तुलसी। तुलसी के फायदे। तुलसी के प्रकार। तुलसी से शराब छुड़ाने के उपाय। तुलसी का वैज्ञानिक नाम। तुलसी खाने के फायदे और नुकसान। तुलसी के प्रकार। Tulsi ke Fayde। Benefits of Tulsi। Tulsi Medicinal Uses Uses of Tulsi
तुलसी - तुलसी से शराब छुड़ाने के उपाय
Tulsi ke Fayde - Benefits of Tulsi
पूरी दुनिया में लगभग 100 से ज्यादा, अलग-अलग प्रकार के तुलसी मौजूद हैं। यह पौधे की एक ऐसी प्रजाति है। जिसमें आज लगभग 10,000 से भी ज्यादा researches हो चुकी हैं। इसकी वजह है। इसमें पाए जाने वाले Active Ingredient और Phytochemicals।
क्या आप जानते हैं। जब तुलसी का एक पत्ता, जब हमारे पेट में जाता है। तो इसमें मौजूद 50 से भी ज्यादा अलग-अलग प्रकार के फाइटोकेमिकल्स। हमारे शरीर में तेजी से प्रभाव डालना शुरू कर देते हैं।
जिसका असर हमारे पाचन, त्वचा, बाल, दिमाग, दिल, लीवर और शरीर की इम्यूनिटी पर होने लगता है। तुलसी आयुर्वेद की सबसे प्रमुख औषधि में से एक है। इसलिए इसे Queen of Herbs भी कहा जाता है।
आपने देखा होगा। जब भी हम बीमार पड़ते हैं। या किसी भी प्रकार की health problem का सामना कर रहे होते हैं। तो ऐसे में छुटकारा पाने के लिए। सबसे पहले या तो हम घरेलू नुख्से का प्रयोग करते हैं। या फिर सीधे डॉक्टर की दवाइयां खाने लगते हैं।
लेकिन इनके अलावा, कुछ खास natural चीजें ऐसी भी है। जिनका हमारे शरीर पर बहुत तेजी से असर होता है। यह दूसरों के मुकाबले ज्यादा कारगर भी होती हैं। तुलसी उन्ही में से एक सबसे common और आसानी से मिल जाने वाली, चीजों में से एक है।
इसके अद्भुत फायदे और इस्तेमाल करने के सही तरीके के बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते। हमारे आसपास बहुत से ऐसे महंगे प्रोडक्ट देखने को मिलते हैं। जिनमें बहुत ही साधारण और सस्ते ingredients होने के बावजूद, उनको बहुत बढ़ा-चढ़ाकर बताया जाता है। चाहे वह नमक और लौंग युक्त टूथपेस्ट हो।
दूध के गुणों से भरपूर साबुन, नीम व एलोवेरा वाला फेसवॉश हो। या लौंग और तुलसी युक्त चाय। हम इनके advertisement में, इन natural products को देखकर, उनकी ओर आकर्षित हो जाते हैं। लेकिन यह कभी नहीं सोचते। क्यों न उस product की जगह। हम उस natural चीज का ही उपयोग करें।
आपमें से बहुत से लोग, तुलसी का सेवन कर चुके होंगे। लेकिन क्या आपको इसके इस्तेमाल का सही तरीका पता है। अगर आपके घर में, तुलसी का पौधा नहीं है। तो आज ही इस गुणकारी तुलसी के पौधे को, अपने घर में जगह जरूर दें।

तुलसी के प्रकार
तुलसी का वैज्ञानिक नाम
हम में से तो ज्यादातर लोग, तुलसी के पौधे से परिचित होंगे। वही हम तुलसी के दो विशेष प्रकार, रामा और श्यामा के बारे में ही जानते हैं। तुलसी को अंग्रेजी में Basil कहते हैं।
यह एक द्विबीजपत्री (dicotyledonous), शाकीय व औषधि पौधा है। जबकि इसका वनस्पतिक नाम Ocimum Tenuiflorum है। इसके अलावा भी, तुलसी बहुत प्रकार की होती है।
1. Vicks Tulsi इसकी Fragrance बहुत ही तीखी होती है।
2. Stevia Tulsi इसे मीठी तुलसी भी कहते हैं। इसको मेथी तुलसी भी कहा जाता है।
3. Marua Tulsi इसमें बहुत ज्यादा medicinal properties पाई जाती है। इसकी पत्ती लंबी और पतली होती है
4. Lemon Tulsi इसकी खुशबू बिल्कुल नींबू की तरह होती है। इसकी पत्तियों का स्वाद भी लगभग नींबू की तरह ही होता है।
5. Kapoor Tulsi इसकी पत्तियों में कपूर जैसी खुशबू आती है।
6. Cinnamon Tulsi इसकी पत्तियों से दालचीनी की खुशबू आती है।
7. Loonga Tulsi इसकी Fragrance लौंग की तरह होती है।
8. Rama Tulsi यह तुलसी का सबसे common प्रकार है। इसमें एक बहुत मीठी Fragrance होती है। इसे श्वेत या bright तुलसी भी कहते है।
9. Shyama Tulsi को पहचानना सबसे ज्यादा आसान है। क्योंकि इसकी पत्तियां पर्पल कलर की होती है। इसका आयुर्वेद में,0 सबसे ज्यादा प्रयोग होता है।
10. Dwarf or Bush Tulsi इस तुलसी का पौधा बहुत ज्यादा लंबा नहीं होता। बल्कि इसकी height लगभग 6 इंच के आसपास ही होती है।
11. Amrita Tulsi यह भी एक medicinal plant है।
तुलसी का धार्मिक महत्व और उपयोग
धार्मिक शास्त्रों में, तुलसी के पौधे को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। इसे बेहद पवित्र भी माना जाता है। घर में तुलसी का पौधा लगाना भी, बहुत शुभ होता है। इससे घर का वातावरण, पवित्र हो जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार, तुलसी के पौधे को रोजाना जल अर्पण करने से। दैवीय कृपा बनी रहती है।
बैकुंठ की प्राप्ति होती है। धार्मिक कथन के अनुसार, तुलसी माता को इंसान का उद्धार करने के लिए ही, धरती पर भेजा गया है। तुलसी के पौधे को घर में लगाने से, सकारात्मकता का वास होता है।
तुलसी का पौधा घरों में ईशान कोण में लगाया जाता है। जो वास्तु दोष को ठीक रखता है। तुलसी जी को विष्णु जी की पत्नी और माँ लक्ष्मी का अवतार माना जाता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, तुलसी के पौधे को रविवार, एकादशी व ग्रहण वाले दिन न तो हाथ लगाना चाहिए। न हीं इनकी पत्तियों को तोड़ना चाहिए। सूर्यास्त के बाद भी, तुलसी की पत्तियों को नही तोड़ना चाहिए। सूखे पौधे को घर में नहीं रखना चाहिए। उसे तुरंत निकाल कर, नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए।
ऐसा भी कहा जाता है कि गणेश जी और शिव जी की पूजा में तुलसी का प्रयोग नहीं करना चाहिए। तुलसी का संस्कृत में एक नाम हरीप्रिया भी है। जो हरि यानी भगवान विष्णु को प्रिय हैं। कहा जाता है कि औषध के रूप में, भगवान विष्णु का संताप दूर हुआ था। तुलसी की जड़ में, सभी देवी-देवताओं का वास है।

तुलसी के औषधीय गुण
Medicinal Value of Tulsi
तुलसी न सिर्फ भारतीय संस्कृति व धर्म में, अपने महान गुणों के कारण सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। इसे आयुर्वेद में अमृत के समान माना गया है। तुलसी अपने औषधिय गुणों की वजह से, सेहत से जुड़ी कई परेशानियों को दूर करती है।
तुलसी से एक ऐसा हीं aromatic oil निकलता है। जो वातावरण को शुद्ध करता है। तुलसी में एंटीवायरल, एंटीऑक्सिडेंट, एंटीइन्फ्लामेट्री, एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल व एंटीमलेरिया के गुण पाए जाते हैं। इसमें बहुत सारी medicinal properties पाई जाती हैं। इसलिए इसका विशेष महत्व है।
तुलसी में इम्यूनिटी बूस्टर पाया जाता है इसमें विटामिन सी और जिन जिंक पाया जाता है। तुलसी के पत्ते का सेवन करने से। हमारे t-helper cells और natural killer cells बहुत powerful हो जाते है। इसलिए तुलसी immunity booster के लिए बहुत important है। तुलसी की पत्तियों में मुख्य अवयव के रूप में methyl cinnamate, linalool, eugenol, oleanolic acid, Rosmarinic acid, ursolic acid व Carvacrol जैसे केमिकल पाए जाते हैं। यह सभी घटक हमारी बहुत सी बीमारियों में कारगर होते हैं।
तुलसी का सेवन कब और कैसे करें
Uses of Tulsi
तुलसी की पत्ती का सेवन, हमेशा सुबह खाली पेट करना चाहिए। तुलसी की पत्ती को चबाकर मत खाए। क्योंकि इसकी पत्तियों में, मरकरी पाया जाता है। ये बहुत कम मात्रा में पाया जाता है। जो हमारे लिए नुकसानदायक नहीं है।
लेकिन चबाने से, यह हमारे दांतो के लिए अच्छा नहीं है। इसकी पत्तियों को दही या अन्य किसी में मिलाकर खाएं। या फिर पानी के साथ निगल जाएं। आपको इसका सेवन चाय में नही करना चाहिए। क्योंकि इसमें पाई जाने वाली मरकरी, दूध के साथ दुश्मन है। आप इसका काढ़ा बनाकर या पानी में उबालकर ले सकते हैं।
तुलसी के नुकसान
Tulsi ke Nuksan
तुलसी को Queen of Herbs कहा जाता है। इसके सेवन से हमारे शरीर में बहुत सारे लाभ मिलते हैं। तो वही इसके अधिक इस्तेमाल व इसके गुणों के कारण। कुछ लोगों के लिए, नुकसानदायक भी हो सकती है।
● तुलसी खून को पतला करती है। इसलिए इसे कभी भी, ऐसी दवा के साथ नहीं लेना चाहिए। जो कि खून पतला करने वाली दवा हो।
● ऐसे Patient जिन्हें Diabetes है। उन्हें चिकित्सक के परामर्श के बाद ही, तुलसी लेना चाहिए। क्योंकि यह शरीर में शुगर की मात्रा को जरूरत से अधिक कम कर सकती है।
● तुलसी का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें यूजिनॉल की मात्रा बहुत अधिक होती है। इस घटक की अधिक मात्रा, हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। अतः आपको तुलसी का सेवन हफ्ते में दो से तीन बार ही करना चाहिए।
● गर्भवती महिलाओं को तुलसी का सेवन नहीं करना चाहिए।
● जो लोग नियमित तुलसी का सेवन करते है। अगर उनकी किसी भी प्रकार की सर्जरी होनी है। तो सर्जरी से 2-3 दिन पहले व बाद में, तुलसी सेवन बंद कर देना चाहिए।
● यह थायराइड के हार्मोन को कम करती है। तो अगर आपको हाइपोथाइरॉएडिज्म है। आप थायरोक्सिन की गोली खा रहे हो। तो आप भी तुलसी न खाएं।
● तुलसी को कुछ दवाइयों के साथ नहीं लेना चाहिए। जैसे Diazepam (नींद की दवा), Phenobarbital के साथ नहीं लेना चाहिए।
तुलसी के फायदे
10 benefits of Tulsi
पूरे आयुर्वेद में ऐसी कोई औषधि नहीं है। इसकी तुलना, तुलसी से की जा सके। तुलसी में बहुत तरह के फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं। जिनमें हर एक का concentration अलग-अलग होता है। जो हमारे शरीर को अलग-अलग तरीके के फायदे पहुंचाते हैं ।
तुलसी के दो मुख्य ingredient में, एक Eugenol होता है। जोकि एक बेहतरीन Antiseptic होता है। दूसरा Rosmarinic acid होता है। जो कि एक बेहतरीन किस्म का Anxiolytics होता है। यानी कि दिमाग के लिए बहुत अच्छा होता है।
Types of Tulsi | Eugenol mg/g | Rosmarinic acid mg/g |
Shyama Tulsi | 4.9 | 10.47 |
Rama Tulsi | 5.6 | 5.15 |
Vana Tulsi | 8.89 | 3.51 |
इसी कारण किसी भी तरह की disease या infection की बात की जाए। तो पहली choice वन तुलसी है। वहीं अगर किसी भी तरह के दिमाग संबंधी बीमारी की बात की जाए। तो पहली choice श्यामा तुलसी है।
Benefits of Tulsi
तुलसी से शराब छुड़ाने के उपाय
तुलसी का रस शराब की लत को छुड़ाने में, बहुत कारगर औषधि मानी जाती है। शराब पीने वाले व्यक्ति को, सुबह खाली पेट 8 से 10 बूंद तुलसी के रस का सेवन करवाना चाहिए। तुलसी के पत्तों में neutrosec पाया जाता है। जो नशे की लत को छोड़ने में, बहुत मदद करता है। इससे कोई भी व्यक्ति आसानी से शराब के नशे को छोड़ सकता है।
इसके नियमित इस्तेमाल से, किसी भी व्यक्ति की शराब की लत छूट जाएगी। इसके अलावा, आप तुलसी के बीजों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसके लिए किसी भी प्रकार की तुलसी के बीज का पाउडर बना लें। अब इसे एक कप दूध में, आधा चम्मच बीजों का पाउडर दें। इससे उस व्यक्ति के मेटाबॉलिज्म की दर बढ़ जाएगी। जिससे उसकी शराब की लत बहुत जल्दी छूट जाएगी।
Benefits of Tulsi
तुलसी के फायदे चेहरे के लिए
तुलसी हमारी health और हमारी skin के लिए, बहुत मददगार होती है। तुलसी के पत्ते में एंटीफंगल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं। तुलसी से हम बहुत सारी skin problems से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए तुलसी के पत्तों का पेस्ट बना लें।
इसमें चंदन का पाउडर व एक चम्मच गुलाब जल मिला लें। इन तीनों का एक गाढ़ा पेस्ट बना लें। फिर इसे अपने चेहरे पर 2 से 3 घंटे के लिए, लगाकर छोड़ दें। ऐसा करने से आपके चेहरे पर पिंपल्स व किसी भी प्रकार का दाग-धब्बे चले जाएंगे। इस उपाय को हफ्ते में दो-तीन बार अवश्य करें।
चेहरे पर निखार लाने के लिए, तुलसी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके लिए तुलसी के पत्तों को सुखाकर। इसका पाउडर बना लें। फिर इसमें एक चम्मच मुल्तानी मिट्टी व एक चम्मच गुलाब जल मिला ले। इस पेस्ट को हफ्ते में दो से तीन बार लगाने पर, आपके चेहरे पर निखार आ जाएगा।
Benefits of Tulsi
ब्लड प्रेशर में तुलसी के फायदे
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए, तुलसी बहुत फायदेमंद है। हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों को, सामान्य रूप से तुलसी का सेवन करना चाहिए। एक रिसर्च के मुताबिक तुलसी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट से हाई ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता है। क्योंकि तुलसी खून को पतला करती है। खून के पतला होते ही, ब्लड प्रेशर सामान्य होने लगता है। नींद न आने की समस्या भी ब्लड प्रेशर को बढ़ाती है। लेकिन तुलसी में ऐसे गुण मौजूद होते है। जिसके कारण इसका काढ़ा बनाकर पीने से, नींद न आने की समस्या भी ठीक हो जाती है। आपको अच्छी व बाधारहित नींद आती है। इससे आपका ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
Benefits of Tulsi
तुलसी से कैंसर का इलाज
जैव वैज्ञानिकों की एक रिसर्च में पाया गया कि तुलसी से कैंसर का इलाज संभव है। इस पौधे में कई तरह के संकीर्ण जैव यौगिकों का निर्माण करता है। रिसर्च में यह भी पाया गया कि श्यामा तुलसी में, सबसे ज्यादा औषधि गुण पाए जाते हैं। तुलसी के पौधे के जीनोम डिकोडिंग से पता चला कि इसमें बैक्टीरिया रोधी कई गुण मौजूद है।
तुलसी में 40 ऐसे रसायन पाए गए। जिनसे जटिल से जटिल बीमारियों का इलाज संभव है। अगर रोज श्यामा तुलसी के 2 पत्तों को खाया जाए। तो कैंसर होने की संभावनाए नहीं होती है। वैसे तो कैंसर एक जानलेवा बीमारी है। इसलिए कैंसर के मरीजों को तुरंत एलोपैथ की तरफ शिफ्ट होना चाहिए। लेकिन जो सामान्य लोग है। वे कैंसर से बचाव के लिए, तुलसी का उपयोग कर सकते हैं।
Benefits of Tulsi
Anxiety, Stress व Depression में
आजकल के समय में अधिक पढ़ाई व अधिक career option की वजह से psychological stress बहुत ज्यादा बढ़ चुका है। जिसकी वजह से Anxiety, Stress व Depression जैसी समस्याएं बढ़ती जा रही है। ऐसे में तुलसी एक बेहतरीन adaptogen होता है।
जो हमारे शरीर में जाकर quality व steron को कम कर देता है। जिसका फायदा ये होता है। कि हमारा मूड अच्छा रहने लगता है। Mood Swings यानी बिना वजह के जो चिड़चिड़ाहट रहती है। वह बंद हो जाती है। तुलसी एक बेहतरीन Nootropic होता है।
इसलिए तुलसी लेने से, हमारा cognitive function बेहतर होना शुरू हो जाता है। इससे हम एक समय में, एक से ज्यादा काम (multitasking) कर पाते हैं। इसके अलावा हमारी short-term memory और working memory भी बढ़ जाएगी। जिससे आपकी productivity बढ़ जाएगी।
इसके अलावा तुलसी का एक फायदा यह भी होता है। आपको गहरी नींद आती है। उठने पर आप एकदम तरोताजा और ओज से भरपूर होते हो।
Benefits of Tulsi
मुंह की समस्याओं में
मुंह से संबंधित समस्याओं में, दांतो का सड़ना, मुंह में छाले होना, सांस में बदबू आना। पायरिया की शिकायत यानी ठंडा गरम पानी लगना। इन सभी समस्याओं के लिए, वन तुलसी के पत्तो को छाया में सुखा लें। उसका पाउडर बना लें।
सुबह दांत साफ करने के लिए, 1 ग्राम तुलसी पाउडर में 1 ग्राम सरसों का तेल मिलाकर, मंजन करें। इसके अलावा ये पायरिया व दांतो में खट्टा लगने की परेशानी से भी, जड़ से छुटकारा मिलता है।
Benefits of Tulsi
पेट की समस्याओं में
तुलसी हमारे digestive system के लिए, बहुत लाभदायक है। तुलसी पेट की छोटी-मोटी परेशानी जैसे कि पेट में दर्द होना, गैस हो जाना, जी मचलाना, उल्टी आना व दस्त लगने को सही करती है।
इसके अलावा खट्टी डकार आने पर, हल्की-फुल्की एसिडिटी होने पर भी, तुलसी की पत्ती या इसका रस फायदेमंद होता है। तुलसी हमारे liver की efficiency को भी बढ़ा देती है। यह हमारे शरीर को detoxify भी करती है। तुलसी में अपना detoxifying agent होता है। आजकल हमारे खाद्य पदार्थों में, बहुत सारे preservative और industrial chemicals का प्रयोग किया जाता है। जो हमारी सेहत के लिए हानिकारक होता है। ऐसे में हम अपने शरीर को तुलसी लेकर, detoxify कर सकते हैं।
Benefits of Tulsi
किडनी के रोग में
तुलसी एक बेहतरीन Diuretic होती है। यह हमारे खून में Fluids, Minerals और Uric Acid को संतुलित रखती है। खून में यूरिक एसिड का बढ़ जाना। किडनी में stone होने की सबसे बड़ी वजह होती है।
तुलसी यूरिक एसिड के level को normal कर देती है। अगर आप तुलसी लेते हैं। तो किडनी के stone, आपकी urine के जरिए, बाहर निकल जाते हैं। तुलसी 3 तरह के लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है। वह जिन्हें डायबिटीज है। वह जिन्हें किसी भी प्रकार का मेटाबॉलिक सिंड्रोम है।
तीसरे वह लोग हैं। जो Bodybuilding करते हैं। जो बहुत सारे तरह का Protein या Protein Supplement लेते हैं। जो लोग ज्यादा प्रोटीन लेते हैं। उनके खून में यूरिक एसिड बढ़ जाता है। जिसकी वजह से बहुत सी बीमारियां हो जाती है।
Benefits of Tulsi
श्वसन संबंधी समस्याओं के लिए
तुलसी हमारे Respiratory System के लिए बहुत फायदेमंद होती है। आयुर्वेद की ऐसी कोई दवा हो ही नहीं सकती। जिसे किसी भी Respiratory Disorder या Diseases के लिए बनाया गया हो। उसमें तुलसी न हो। इसके अलावा तुलसी एक बेहतरीन Expectorant होती है।
यानी यह कफ को ढीला करके, बाहर निकाल देती है। तुलसी न केवल साधारण सर्दी, जुकाम व खांसी को सही कर देती है। बल्कि अपनी antibacterial और antiviral properties की वजह से Tuberculosis के patient के लिए भी बहुत कारगर होती है।
Benefits of Tulsi
Cardiovascular System में
तुलसी हमारे Lipid Profile को बेहतर करती है। यानी अगर आप नियमित तुलसी लेते हो। तो इससे Serum Cholesterol, Triglycerides, Phospholipid व Lower LDL तो कम होता ही है। इसका एक बहुत बड़ा फायदा यह भी होता है। यह आपके शरीर में HDL Cholesterol को बढ़ा देती है।
जो कि हमारे शरीर के लिए, एक अच्छा Cholesterol होता है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है। Blood Cholesterol, Chemicals और Pollution की वजह से, Blood Vessels में जो कठोरता आ जाती है। जिसे Atherosclerosis कहते हैं। वह नहीं आ पाती। Blood Vessels कसी हुई और लचीली बनी रहती है।
तुलसी हमारे शरीर का stamina भी बढ़ा देती है। क्योंकि तुलसी हमारे शरीर की ऑक्सीजन को consume करने, उसे process करने और उससे energy निकाल लेने की क्षमता को बढ़ा देती है। हमारा शरीर जितनी ज्यादा efficiency के साथ, ऑक्सीजन को process करने लगेगा।
उतना ही कम हमारे शरीर में लैक्टिक एसिड बनेगा। जिसके कारण हम किसी भी काम को ज्यादा intensity के साथ, ज्यादा देर तक कर पाएंगे। इसलिये अगर आप किसी भी तरह के स्पोर्ट्स, पुलिस और मिलिट्री के एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं। तो आपको अपनी diet में तुलसी को जरूर शामिल करना चाहिए।
Benefits of Tulsi
चर्म रोग में
तुलसी एक बेहतरीन anti-inflammatory, anti-allergic, antibacterial व antiviral होती है। जिसकी वजह से, यह कील-मुंहासे, फोड़े-फुंसी, दाद-खाज, कटने और जलने में खासतौर पर फायदेमंद होती है।
इसके अलावा Ringworm से होने वाली बीमारियों के लिए, खासतौर पर फायदेमंद हैं। इसके साथ ही ल्यूकोडरमा एग्जिमा, सिरोसिस के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है। इसके फायदे के लिए, इसके रस को लिया जाता है। इसके साथ जिस जगह पर infection है। उस जगह पर तुलसी का रस लगाया भी जाता है।
Benefits of Tulsi
Reproductive System में
तुलसी के बीज पुरुषों के reproductive system के लिए, बहुत फायदेमंद होते हैं। यानी sperm quality, sperm quantity और sperm motility तो बढ़ती ही है।
अगर केवल 3 महीने तक रात के समय, गाय के ठंडे दूध के साथ, 1 ग्राम तुलसी के बीज, 10 ग्राम मिश्री के साथ लिए जाएं। तो आप की स्तंभन शक्ति कई गुना बढ़ जाता है।
आयुर्वेद मे तुलसी एक रसायन है
Tulsi is a Rasaayan in Ayurveda
आयुर्वेद में तुलसी को रसायन माना जाता है। ऐसा इसलिए है। क्योंकि तुलसी में, बहुत अधिक मात्रा में Antioxidant पाए जाते हैं। जो free radical से होने वाले नुकसान से, हमारे शरीर को बचाते हैं।
इसके अलावा तुलसी की एक बहुत बड़ी खासियत यह भी होती है। तुलसी heavy metals को जैसे Lead, Arsenic, Cadmium, Chromium, Mercury जो हमारे खाने में बहुत ज्यादा बढ़ चुके हैं। उनको भी हमारे तो शरीर से बाहर निकाल देती है।
तुलसी एक बेहतरीन Radioprotective भी होती है। जो किसी भी तरह के radiation की वजह से होने वाले cellular और chromosomal damage से भी हो जाती है। इसका मतलब अगर आप तुलसी लेते रहते हो। तो आप बहुत तरह के कैंसर से भी बच सकते हो।
Disclaimer लेख में सुझाए गए tips और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले, किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। myhealthguru इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। |
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