हो सकता। मेरी शादी हो चुकी है। इसलिए खुश नहीं हो सकता। कुछ भी ऐसा हो सकता है।
Second Model
जब तक कि यह नहीं होता। तब तक मैं खुश कैसे हो सकता हूं। जब तक मैं टॉपर न बन जाऊं। तब तक मै खुश कैसे हो सकता हूं। जब तक की मेरी 10 फिल्म रिलीज न हो जाए। तब तक मैं खुश नहीं हो सकता।
जब तक मेरे 1 लाख सब्सक्राइबर न हो जाए। तब तक मैं खुश नहीं हो सकता। यह दो ऐसे मॉडल है। जिसके कारण ईगो, आपके हैप्पीनेस को postpone कर देते हैं। इसी के कारण, हम कभी खुश नहीं हो पाते।
हम हमेशा anxious रहते हैं। हमेशा हमारे मन में एक घुड़दौड़ सी चलती रहती है। चलिए समझते हैं कि हम किस तरह से खुश रह सकते हैं। किस तरह से हम अपने psychological barriers को अपने awareness से break कर सकते हैं।
Happy Hormones
Challenge Your Thoughts
जब भी आपका माइंड यह कहता है। कि मैं आईएएस अधिकारी तो हूं नहीं। फिर कैसे खुश हो सकता हूं। मुझे खुश होने का तो कोई अधिकार ही नहीं है। उस समय आपको अपने माइंड को observe करना है।
आपका माइंड एक गेम खेल रहा है। उससे यह पूछना है कि क्या मेरी unhappiness, क्या मेरा anxiety, frustration व gilt जो भी है। इसके सहारे मैं एक आईएएस ऑफिसर बन जाऊंगा। क्या मैं एक सफल इंसान बनना चाहता हूं। जिसके कारण मैं low feel कर रहा हूं।
क्या मेरे low feel करने के या दुख के कारण। क्या मुझे वह गोल मिल जाएगा। जब आप इसको awareness के साथ, बार-बार प्रैक्टिस करेंगे। ये कोई एक बार की बात नही है। क्योंकि हैप्पीनेस इतनी आसानी से भी हासिल नहीं होती।
इसलिए आपको बार-बार कोशिश करनी है। एकदम silently खुद से पूछना है। क्या मेरे यह emotions, क्या मेरा यह frustration। मुझे Happy बना सकता है। मेरे गोल को मुझे दिला सकता है। जल्दी आपको insight मिलेगा। नहीं यह सब आपके समय को, आपकी ऊर्जा को बर्बाद कर रहा है।
Happy Hormones - Accept Life
जीवन में जो कुछ भी चल रहा है। उसका एक purpose है। एक hardcore इसको इस तरीके से कहते हैं। Life के हर एक events को ऐसे जियो। जैसे कि तुमने अपनी growth के लिए, इसको चुना हुआ है।
जब हम स्कूल में जाते हैं। तो हर चीज हमें comfortable नहीं लगती। हमें होमवर्क बनाना पड़ता है। लंबी-लंबी classes में जाना पड़ता है। उसी तरह से life भी एक स्कूल है। अगर आपके पास कोई बीमारी है। या आपके पास कोई frustration है।
या आपके पास कोई job नहीं है। या आपका बिजनेस नहीं चल रहा है। या relationship में कोई problem चल रही है। तो यह आपकी life का एक lesson है। इसको आप ऐसे न देखें। कि यह मेरी life में एक बहुत बड़ी मुसीबत है।
इसको life के एक puzzle की तरह देखें। जब-जब आप इसको ignore करेंगे। तब-तब यही आपके दुखों का कारण बनेगा। आप यह जानकर surprise हो जाएंगे। बहुत सारे लोग ने, जब अपनी life को वैसे ही accept किया।
उनकी life की जो बड़ी problem थी। वह automatic solve हो गई। आप बस इस challenge को accept करें। इस moment की reality यही है। इस समय विधि का यही विधान है। यह simple सा acceptance, इतना powerful है। यह आपकी परिस्थिति को immediately न बदले। तो बहुत ही quickly बदल देगा।
Increase Happy Hormones in Brain
DOPAMINE
क्या आपने कभी सोचा है। कि आप घंटो घंटो मोबाइल से कैसे चिपके रहते हैं। या टीवी स्क्रीन पर कैसे लगे रहते हैं। इसका कारण है। Dopamine या Motivation Chemical । यहीं वह केमिकल है। जिसके कारण कि हम स्मार्ट फील करते हैं।
अपने अंदर एक शक्ति का एहसास होता है। हम किसी काम को करना चाहते हैं। लेकिन हम डोपामिन का गलत तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं। ये मोबाइल फोन या वीडियो गेम्स वह तरीके हैं। जो हमारे brain को exhaust करते हैं। बीमार करते हैं। हमारे ब्रेन की शक्ति छीन होने लगती है।
आपने श्रीनिवास रामानुजन, आर्यभट्ट व अब्दुल कलाम के बारे में पढ़ा होगा। आप पाएंगे कि यह घंटो-घंटो अपने प्रोजेक्ट पर लगे रहते थे। इसका भी reason डोपामिन था। उन्होंने इसे सही तरीके से use किया। यही वह technique है। जिसको की meditation के master, use करते हैं।
यही वो technique है। जिसको scientist अपने project के लिए use करते हैं। इसका use कैसे करना है। तो इसका एक simple सा तरीका है। आप जब सुबह उठो। तो सबसे पहले अपना एक गोल decide करो। मुझे आज यह achieve करना है।
दूसरा सवाल खुद से यह पूछो। क्या मैं जो कर रहा हूं। वह मुझे आगे ले जाएगा। दुनिया को, लोगों को और मुझे आगे बढ़ने में सहयोग करेगा। अगर आपका जवाब ‘हां’ आता है। तो इसके बाद, उस task को छोटे-छोटे step में तोड़ दो।
हर एक step को complete करने के बाद। उस पर tick करो और खुद को शाबाशी दो। जब भी आप किसी task को complete करते हैं। तो आपके ब्रेन में डोपामिन release होता है। इसी तरह जब हम वीडियो गेम में या सोशल मीडिया सर्फिंग करते हैं। जब हर एक task को complete करते जाते हैं। जिसके कारण डोपामिन रिलीज होता है।
लेकिन यह एक unhealthy तरीका है। लेकिन जब आप अपने गोल के साथ stick रहते हैं। आप discipline में रहते हैं। आप ऐसे goal के लिए कोशिश करते हैं। जोकि universe का गोल है। जिससे सबको फायदा होगा। तो यह डोपामिन automatically, release होगा। आप inspired रहेंगे। Motivated रहेंगे।
Increase Happy Hormones in Brain
OXYTOCIN
5 साल पहले, मेरी एक colleague महिला थी। जिसने मुझे बिल्कुल shock कर दिया था। उनसे मेरी मुलाकात, एक बार एक workshop के दौरान हुई। उन्होंने कहा कि वह जीना नहीं चाहती। वह मरने वाली है। यह शायद उनका आखिरी वर्कशॉप है।
इसके अलावा वह बहुत ही गुस्से में थी। Frustrated थी। हर चीजों उन्हें नेगेटिव ही नजर आती थी। लेकिन 3 दिनों के बाद, वह अचानक खुश हो गई। हंसने लगी। सबसे बातें करने लगी। सबको appreciate करने लगी। 1 साल के बाद, जब उनसे मुलाकात हुई। तो मैं अचंभित थी।
उनके अंदर का गुस्सा, उनका frustration, सब कुछ गायब हो चुका था। यह किसी के लिए भी बहुत shocking था। काफी research करने के बाद पाया। कि इसका reason था। Oxytocin या लव केमिकल। आजकल इतने सारे divorces क्यों हो रहे हैं।
बाप अपने बेटे को छोड़ रहा है। बेटा अपने बाप को destroy कर रहा है। हर जगह नफरत है। हर जगह jealousy है। इसका कारण है। हमारे हृदय में प्रेम या करुणा की कमी। जब तक यह love और compassion हमारे अंदर नहीं आएगा। तब तक हम सही अर्थ में, इंसान कहलाने के लायक भी नहीं है।
यह research कहता है। कि love chemical का तब secretion होता है। जब हम लोगों के साथ socialize करते हैं। जब भी हम लोगों के साथ बातें करते हैं। जब भी हम किसी जानवर के साथ खेलते हैं। उसको प्यार करते हैं। एक माता कितनी भी परेशान क्यों न हो। जैसे ही अपने बच्चे को देखती है। उसके चेहरे पर एक smile आ जाती है।
यह Oxytocin का magic है। कोई आदमी कितना भी परेशान या घबराया हुआ हो। वह stressed हो। Frustrated हो। जैसे ही वह अपने पालतू जानवर को देखता है। उसके साथ खेलने लगता है। हर चीज को भूल जाता है। क्योंकि उसके Brain की chemistry change हो जाती है। आप भी इसको आजमाएं और इसका मैजिक देखें।
Some Data for Bad Chemicals
क्या आपको पता है। इस धरती पर सबसे ज्यादा use किए जाने वाले, chemicals कौन से हैं। यह Painkillers है। जिनमें ibuprofen, paracetamol और codeine, diclofenac कुछ भी हो सकते है।
इन सबकी खासियत यह है। यह आपके दर्द को, तो कम करते ही हैं। इसके अलावा, ये आपकी Kidney को, आपके Liver को, आपका intestine को खराब कर देते हैं। जितना side effects दर्द का नहीं है। उससे ज्यादा side effects इन medicine का है।
क्या आपको पता है कि आपके Brain में भी ऐसी capacity है। जो कि ऐसा Painkiller रिलीज कर सकता हैं। जो आपके सारे दर्द को छूमंतर कर सकता है। इसके अलावा यह आपको energetic रख सकता है। शक्ति दे सकता है।
आपको motivated और inspired रख सकता है। कि चाहे कुछ भी हो। आप stressful नहीं होंगे। आप Anxiety को आसानी से झेल लेंगे। जी हां, यह केमिकल Endorphins है।
Increase Happy Hormones in Brain
ENDORPHINS
Norman Cousins जिन्होंने Anatomy of Illness किताब लिखी है। इनको एक बीमारी हो जाती है। जिसे Ankylosing Spondylitis कहा जाता है। मेडिकल साइंस में, इसका कोई भी permanent इलाज नहीं है। सिर्फ फिजियोथेरेपी और कुछ मेडिसिंस दी जाती है।
लेकिन इन्होंने कुछ और choose किया। इन्होंने चुना कि मैं अपने emotions को manage करूंगा। इनको पता था कि हंसने से, हमारे अंदर endorphins रिलीज होती है। इन्होंने सिर्फ विटामिन सी के सप्लीमेंट्स लिए। फिर Endorphins रिलीज करने के लिए, हंसने वाली मूवीस देखना शुरू किया।
इनकी बीमारी थोड़े समय के बाद बिल्कुल गायब हो गई। इस Endorphins को हम भी रिलीज कर सकते हैं। हमारे अंदर भी वह छमता आ जाएगी। चाहे कितना भी stress रहे। कितनी भी एंजायटी आए। कोई भी डिप्रेशन आए। कोई भी माहौल हो। हम उसमें relaxed रह सके। इसका यही मैजिक है। इसका तरीका है।
Exercise करना। जब भी आप exercise करते हैं। तो Endorphins रिलीज होता है। जब भी आप हंसते हैं। Endorphins रिलीज होता है। जब भी आप music सुनते हैं या फिर movie देखते हैं। उसमें भी Endorphins रिलीज होता है। इन चीजों को आप नियमित रूप से, अपनी लाइफस्टाइल में शामिल करके देखें।
Increase Happy Hormones in Brain
SEROTONIN
Serotonin को mood stabilizer भी कहा जाता है। आपके साथ कई बार ऐसा हुआ है। जब आपने अपने बच्चों को बोला। कि चलो आज तुम्हारा बर्थडे है। आज मैं तुम्हें पार्टी के लिए ले जाने वाला हूं। आप अपने office से घर पहुंचते हैं।
बच्चे बहुत खुश हैं। Excited हैं। हर जगह खुशी का माहौल है। अचानक आपको याद आता है। पता नहीं, बॉस कल क्या कहेगा। आपके सारे mood का कबाड़ा हो गया। आपका बिल्कुल भी मन नहीं लग रहा है। आप बिल्कुल भी enjoy नहीं कर पा रहे हैं।
यह आपके mood की problem नहीं है। बल्कि ये आपके brain के chemical imbalance का लोचा है। सेरोटोनिन का लोचा है। वही आप एक Monk को देखो। जब आप किसी senior Monk से मिलेंगे। तो आप पाएंगे कि उनके चेहरे पर, एक ऐसी smile रहती है। जो कि किसी भी परिस्थिति में टूटती नहीं है।
इनके अंदर हैप्पीनेस रहता है। यह दिल से खुश रहते हैं। इसका कारण इनका लाइफ-स्टाइल है। यह meditation करते हैं। यह नेचर के पास रहते हैं। प्रकृति के साथ रहते हैं। यह Sun Bath करते हैं। इसीलिए बहुत सारे systems में सूरज को, सबसे पहले देखना होता है। नमस्कार करना होता है। बहुत सारे धर्मों में।
यह वह factors हैं। जो कि आपके ब्रेन में सेरोटोनिन रिलीज करते हैं। सेरोटोनिन वह केमिकल है। जो कि आपको कभी depressed नहीं होने देगा। यह आपको वह confidence देगा। कि बाहर चाहे परिस्थितियां कैसी भी हो। कितनी भी विकट हो।
इसके बावजूद भी आप stable रह सकते हैं। आप आनंद में रह सकते हैं। आप happy रह सकते हैं। Happiness एक बहुत बड़ा topic है। मुझे उम्मीद है कि आप इसमें बार-बार experiment करते रहेंगे।
Disclaimer लेख में सुझाए गए tips और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले, किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। myhealthguru इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। |