पेट में गैस बनना – पेट में गैस क्यों बनती है | पेट में गैस हो तो क्या खाना चाहिए

पेट में गैस बनना – गैस क्यों बनती है, गैस हो तो क्या खाना चाहिए, गैस बनने वाली चीजों के नाम, खाना खाने के बाद गैस बनना।

जिसका पेट अच्छा, उसका सब अच्छा

अगर भारत में सबसे कॉमन बीमारी की बात की जाए। तो वह शायद गैस की समस्या होगी। जो आज लगभग हर एक व्यक्ति को है। अगर व्यक्ति 30 साल से ऊपर का है। तब तो उसे गैस की समस्या होनी ही होनी है। वास्तव में, यह समस्या नहीं है, बल्कि यह हमारी बॉडी की एक नेचुरल प्रक्रिया है। यह पेट की गैस, हमारे समस्त रोगों की शुरुआत मानी जाती है।

ऐसा भी कहा जाता है कि हमारे शरीर में 10 प्रकार की वायु का विचरण होता है। जिसमें मुख्य रूप से, हम दो वायु के बारे में जानते हैं। एक तो प्राणवायु, जो हम नाक से लेते हैं। यह पूरे शरीर में विचरण करती है। जो शरीर को शुद्धता देती है। दूसरी अपान वायु, जो हम खाते हैं। जिसके कचरे से हमारे शरीर के अंदर रोग उत्पन्न होते हैं। जो कि मलद्वार के द्वारा निकल जाती है।

लेकिन जो वायु शरीर से नहीं निकलती है। वह शरीर में बीमारियां पैदा करती है। जब भी कुछ हम कुछ भारी खा लेते हैं। तो हमें गैस की समस्या होनी शुरू हो जाती है। लेकिन सबसे बड़ी समस्या तब होती है। जब यह गैस का गोला, हमारे पूरे शरीर में घूमता है। यह कभी हमारी छाती में, तो कभी सर में या कभी पेट में अटक जाता है। जिसके कारण, इन जगहों पर दर्द होना शुरू हो जाता है। 

इसमें सबसे ज्यादा समस्या उन लोगों को होती है। जिनके जोड़ों में दर्द रहता है। अगर उनकी गैस की समस्या ठीक नहीं होती है। तो वह हमेशा जोड़ों में दर्द महसूस करेंगे। इसी गैस की वजह से, हम तरह-तरह की दवाइयां खाना शुरू कर देते हैं। तो आज आप ये गैस क्यों होती है। कैसे बनती है। इसके क्या लक्षण होते है। इसको ठीक करने के क्या उपाय किये जा सकते है। इन सभी बातों को जानेंगे। क्या आप जानना चाहेंगे : पेट में गैस के लक्षण। पेट में गैस बनना। पेट की गैस को जड़ से खत्म करने के उपाय

पेट में गैस बनना

पेट में गैस क्यों बनती है

हमारे शरीर में गैस विभिन्न स्रोतों से आती है। जिनमें तीन प्रमुख स्रोत हैं। हमारी सांस के द्वारा, पेट में हमारे भोजन में एसिड के मिलने के बाद गैस का बनना और हमारी बड़ी आंत में बैक्टीरिया के कारण गैस का बनना। जब हम मुंह से सांस लेते हैं। खासतौर पर जब हम पानी पीते हैं, भोजन करते हैं। या जब हम बहुत ज्यादा बोलते हैं। तो हम अपने अंदर गैस को भी inhale कर लेते हैं।

यह गैस सीधे हमारे भोजन या पानी के साथ पेट में पहुंच जाती है। पेट में बनने वाली गैस मुख्य रूप से पांच प्रकार की होती है। ऑक्सीजन, हाइड्रोजन, नाइट्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन। नाइट्रोजन और ऑक्सीजन सांस के जरिए, हमारे पेट में आते हैं। कार्बन डाइऑक्साइड हमारे पेट में, हमारे ब्लड के diffusion के द्वारा, पेट में आ जाते हैं।

हाइड्रोजन हमारे भोजन और पानी के पाचन से और मीथेन हमारे भोजन के बैक्टीरिया से क्रिया करने से बनता हैं। इसके अलावा भी कुछ गैस होती हैं। जो 1% से भी कम होती हैं। ये ही हमारी गैस में बदबू लाते हैं। ये सल्फर रिच गैस है। जब भी हम कोई भोजन खाते हैं। तो पहले वह हमारे अमाशय में जाता है। जहां वह अम्ल से मिलकर, हमारे भोजन को तोड़ता है।

जब यह भोजन छोटे-छोटे टुकड़ो में टूट जाते हैं। उसी समय हमारा stomach  गैस भी बनाने लगता है। जो डकार के द्वारा, हमारे शरीर से बाहर निकल जाता है। अगर डकार के द्वारा, यह गैस शरीर से बाहर नहीं निकल पाती है। तो यह भोजन के साथ ही छोटी आँत में पहुंच जाती है। लेकिन stomach में बनने वाली गैस, बहुत कम मात्रा में होती है। जैसे ही यह भोजन छोटी आंत में पहुंचता है।

छोटी आँत में bile juice और pancreatic juice, इस भोजन के साथ मिलकर, इस भोजन को छोटी-छोटी इकाइयों में तोड़ना शुरू कर देते है। जैसे प्रोटीन को अमीनो एसिड में, फैट को फैटी एसिड में। लेकिन जब यह कार्बोहाइड्रेट को पचाने का काम करते हैं। तो कार्बोहाइड्रेट का कुछ अंश, छोटी आँत में पूरी तरह से पच नहीं पाता हैं। इसीलिए यह  Fermentable Carbohydrates, पानी के साथ ही, बड़ी आँत में पहुंच जाता है।

यहाँ पहुंचते ही, हमारे पेट में गैस बनने  की प्रक्रिया शुरू होती है। हमारी बड़ी आँत  में कुछ बैक्टीरिया होते हैं। जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए, बहुत ज्यादा आवश्यक होते हैं। इन्हें हमारे शरीर में good bacteria के रूप में जाना जाता है। जैसे ही छोटी आंत से बड़ी आँत में ये कार्बोहाइड्रेट आते हैं। तो यह इस कार्बोहाइड्रेट को ferment करना शुरू कर देते हैं।

ताकि यह बड़ी आँत में अवशोषित हो जाए। शरीर को हमारे खाए हुए, भोजन से पूरी तरह से पोषण मिल सके। जब यह बैक्टीरिया, कार्बोहाइड्रेट को ferment करते है। तो यह गैस भी बनाने लगते हैं। यही वह मुख्य गैस होती है। जिसे हम गैस की समस्या रूप में जानते है। यह बैक्टीरिया हमारी हेल्थ के लिए, बहुत ज्यादा जरूरी होते हैं। क्या आप जानना चाहेंगे : बड़ों के पेट में कीड़े होने के लक्षणपेट के कीड़ों का रामबाण उपाय। पेट में कीड़े होने का कारण व लक्षण।

पेट में गैस बनने वाली चीजों के नाम

पेट में गैस के बनने को, तीन कैटेगरी में बांटा जा सकता है। जिनमें पहला कुछ निश्चित खाद्य पदार्थ, जो वास्तव में गैस बनाते हैं। दूसरे हमारे भोजन करने की आदतें, जो वास्तव में गैस के लिए जिम्मेदार होती है। तीसरा कुछ मेडिकल कंडीशन ऐसी होती है। जो गैस बनाने के लिए, जिम्मेदार होती है। तो समझते हैं कि हमारे भोजन में ऐसे कौन से भोज्य पदार्थ होते हैं जो गैस बनाने में सहायक होते हैं-

1. सभी प्रकार की दालें – सभी प्रकार की दालें गैस बनाती हैं। इनमें से अगर उड़द और कुल्थी की दाल को छोड़ दिया जाए। तो सभी दाले पेट में गैस बनाती है। इसका कारण यह है कि दाल में मौजूद प्रोटीन और फाइटिक एसिड को पचने में अधिक समय लगता है। जिसके कारण, हमारे पेट में गैस अधिक बनती है।

2. बीन्स और मटर – अगर आप राजमा, छोले या मटर खाते हैं। तो यह आपके शरीर में जाते ही, गैस बनाने की प्रक्रिया शुरू कर देती है। इसलिए इन्हें खाने से बचना चाहिए।

3. चाय का सेवन – बहुत से लोगों को खाली पेट, चाय पीने से गैस की शिकायत हो सकती है। अगर आपको ज्यादा गैस बनने की शिकायत है। तो आपको चाय नहीं पीनी चाहिए। ऐसे में, आपको खाने के तुरंत बाद भी चाय नहीं पीनी चाहिए। इससे शरीर खाने में उपस्थित पोषक तत्वों को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाता है।

4. तली भुनी चीजों का सेवन – ज्यादा तली हुई, चीजों को खाने से गैस की समस्या होती है। वहीं फास्ट फूड का इस्तेमाल करने से भी गैस की समस्या हो सकती है।

5. ज्यादा सलाद या फाइबर का प्रयोग – जो हाई फाइबर फूड्स होते है। उनमें सलाद व कुछ सब्जियां भी आती है। यह वास्तव में गैस ज्यादा बनाते हैं। जब आप रेशेदार चीजे ज्यादा खाते हैं। तो यह आपकी बड़ी आँत में पहुंचता है।जिसको बैक्टीरिया  फर्मेंट करते हैं। तो गैस बनती है। 

लेकिन यह फाइबर हमारे लिए महत्वपूर्ण भी है। यह हमारे ब्लड शुगर को रेगुलेट करता है। कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है। कब्ज की समस्या में भी राहत देता है। इसलिए फाइबर तो हमें चाहिए होता है। लेकिन यह गैस बनाने की ताकत भी रखता है।

6. गर्म दूध का सेवन – गर्म दूध के सेवन से भी गैस अधिक बनती है। जिनको अधिक गैस बनने की शिकायत है। उन्हें रात में सोते समय, गर्म दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। कुछ लोग दूध में ब्रेड डालकर खाते हैं। इसे भी avoid करना चाहिए।

7. कार्बोनेटेड बेवरेज का सेवन – अगर आपको कार्बोनेट बेवरेज पीने की आदत है। जिनमें सोडा, बीयर, सभी प्रकार की कोल्ड ड्रिंक होती है। तो इनमें कार्बन डाइऑक्साइड होती है, गैस होती है। जो हमारे डकार के द्वारा बाहर आती है। लेकिन उसमें से कुछ आँतों के अंदर भी जाती है।

8. कुछ निश्चित फलों के सेवन से – कुछ फलों में फ्रूक्टोस शुगर होती है। फ्रुकटन्स  होते हैं। जो वास्तव में, अधिक गैस बनाने की क्षमता रखते हैं। जैसे सेब अधिक गैस बनाने की ताकत रखता है। अगर आप इसे खाते हैं। तो इसके साथ काला नमक का इस्तेमाल करना चाहिए।

9. कुछ निश्चित सब्जियों के सेवन से – कुछ निश्चित सब्जियां ऐसी होती है। जो गैस अधिक मात्रा में बनाती है। उनमें ब्रोकली, फूल गोभी, बंद गोभी, अरबी, कटहल ऐसी सब्जियां होती है। ये सभी अधिक मात्रा में, गैस बनाने की क्षमता रखते हैं। इन सभी की प्रकृति वायु वर्धक होती है। इसलिए जिनके ज्यादा गैस बनती है। उन्हें इससे परहेज करना चाहिए। या फिर इसमें हो सके, तो अजवाइन का प्रयोग करना चाहिए।

10. मिठाइयों यह रिफाइंड शुगर का सेवन- जितनी भी प्रकार की मिठाइयां होती हैं। जिनमें रिफाइंड शुगर का प्रयोग किया जाता है। ऐसी चीजें जिनमें सुक्रोज की मात्रा अधिक होती है। यह सभी गैस बनाने में मदद करते हैं। अब ऐसा नहीं है कि जिन्हें गैस बनती है। उन्हें मीठा नहीं खाना चाहिए। बल्कि इसके अलावा भी बहुत सी चीजें जिम्मेदार होती है। क्या आप जानना चाहेंगे : बवासीर के लक्षण। बवासीर क्यों होता हैं। बवासीर के मस्से को जड़ से ख़त्म करने का उपाय

खाना खाने के बाद पेट में गैस बनना

 गलत खानपान और गलत लाइफस्टाइल के कारण, अक्सर लोगों का पेट अच्छा नहीं रहता। उन्हें पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं के साथ, गैस बनने की समस्या भी होती है। गैस की समस्या कुछ लोगों को हर वक्त रहती है। वहीं कुछ लोगों को खाना खाने के तुरंत बाद शुरू हो जाती है। कुछ लोग तो जैसे ही कुछ खाना खाते हैं। उसी बीच गैस बनने लगती है।

जिसके कारण जरा सा खाना खाने के बाद, ही पेट फूल जाता है। फिर बाकी का खाना नहीं खाया जाता। ऐसे में बेचैनी, किसी काम में मन न लगना, उठने-बैठने में सुस्ती महसूस होना। सही तरीके से पेट साफ न होने जैसी समस्याएं होने लगती है। गैस की समस्या पहले अधिक उम्र की के व्यक्तियों में ही देखने को मिलती थी वही आजकल खराब खान-पान के कारण बच्चों में भी यह समस्या देखने को मिलती है खाना खाते ही पेट में गैस बनने के कुछ कारण है जिन पर हमें ध्यान देना चाहिए

1. आज हम अधिक मसालेदार भोजन करने लगे हैं। हमें अधिक मसालेदार, चटपटा खाना ज्यादा पसंद होता है। जिसका सीधा असर, हमारे digestive system पर पड़ता है। जिसके कारण हमें गैस, अपच व अन्य समस्याये होती है।

2. जो लोग पानी कम पीते हैं उन्हें अक्सर पेट की समस्याएं घेरे रहती हैं इसलिए पेट को सही रखने के लिए दिन भर में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए।

3. अधिक खट्टी चीजों को खाने से भी, हमारे पेट में गैस बनने लगती है। खट्टी चीजें हमारी इम्यूनिटी को तो बढ़ाती है। लेकिन पेट से संबंधित समस्याएं उत्पन्न कर देती है।

4. अक्सर हम खाना खाने के बाद लेट जाते हैं। जो हमारी बुरी आदतों में शुमार है। इसलिए हमें खाना खाने के बाद, थोड़ा सा  टहलना जरूरी है। इससे गैस की समस्या में अवश्य कमी महसूस होगी।

5. खाने के बाद गैस बनने का कारण, तनाव और नींद न आने जैसी समस्या भी होती है। यह भी गैस बनने का एक प्रमुख कारण है।

6. बाहर का खाना व गरिष्ठ भोजन करना भी गैस बनने का एक कारण होता है। जिससे हमें परहेज रखना चाहिए। आप ऐसे भोजन का उपयोग, कभी कदार तो कर सकते हैं। लेकिन जितना हो सके, उतना इससे दूरी बनाकर रखें।

7. हमारी कुछ आदतें भी खाना खाने के बाद, गैस बनने के लिए जिम्मेदार होती है।  यदि आप खाना खाते समय बोलते हैं। तो  इसमें भी खाने के साथ, गैस आपके पेट में पहुंचती है। वही अगर आप खाने के दौरान पानी पीते हैं। तो यह भी गैस बनने का कारण होता है।

अतः आपको चाहिए कि खाना खाने के 1 घंटे पहले या 1 घंटे बाद ही पानी पिए। खाने को अच्छे से चबलाकर खाना चाहिए। इससे भोजन के पचने में सहायता मिलती है। इसलिए एक निवाले को कम से कम 16 बार चबलाना चाहिए। इन सब बातों को ध्यान में रखने से पेट फूलने, गैस की समस्या से बहुत हद तक छुटकारा पाया जा सकता है। क्या आप जानना चाहेंगे : पेट दर्द का देसी उपचारयह क्यों होता है। इसका कारण, लक्षण, दस्त व उल्टी से बचाव की विस्तृत जानकारी।

पेट में गैस हो तो क्या खाना चाहिए

आपको पेट में गैस होने पर, पेट में दर्द होने, पेट में मरोड़ होने की समस्या रहती है। इसके साथ ही पेट फूलने की शिकायत रहती है। बुरी डकारे आती है। इन सबके कारण, आप कुछ भी कामकाज नहीं कर पाते। अगर पेट में कभी कदार गैस बनती है। तो चिंता जैसी कोई बात नहीं है। लेकिन अगर बार-बार पेट फूलने या गैस बनने की शिकायत है।

इसके अलावा आपके पेट में गैस भरी रहती है। बाहर नहीं निकल पाती है। ऐसे में आपको कुछ जरूरी उपाय करने चाहिए। जिससे आपके पेट में कम मात्रा में गैस बने। तो ऐसे में आपके लिए जरूरी हो जाता है कि क्या खाना चाहिए। ताकि आपके पेट में कम गैस बने और इसके साथ ही जो गैस पेट में है। वह आसानी से बाहर निकल सके। इसके लिए जानते हैं।

1. दलिया का सेवन – अगर आपको कब्ज की समस्या है। तो ऐसे में बहुत गैस बनती है। पेट की गैस बाहर भी नहीं निकल पाती। ऐसे में आपको दलिया का सेवन करना चाहिए। दो-तीन दिन दलिया खाने से, आपका पेट साफ होगा। यह पचने में आसान होती है। यह आपके पाचन के लिए अच्छी रहेगी। दलिया को पचाना आसान होता है।

जिसके कारण अनावश्यक गैस, आपके पेट में नहीं बनेगी। दलिया बनाते समय विशेष रुप से ध्यान रखें कि आप इसमें अजवाइन, जीरा, हिंग व अदरक का प्रयोग करें। ताकि पेट से संबंधित सभी समस्या दूर हो सके। इसके साथ ही पेट में कम से कम  गैस भी बने। इस दलिया को, आपको दही के साथ खाना चाहिए।

2. दही या छाछ का प्रयोग – जब आपकी पेट में गैस होती है। तो अक्सर आपके पेट में कब्ज की समस्या हो सकती है। जिसके कारण पेट फूलना, पेट में मरोड़ होने की शिकायत रहती है। आंतों में मल जमने के कारण, रुकावट की समस्या हो सकती है। ऐसे में आपके पेट में होने वाले अच्छे बैक्टीरिया की संख्या कम हो जाती है। जो आपके पाचन में सहयोग करते हैं।

इनके कारण आपका पाचन सही नहीं हो पाता। भोजन आपके पेट में सड़ने लगता है। जिसके कारण बहुत सारी गैस, आपके पेट में बनती है। इसलिए पेट में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाने के लिए, दही या छाछ का सेवन करना चाहिए। ऐसा करने से आप का पाचन तो अच्छा रहेगा। साथ ही पेट में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या भी बढ़ेगी। दही या छाछ का प्रयोग करते समय, भूने जीरे का पाउडर व काले नमक का प्रयोग कर सकते हैं। क्या आप जानना चाहेंगे : सुपर फूड आमला के गुण व फायदेकिन-किन रोगों मे लाभकारी।

3. फलों का सेवन – अगर आपके पेट में, बहुत ज्यादा गैस बनती है। तो आपको केला और पपीता का अधिक मात्रा में सेवन करना चाहिए। इन दोनों पर, आप काला नमक व नींबू का रस निचोड़ कर खाएं। इससे आपको पाचन को तेज करने वाले एंजाइम अधिक मात्रा में मिलेंगे। जिसके कारण, आपका पाचन तेजी से होगा और पेट में गैस नहीं बन पाएगी।

4. हरी पत्तेदार सब्जियों का प्रयोग- जितना अधिक मात्रा में हो सके, हरी पत्तेदार सब्जियों को खाना चाहिए। जैसे पालक, सरसों या अन्य हरी पत्तेदार सब्जियां होती है। उनका अधिक से अधिक मात्रा में प्रयोग करना चाहिए। इससे भी आपका पाचन अच्छा रहेगा। पेट में गैस बनने की समस्या दूर होगी।

5. ग्रीन टी या अदरक नींबू की चाय – आपको चाय या कॉफी की जगह, ग्रीन टी में नींबू डालकर सेवन करना चाहिए। ये बहुत ही अच्छा माना जाता है। इसलिए चाय-कॉफी के स्थान पर, आप ग्रीन टी का सेवन करें। अगर ग्रीन टी उपलब्ध न हो, तो नींबू और अदरक की चाय का सेवन करें। इसमें आप पुदीने की कुछ पत्तियां भी डाल सकते हैं। इससे आपके पेट दर्द, मरोड़, पेट में भारीपन आदि सभी समस्याओं से मुक्ति मिल जाएगी।

Disclaimer

     लेख में सुझाए गए tips और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले, किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। myhealthguru इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।

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